रांचीः राज्य के सरकारी स्कूलों के बच्चों को कौशल विकास के जरिए रोजगार मुहैया कराने की योजना है. इसको लेकर राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (National Skill Development Corporation in Jharkhand ) ने रांची के 10 सरकारी स्कूलों को चिन्हित किया है, जिसे स्किल हब के रूप में विकसित किया जाएगा. इन स्कूलों में ड्रॉप आउट बच्चों के लिए तीन से छह माह का सर्टिफिकेट कोर्स कराया जाएगा, ताकि बच्चे रोजगार से जुड़ सके.
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राष्ट्रीय कौशल विकास निगम ने देश के विभिन्न राज्यों में सरकारी स्कूलों से ड्रॉप आउट हुए बच्चों को एक स्किल ट्रेनिंग देने की योजना बनाई है. इस ट्रेनिंग के जरिए छात्र-छात्राओं को रोजगार मुहैया कराने की तैयारी है. सर्टिफिकेट कोर्स के जरिए 15 से 29 वर्ष की उम्र वालों को रोजगार संबंधी जानकारी दी जाएगी और छात्र-छात्राएं अपना हुनर भी निखार सकेंगे, ताकि युवाओं को रोजगार के लिए भटकना नहीं पड़े.
इस योजना के तहत ड्रॉप आउट बच्चों को एनएसडीसी की ओर से ट्रेनिंग दी जाएगी. ड्रॉप आउट विद्यार्थियों को खोजने का काम राज्य सरकार के शिक्षा विभाग करेगा. इसके बाद विद्यार्थियों को चयनित स्किल हब स्कूल में रोजगार परक ट्रेनिंग दी जाएगी. इसको लेकर राष्ट्रीय कौशल विकास निगम की ओर से रांची में 10 सरकारी स्कूलों को स्किल हब के लिए चिन्हित किया गया है.
इन स्कूलों को किया गया चयनित
बाल कृष्णा प्लस टू हाई स्कूल
गवर्नमेंट हाई स्कूल, बरियातू
एसएस गर्ल्स हाई स्कूल, डोरंडा
छोटानागपुर प्लस टू स्कूल, रातू
एसएस प्लस टू हाई स्कूल, चिलदाग
एसएस प्लस टू हाई स्कूल, सिल्ली
एसएस प्लस टू हाई स्कूल, तमाड़
गवर्नमेंट संकरी प्लस टू हाई स्कूल, इटकी
जनता प्लस टू हाई स्कूल, खलारी
गवर्नमेंट हाई स्कूल, राहे
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के कोऑर्डिनेटर दिव्या सिंह ने बताया कि चयनित किए कुछ स्कूलों में कौशल विकास योजना के तहत कोर्स शुरू कर दिये गये हैं. इन स्कूलों में टूरिज्म, हॉस्पिटैलिटी, आईटी, आईटीईएस, हेल्थ केयर, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट, रिटेल जैसे कोर्स शामिल है. उन्होंने कहा कि तीन से छह माह का सर्टिफिकेट कोर्स है, जिससे बच्चे काफी लभान्वित होंगे.