रांची: कोरोना के कारण लोगों की जिंदगी दांव पर लगी है. ऐसे में अगर स्वास्थ्य व्यवस्था में लापरवाही बरती जाए तो खतरा दोगुना हो जाता है. कुछ ऐसी ही लापरवाही राजधानी के सदर अस्पताल में देखने को मिली. स्टोर रूम से मरीज को देने के लिए एक्सपायरी दवा ही लाई गई, लेकिन गनीमत रही कि ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर की नजर मरीज को दवा देने से पहले एक्सपायरी डेट पर पड़ गई, जिसके बाद दवा को वापस स्टोर रूप में रखवाया गया और इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई. जबकि ऐसी दवा को स्टोर रूम में भी रखना सख्त मना है.
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ईटीवी भारत की टीम ने जब इस तरह की लापरवाही को लेकर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ एस मंडल से बात की तो उन्होंने बताया कि यह दवा कुछ अप्रैल में ही एक्सपायर हो चुकी थी और इसे अलग कार्टून में रखा गया था, लेकिन दवा लाने वाले स्वास्थ्यकर्मी गलती से उस दवा को लेकर वार्ड में चले गए. उन्होंने बताया कि जैसे ही ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों की नजर दवा पर पड़ी तो उसे वापस स्टोर रूम में रखवा दिया गया. उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए स्टोर रूम में बचे सभी एक्सपायरी दवा को डिस्पोज के लिए बाहर निकलवा दिया, साथ ही संबंधित अधिकारियों को चेतावनी दी कि अगर आगे से ऐसी गलती हुई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
तीन दिन पहले भी हुई थी लापरवाही
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 3 दिन पहले भी इस तरह की लापरवाही देखी गई थी. अस्पताल प्रबंधन के ओर से लगातार व्यवस्था को दुरुस्त करने के दावे की पोल खुल रही है. ऐसे में स्वास्थ्यकर्मियों को अपनी जिम्मेदारी समझने की जरूरत है.