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कुख्यात चंदन सोनार लाया गया रांची, झारखंड से प. बंगाल और गुजरात तक के अपहरण केस में नाम

कुख्यात अपहर्ता चंदन सोनार को मंगलवार को अपहरण के एक मामले में गवाही देने के लिए रांची लाया गया. उसे होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में रखा गया है. आरोपी का नाम झारखंड से बंगाल और गुजरात तक के अपहरण केस में शामिल है.

Notorious criminal Chandan Sonar
कुख्यात चंदन सोनार
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Published : Sep 8, 2021, 6:44 AM IST

रांचीः कुख्यात अपहर्ता चंदन सोनार को मंगलवार को अपहरण के एक मामले में गवाही देने के लिए खेलगांव के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार लाया गया. उसे पश्चिम बंगाल की पुलिस आसनसोल जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार रांची ले आई. चंदन सोनार बेहद शातिर अपराधी है.

इस पर बिहार-झारखंड, गुजरात सहित अन्य राज्यों में अंतरराज्यीय अपहरण उद्योग चलाने का आरोप है. इसके बारे में बताया जाता है कि जब तक फिरौती न वसूल कर ले, अपहृत को नहीं छोड़ता, भले ही इसमें कितना ही वक्त क्यों न लग जाए. कई राज्यों की पुलिस की नाक में दम कर रखा था, चंदन बिहार के हाजीपुर का रहनेवाला है.

ये भी पढ़ें-रांची में निजी कंपनी के कस्टोडियन ने बैंकों के डेढ़ करोड़ उड़ाए, एटीएम में भरे जाने थे रुपये, हड़कंप मचा

क्या है मामला

बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार के अधीक्षक हामिद अख्तर ने बताया कि सोनार को चुटिया थाना कांड संख्या 127/15 मामले में गवाही के लिए लाया गया है. झारखंड, प. बंगाल और गुजरात में अपहरण की कई घटना को अंजाम देकर लाखों रुपए की फिरौती वसूलने के आरोपी चंदन सोनार को पश्चिम बंगाल की कोलकाता क्राइम ब्रांच ने मध्यप्रदेश के सिंगरौली से दस मार्च को पकड़ा था.

वह पुलिस रिकॉर्ड में वांछित था. चंदन नाम और ठिकाना बदल कर सिंगरौली के बैढ़न में रह रहा था और एक होटल का संचालन कर रहा था. उसे पश्चिम बंगाल की पुलिस ने वर्द्धमान जिले के एक नेता के अपहरण के मामले में गिरफ्तार किया था.

झारखंड में भी अपहरण के मामले

पुलिस के अनुसार बिहार के हाजीपुर का रहने वाला चंदन सोनार बेहद शातिराना अंदाज में अपहरण की वारदातों को अंजाम देता था. झारखंड में चंदन सोनार ने पहली बार साल 2008 में गोमिया के बड़े कारोबारी महावीर जैन का अपहरण किया था. बाद में रांची में ज्वैलर परेश मुखर्जी और फिर कावेरी रेस्टोरेंट चेन के संचालक के बेटे लव भाटिया के अपहरण की घटना को भी चंदन सोनार ने अंजाम दिया था.

लव भाटिया अपहरण कांड के बाद रांची के कई युवाओं को भी चंदन सोनार ने अपने गिरोह में शामिल किया था. चंदन सोनार के लिए रांची के अपराधी किस्म के युवा रेकी किया करते थे. साल 2018 में चुटिया इलाके में रहने वाले भाजपा नेता मदन सिंह के बेटे सहित तीन रिश्तेदारों के अपहरण की साजिश रचने में भी चंदन सोनार की भूमिका सामने आई थी. अपहरण कांड में चंदन के गुर्गों को रांची पुलिस ने तब गिरफ्तार किया था.

