रांचीः राजधानी में लूट और छिनतई की वारदातों को ओड़िशा का कुख्यात येड़ा गिरोह अंजाम दे रहा था. आंध्र प्रदेश और ओडिशा के बॉर्डर पर स्थित गंजम जिला का यह गिरोह राजधानी रांची में किराये के मकान में रह कर वारदातों को अंजाम दे रहा था. रांची पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है. गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने भारी मात्रा में चांदी के गहने भी बरामद किए हैं.
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रांची पुलिस हाल के दिनों में हुई लूट और छिनतई की वारदातों को लेकर परेशान थी. पुलिस लोकल क्रिमिनल्स पर शक कर रही थी, यहां माजरा कुछ और ही था. राजधानी में ओडिशा का एक गिरोह आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहा था. 9 मार्च को रांची के तुपुदाना में हुए डेढ़ लाख की छिनतई, रातू में 50 हजार की छिनतई के बाद रांची पुलिस अपराधियों के सुराग हासिल करने के लिए हाथ-पांव मार रही थी. इसी बीच 12 मार्च को अरगोड़ा थाना क्षेत्र में एक जेवर दुकानदार से दो लाख रुपये की चांदी के गहने लूट लिया गया.
आनन-फानन में रांची के सिटी एसपी सौरभ ने हटिया एएसपी विनीत कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर अपराधियों को पकड़ने का काम शुरू किया. टेक्निकल सेल की मदद से दीपक प्रधान नाम का एक शख्स जो ओडिशा का रहने वाला था, उसे दबोचा गया. जब पुलिस ने दीपक से पूछताछ कि तो हाल के दिनों में लूट की जितनी भी वारदातें हुई थी, सबका खुलासा हो गया. दीपक प्रधान ओड़िशा का रहने वाला है और अपने तीन साथियों के साथ वह राजधानी रांची में लूट की वारदातों को अंजाम दे रहा था.
दीपक की निशानदेही पर उसके बाकी 3 साथी भोला प्रधान, रोहित प्रधान और राजा सीकरी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार अपराधियों के पास से चांदी के जेवरात, डिक्की खोलने के उपयोग में लाए जाने वाला मास्टर-की के साथ दो तेज रफ्तार वाली बाइक बरामद की गई.
बाइक से आए थे रांची
गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस के सामने पूछताछ में स्वीकार किया है कि वो लोग ओडिशा से बाइक से ही रांची आए थे, उसके बाद यहां रेकी कर वारदातों को अंजाम दे रहे थे. पुलिस ने जो दो बाइक बरामद किया है इसी बाइक का इस्तेमाल तुपुदाना में हुई लूट में भी किया गया था.
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येड़ा गिरोह के हैं सदस्य
ओडिशा और आंध्र प्रदेश के बॉर्डर पर स्थित गंजम जिला के जाजपुर गांव के अधिकांश युवा पेशेवर अपराधी हैं. इस गिरोह को येड़ा गिरोह के नाम से भी जाना जाता है. इस गिरोह ने रांची के तुपुदाना, कांके, रातू और बरियातू सहित कई जगह लूट की वारदातों को अंजाम दिया था. रांची के सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि येड़ा गिरोह के सदस्य बैंक और ज्वेलरी शॉप को टारगेट करते हैं. वह रेकी करने के बाद ही घटना को अंजाम देते हैं.
पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस के समक्ष इस बात का खुलासा किया है. आरोपियों ने बताया है कि बैंक में जाते हैं और यह देखते हैं कि कौन व्यक्ति अधिक पैसे की निकासी कर रहा है. इसकी जानकारी लेने के बाद में उसके पीछे लग जाते हैं, सुनसान इलाका देखकर वह छिनतई की वारदात को अंजाम देते हैं.
लूट की रकम जमा कर देते हैं बैंक में
इस गिरोह के लोग लूट के दौरान मिले पैसे को बैंक में तुरंत जमा कर देते हैं. हाल के दिनों में जितने भी लूटकांड में इन्हें पैसे मिले थे. उसे अपने अकाउंट में जमा कर चुके हैं. पुलिस अब उनके अकाउंट को फ्रीज करवाने की तैयारी कर रही है.