रांची: प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट आफ इंडिया (पीएलएफआइ) को टेरर फंडिंग मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के लापता गवाह को पुलिस के ने अपने कब्जे में ले लिया है. गुजरात का टिंबर व्यवसायी नवीन भाई जयंती पटेल कुछ दिनों से फरार चल रहा था.
नवीन के गायब होने की वजह से एनआईए और रांची पुलिस 2 दिन से लगातार परेशान थी. नवीन की बरामदगी के लिए पुलिस ने एसआईटी का गठन तक कर दिया था. बुधवार को नवीन ने खुद एनआईए के एसपी राकेश शर्मा से फोन पर संपर्क किया. एनआईए एसपी को नवीन ने बताया कि लगातार हो रही पूछताछ से वह डर गया था. जिसके वजह से वह मुंबई चला गया था.
हिरासत में नवीन
नवीन से संपर्क होते ही एसपी राकेश शर्मा ने मुंबई से रांची आने को कहा. इसके बाद नवीन पटेल ने बुधवार को गो एयरवेज फ्लाईट से रांची पहुंचा. रांची पहुंचने के बाद नवीन को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. एनआईए और रांची पुलिस संयुक्त रूप से उनसे पूछताछ कर रही है.
टेरर फंडिंग केस में लगातार हो रही है नवीन से पूछताछ
एनआईए के द्वारा पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के लेवी के पैसों के निवेश के मामलें की जांच की जा रही है. पीएलएफआई सुप्रीमो का निवेशक सुमंत गोप से लगातार संपर्क के कारण अप्रैल महीने से नवीन को गवाही हो रहा था.
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27 से 29 जुलाई तक लगातार पूछताछ के बाद नवीन को लगा था कि एनआईए उन्हें गिरफ्तार कर लेगी. ऐसे में 29 जुलाई की रात 8 बजे वह होटल रिवर व्यू से निकल गया. अभी तक के पूछताछ में नवीन ने डर से भागने की बात बताई है. फिलहाल नवीन को एनआईए ने अपने पास रखकर पूछताछ कर रही है.