हिंगोरा केस के बाद चर्चा में आया था चंदन सोनार

साल 2014 में चंदन सोनार ने रांची के अपराधियों के साथ मिलकर गुजरात के हीरा कारोबारी के बेटे साहिल हिंगोरा का अपहरण बिहार से किया था. हिंगोरा से तब फिरौती के तौर पर 10 करोड़ से अधिक रुपए चंदन सोनार ने वसूले थे. इस केस में बिहार पुलिस ने रांची के चुटिया इलाके में रहने वाले राकेश समेत अन्य अपराधियों को गिरफ्तार किया था. फिरौती में करोड़ों की वसूली के कारण चंदन सोनार का नाम तब देश में चर्चा में आया था.

रांचीः कुख्यात अपहर्ता चंदन सोनार को मंगलवार को अपहरण के एक मामले में गवाही देने के लिए खेलगांव के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार लाया गया. उसे पश्चिम बंगाल की पुलिस आसनसोल जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार रांची ले आई. चंदन सोनार बेहद शातिर अपराधी है.

इस पर बिहार-झारखंड, गुजरात सहित अन्य राज्यों में अंतरराज्यीय अपहरण उद्योग चलाने का आरोप है. इसके बारे में बताया जाता है कि जब तक फिरौती न वसूल कर ले, अपहृत को नहीं छोड़ता, भले ही इसमें कितना ही वक्त क्यों न लग जाए. कई राज्यों की पुलिस की नाक में दम कर रखा था, चंदन बिहार के हाजीपुर का रहनेवाला है.

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क्या है मामला

बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार के अधीक्षक हामिद अख्तर ने बताया कि सोनार को चुटिया थाना कांड संख्या 127/15 मामले में गवाही के लिए लाया गया है. झारखंड, प. बंगाल और गुजरात में अपहरण की कई घटना को अंजाम देकर लाखों रुपए की फिरौती वसूलने के आरोपी चंदन सोनार को पश्चिम बंगाल की कोलकाता क्राइम ब्रांच ने मध्यप्रदेश के सिंगरौली से दस मार्च को पकड़ा था.

वह पुलिस रिकॉर्ड में वांछित था. चंदन नाम और ठिकाना बदल कर सिंगरौली के बैढ़न में रह रहा था और एक होटल का संचालन कर रहा था. उसे पश्चिम बंगाल की पुलिस ने वर्द्धमान जिले के एक नेता के अपहरण के मामले में गिरफ्तार किया था.

झारखंड में भी अपहरण के मामले

पुलिस के अनुसार बिहार के हाजीपुर का रहने वाला चंदन सोनार बेहद शातिराना अंदाज में अपहरण की वारदातों को अंजाम देता था. झारखंड में चंदन सोनार ने पहली बार साल 2008 में गोमिया के बड़े कारोबारी महावीर जैन का अपहरण किया था. बाद में रांची में ज्वैलर परेश मुखर्जी और फिर कावेरी रेस्टोरेंट चेन के संचालक के बेटे लव भाटिया के अपहरण की घटना को भी चंदन सोनार ने अंजाम दिया था.

लव भाटिया अपहरण कांड के बाद रांची के कई युवाओं को भी चंदन सोनार ने अपने गिरोह में शामिल किया था. चंदन सोनार के लिए रांची के अपराधी किस्म के युवा रेकी किया करते थे. साल 2018 में चुटिया इलाके में रहने वाले भाजपा नेता मदन सिंह के बेटे सहित तीन रिश्तेदारों के अपहरण की साजिश रचने में भी चंदन सोनार की भूमिका सामने आई थी. अपहरण कांड में चंदन के गुर्गों को रांची पुलिस ने तब गिरफ्तार किया था.

हिंगोरा केस के बाद चर्चा में आया था चंदन सोनार

साल 2014 में चंदन सोनार ने रांची के अपराधियों के साथ मिलकर गुजरात के हीरा कारोबारी के बेटे साहिल हिंगोरा का अपहरण बिहार से किया था. हिंगोरा से तब फिरौती के तौर पर 10 करोड़ से अधिक रुपए चंदन सोनार ने वसूले थे. इस केस में बिहार पुलिस ने रांची के चुटिया इलाके में रहने वाले राकेश समेत अन्य अपराधियों को गिरफ्तार किया था. फिरौती में करोड़ों की वसूली के कारण चंदन सोनार का नाम तब देश में चर्चा में आया था.

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