रांचीः उच्च शिक्षा में लगातार किए जा रहे नए संशोधनों का शिक्षा जगत ने स्वागत किया है. नई शिक्षा नीति के तहत B.Ed को 4 ईयर इंटीग्रेटेड कोर्स में शामिल करने की बात कही गई है. इस निर्णय को भी शिक्षाविद और विशेषज्ञों ने सही ठहराया है. अभी-भी कई चीजें स्पष्ट करना बाकी है, लेकिन आने वाले समय में B.Ed को लेकर नई शिक्षा नीति में जो प्रावधान किए गए हैं, इससे विद्यार्थियों को काफी फायदा मिलेगा.
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अभी-भी कई चीजें स्पष्ट नहीं
सरकार की नई शिक्षा नीति में फिलहाल बीएड को लेकर बदलाव की घोषणा तो है, लेकिन अभी-भी कुछ चीजें क्लियर नहीं है. केवल इतना कहा गया है कि B.Ed कॉलेज बंद होंगे और सामान्य शिक्षा के साथ ही बीएड को इंटीग्रेटेड कोर्स के साथ जोड़ा जाएगा, जो 4 साल का होगा. ऐसे में बीएड कॉलेज को क्या बंद करना है या फिर सामान्य शिक्षा के कॉलेजों में किस तरह से बीएड की पढ़ाई होगी. बीएड की फैकल्टी की अलग डिग्री होती है, यह फैकेल्टी कहां से आएंगी. ये सभी चीजें फिलहाल स्पष्ट नहीं है.
100 से अधिक B.Ed कॉलेज संचालित
निजी, सरकारी मिलाकर झारखंड में 100 से अधिक B.Ed कॉलेज संचालित हो रहे हैं. ऐसे कई बीएड कॉलेज हैं, जहां सिर्फ बीएड की पढ़ाई होती है. ऐसे में इन कॉलेजों में नई शिक्षा नीति से परेशानी बढ़ सकती है. हालांकि शिक्षाविद और विशेषज्ञों का कहना है कि नई शिक्षा नीति के तहत B.Ed को लेकर केंद्र सरकार का लिया गया निर्णय आने वाले समय में बेहतर साबित होगा और विद्यार्थियों के लिए काफी फायदेमंद होगा.