रांची: झारखंड में नक्सलियों के टेरर फंडिंग को लेकर नया मामला दर्ज किया गया है. साल 2019 में चुनाव के वक्त चार पुलिसकर्मियों की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी. उसके बाद उनके हथियार लूट लिए थे. इस मामले की जांच के दौरान लातेहार में नक्सलियों के फंडिंग की जानकारी एनआईए को मिली है. एनआईए ने हत्याकांड में गिरफ्तार राजेश गंझू, बैजनाथ गंझू और कुंवर गंझू को टेरर फंडिंग के नए केस में नामजद आरोपी बनाया है. इन आरोपियों को 5 जनवरी 2020 को गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के वक्त आरोपियों के पास से पांच लाख रुपये नकदी भी बरामद किए गए थे. एनआईए ने लातेहार के चंदवा थाने में दर्ज किए गए केस को टेकओवर कर टेरर फंडिंग की जांच शुरू की है.
गृह मंत्रालय के आदेश पर शुरू किया जांच
एनआईए ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर जांच शुरू किया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय को जानकारी मिली थी कि पांच जनवरी को लातेहार के चंदवा में तीन नक्सलियों राजेश कुमार गंझू, बैजनाथ गंझू और कुंवर गंझू के पास से पांच लाख रुपये बरामद किए गए हैं. इस केस में नक्सलियों को पैसे मुहैया कराने वाले सफेदपोशों, ठेकेदारों के तार जुड़े होने की आशंका पर एनआईए ने केस को टेकओवर किया है.
ठेकेदार के यहां मिले थे करोड़ों
चार पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में दर्ज केस में एनआईए ने बीते दिनों चंदवा के ठेकेदार सोनू सिंह के यहां छापेमारी की थी. छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये सोनू के घर से मिले थे. एनआईए के सूत्रों के मुताबिक, सोनू सिंह नक्सली रवींद्र गंझू के दस्ते को आर्थिक रूप से मदद कर रहे थे. इस मामले के खुलने के बाद एनआईए ने पांच जनवरी 2020 को लातेहार के चंदवा में दर्ज केस को टेकओवर कर जांच शुरू कर दी है.
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पहले से टेरर फंडिंग के अलग-अलग मामलों की चल रही जांच
एनआईए के ओर से राज्य में नक्सली संगठनों के टेरर फंडिंग से जुड़े अलग अलग मामलों की जांच चल रही है. मगध- आम्रपाली परियोजनों में टीपीसी, गिरिडीह में भाकपा माओवादियों के टेरर फंडिंग को लेकर राज्य में एनआईए पहले बड़ी कार्रवाई कर चुकी है.