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Omicron variant threat: झारखंड में कोरोना संक्रमित सभी सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग, एक और एजेंसी संग RTPCR test के लिए MOU - Coronavirus disease

झारखंड में ओमीक्रोन वैरिएंट के खतरे के मद्देजर प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाने तेज कर दिए हैं. इसको लेकर अब झारखंड में कोरोना संक्रमित सभी सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग कराने का फैसला लिया गया है. इसके अलावा एक और निजी एजेंसी के साथ RTPCR जांच के लिए MOU किया गया है.

Omicron variant threat
झारखंड में कोरोना संक्रमित सभी सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग
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Published : Dec 24, 2021, 12:18 PM IST

रांची: झारखंड में कोरोना के ओमीक्रोन वैरिएंट के खतरे के मद्देनजर प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाने तेज कर दिए हैं. अभी हाल ही में कोडरमा और रांची जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है. इससे झारखंड स्वास्थ्य प्रशासन चौंकन्ना हो गया है. प्रशासन को डर है कि कहीं covid19 संक्रमण में अचानक आई तेजी ओमीक्रोन की आहट तो नहीं है. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग और IDSP Jharkhand ने बड़ा फैसला किया है. इसके तहत फिलहाल कोडरमा और रांची में RTPCR टेस्ट में मिले पॉजीटिव सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भुवनेश्वर भेजा जाएगा.

ये भी पढ़ें-ओमीक्रोन वैरिएंट का खौफ! झारखंड में वैक्सीनेशन ने पकड़ी रफ्तार, सेंटर्स पर लगी लंबी कतारें

बुधवार को कोडरमा से आरटीपीसीआर में पॉजिटिव पाए गए 10 मरीजों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए जांच करने वाली निजी एजेंसी JITM ने आईएलएस भुवनेश्वर भेजा है. इसके साथ ही IDSP Jharkhand ने दिल्ली की तर्ज पर राज्य में कोरोना के सभी RTPCR पॉजीटिव सैम्पल की जीनोम सिक्वेंसिंग कराने का फैसला किया है. फिलहाल रांची में बुधवार को मिले 25 पॉजीटिव मरीजों में से 19 मरीजों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए आईएलएस भुवनेश्वर भेजे जा रहे हैं.

टेस्टिंग बढ़ाने के लिए एक और एजेंसी संग MOU

इसके अलावा कोरोना संदिग्धों की जांच की रफ्तार बढ़ाने के लिए एनएचएम ने बायोजेन लैब्स इंडिया प्रालि सिकंदराबाद से करार (MOU) किया है. इसका मकसद जांच के लिए गए सैंपल की रिपोर्ट जीरो पेंडिंग तक करना है. सबसे बड़ी और अच्छी बात यह है कि वर्तमान में राज्य सरकार जिस निजी एजेंसी JITM के साथ MOU के तहत जहां आरटीपीसीआर जांच कराती है. इसके लिए एजेंसी को लगभग 250 रुपये का भुगतान करना पड़ता है.

वहीं बायोजेन लैब आरटीपीसीआर जांच महज 178 रुपये में करेगी. वहीं 48 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट भी दे देगी. जांच के लिए स्टेट आईडीएसपी के दिशानिर्देश पर यह लैब संबंधित स्थल से आईसीएमआर द्वारा तय मानकों के अनुरूप सैंपल कलेक्ट कर जांच करेगी.

ओमीक्रोन वैरिएंट के कुछ लक्षण

चिकित्सकों का कहना है कि ओमीक्रोन वैरिएंट के शिकार शख्स में सामान्यतः थकान और कमजोरी की समस्या रहती है. इसके अलावा गले में खराश की समस्या भी नजर आ रही है. इसके अलावा कुछ संक्रमितों को शरीर में दर्द और रात में पसीने की समस्या से दो चार होना पड़ रहा है.

रांची: झारखंड में कोरोना के ओमीक्रोन वैरिएंट के खतरे के मद्देनजर प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाने तेज कर दिए हैं. अभी हाल ही में कोडरमा और रांची जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है. इससे झारखंड स्वास्थ्य प्रशासन चौंकन्ना हो गया है. प्रशासन को डर है कि कहीं covid19 संक्रमण में अचानक आई तेजी ओमीक्रोन की आहट तो नहीं है. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग और IDSP Jharkhand ने बड़ा फैसला किया है. इसके तहत फिलहाल कोडरमा और रांची में RTPCR टेस्ट में मिले पॉजीटिव सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भुवनेश्वर भेजा जाएगा.

ये भी पढ़ें-ओमीक्रोन वैरिएंट का खौफ! झारखंड में वैक्सीनेशन ने पकड़ी रफ्तार, सेंटर्स पर लगी लंबी कतारें

बुधवार को कोडरमा से आरटीपीसीआर में पॉजिटिव पाए गए 10 मरीजों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए जांच करने वाली निजी एजेंसी JITM ने आईएलएस भुवनेश्वर भेजा है. इसके साथ ही IDSP Jharkhand ने दिल्ली की तर्ज पर राज्य में कोरोना के सभी RTPCR पॉजीटिव सैम्पल की जीनोम सिक्वेंसिंग कराने का फैसला किया है. फिलहाल रांची में बुधवार को मिले 25 पॉजीटिव मरीजों में से 19 मरीजों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए आईएलएस भुवनेश्वर भेजे जा रहे हैं.

टेस्टिंग बढ़ाने के लिए एक और एजेंसी संग MOU

इसके अलावा कोरोना संदिग्धों की जांच की रफ्तार बढ़ाने के लिए एनएचएम ने बायोजेन लैब्स इंडिया प्रालि सिकंदराबाद से करार (MOU) किया है. इसका मकसद जांच के लिए गए सैंपल की रिपोर्ट जीरो पेंडिंग तक करना है. सबसे बड़ी और अच्छी बात यह है कि वर्तमान में राज्य सरकार जिस निजी एजेंसी JITM के साथ MOU के तहत जहां आरटीपीसीआर जांच कराती है. इसके लिए एजेंसी को लगभग 250 रुपये का भुगतान करना पड़ता है.

वहीं बायोजेन लैब आरटीपीसीआर जांच महज 178 रुपये में करेगी. वहीं 48 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट भी दे देगी. जांच के लिए स्टेट आईडीएसपी के दिशानिर्देश पर यह लैब संबंधित स्थल से आईसीएमआर द्वारा तय मानकों के अनुरूप सैंपल कलेक्ट कर जांच करेगी.

ओमीक्रोन वैरिएंट के कुछ लक्षण

चिकित्सकों का कहना है कि ओमीक्रोन वैरिएंट के शिकार शख्स में सामान्यतः थकान और कमजोरी की समस्या रहती है. इसके अलावा गले में खराश की समस्या भी नजर आ रही है. इसके अलावा कुछ संक्रमितों को शरीर में दर्द और रात में पसीने की समस्या से दो चार होना पड़ रहा है.

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