रांची: मधुपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर अधिसूचना जारी होते ही 23 मार्च से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. 17 अप्रैल को होनेवाले मधुपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए 30 मार्च तक नामांकन पर्चा भरा जाएगा. 31 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 3 अप्रैल को नामांकन पत्र वापस लिए जा सकेंगे. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रविकुमार ने कहा कि मधुपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए तैयारी पूरी हो चूकी है, अधिसूचना जारी होने के साथ ही इस सीट के लिए नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है.
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भारत निर्वाचन आयोग के ओर से जारी निर्देश के अनुसार नामांकन करने के वक्त निर्धारित संख्या से ज्यादा लोग नहीं रहेंगे. कोरोना संक्रमण को देखते हुए मतदान केंद्र से लेकर चुनाव ड्यूटी में रहनेवाले कर्मियों को विशेष रूप से एहतियात बरतने को कहा गया है. मधुपुर सीट मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के निधन के कारण 3 अक्टूबर से खाली है. इस वजह से इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है, जिसका नतीजा 2 मई को आएगा. इन सबके बीच हेमंत सरकार ने हाजी हुसैन अंसारी के बेटे हफीजुल हसन अंसारी को अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बिना चुनाव जीते ही बनाया है. महागठबंधन की ओर से हफिजुल चुनाव मैदान में उतरेंगे. वहीं बीजेपी की ओर से गंगा नारायण को टिकट मिलने की संभावना जताई जा रही है. हालांकि पूर्व मंत्री राज पालिवाल भी दावेदारी ठोकते हुए टिकट पाने के जुगत में हैं. ऐसे में इस सीट पर होने वाले उपचुनाव बेहद ही दिलचस्प होगा
पिछले चुनाव में हार गई थी भाजपा
2019 में हुए विधानसभा चुनाव में मधुपुर सीट पर भाजपा हार गई थी. भाजपा की तरफ से चुनाव लड़ रहे राज पालिवाल दूसरे नंबर पर रहे थे. झामुमो के हाजी हुसैन अंसारी ने उन्हें 23,069 वोटों से हराया था. जेएमएम प्रत्याशी हाजी हुसैन अंसारी को 88,153 वोट मिले थे. दूसरे नंबर पर रहे राज पालिवाल को 65,046 और आजसू प्रत्याशी गंगा नारायण राय को 45,620 वोट मिले थे.
2014 में जीतकर मंत्री बने थे राज पालिवाल
2014 में भाजपा के राज पालिवाल ने इस सीट से चुनाव जीता था और उन्हें 74,325 वोट मिले थे. रघुवर सरकार में उन्हें मंत्री भी बनाया गया था. तब भाजपा और आजसू साथ मिलकर चुनाव लड़ी थी. 2019 में भाजपा और आजसू अलग-अलग चुनाव लड़ी. अगर उस वक्त भी गंठबंधन रहता तो भाजपा का पलड़ा भारी होता. इस बार फिर दोनों पार्टी साथ है. पिछले दिनों जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मधुपुर सीट को लेकर सवाल पूछा गया था तब उन्होंने कहा था कि जो पहले हुआ था वही इस बार भी होगा. मतलब साफ था कि सीएम मधुपुर सीट पर झामुमो की जीत को लेकर आश्वस्त हैं.
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राज पालिवाल का दूसरा विकल्प तलाश रही भाजपा
हाजी हुसैन अंसारी के निधन के बाद मधुपुर सीट खाली हुआ है. झामुमो ने हाजी हुसैन के बेटे हफीजुल अंसारी को पिछले दिनों मंत्री बनाकर साफ कर दिया था कि वही इस सीट से प्रत्याशी होंगे. वहीं, इस पर एनडीए उम्मीदवार को लेकर आजसू विधायक लंबोदर महतो का कहना है कि गठबंधन में कोई विवाद नहीं है. जल्द ही प्रत्याशी को लेकर बैठक में फैसला हो जाएगा. भाजपा विधायक अमर बाउरी का कहना है कि पार्टी मधुपुर उपचुनाव को लेकर पूरी तरह तैयार है. सूत्रों के मुताबिक भाजपा इस बार पूर्व मंत्री राज पालिवाल की जगह दूसरा विकल्प भी देख रही है. हालांकि, कुछ दिनों में यह साफ हो जाएगा.