ETV Bharat / state

झारखंड में अपनी खोई जमीन फिर से पाने की कोशिश में नक्सली, गोरिल्ला वार तेज करने का आह्वान, जानिए और क्या है प्लान

नक्सली संगठन भाकपा माओवादी झारखंड में अपनी खोई हुई जमीन पाने की कोशिश कर रही है. इसके तहत 28 जुलाई से तीन अगस्त तक मनाए जाने वाले शहीद सप्ताह के दौरान कार्यक्रम की एक पूरी रूपरेखा तैयारी की गई है. इस खबर में जानिए क्या है नक्सलियों का प्लान?

Anti Naxal campaign in Jharkhand
Anti Naxal campaign in Jharkhand
author img

By

Published : Jul 25, 2023, 7:56 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:03 PM IST

रांची: नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों ने 28 जुलाई से लेकर 3 अगस्त तक शहीद सप्ताह मनाने का एलान किया है. शहीद सप्ताह को सफल बनाने के लिए बड़े पैमाने पर भाकपा माओवादियों के द्वारा पोस्टर बैनर तैयार कर पुलिस के खिलाफ ग्रामीणों को भड़काने का काम शुरू किया गया है. भाकपा माओवादियों ने एक पत्र जारी कर के भी संगठन की शक्ति को वापस लाने के लिए गुरिल्ला वार तेज करने का आह्वान किया है.

ये भी पढ़ें- आखिर, माओवादियों को क्यों पसंद था बूढ़ा पहाड़, पढ़ें ये रिपोर्ट

सेंट्रल कमिटी ने जारी किया पत्र: माओवादियों के सेंट्रल कमेटी ने शहीद सप्ताह को लेकर 23 पन्नों का एक बुकलेट जारी किया है. जिसमें अपनी खोई हुई ताकत को वापस पाने के लिए माओवादियों के सेंट्रल कमेटी ने कुछ ऐसे फैसले लिए हैं जो भविष्य में झारखंड सहित कई राज्यों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं. साल 2023-24 के लिए भाकपा माओवादियों ने नए लक्ष्य तय किए हैं. 23 पन्नों के बुकलेट में माओवादियों ने अपने भविष्य के इरादे भी जाहिर करने की कोशिश की है. सेंट्रल कमेटी के द्वारा जारी बुकलेट के मुताबिक, बिहार-झारखंड, पूर्वी बिहार और पूर्वोतर झारखंड, दंडकारण्य को एक बार फिर से आधार क्षेत्र बनाने का लक्ष्य रखा गया है.

Anti Naxal campaign in Jharkhand
ETV BHARAT GFX

ग्रामीणों को भड़काने की कोशिश: नक्सली के द्वारा जो पत्र जारी किया गया है उसके जरिए नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीणों को पुलिस के खिलाफ भड़काने की पूरी कोशिश की गई है. ग्रामीणों से अपील की गई है कि जल जंगल जमीन पर सिर्फ और सिर्फ आदिवासियों का अधिकार है. उन इलाकों में कैंप स्थापित कर पुलिस ग्रामीणों के अधिकार क्षेत्र में खलल डाल रही है. ऐसे में ग्रामीण उनका विरोध करें. पत्र में भाकपा माओवादियों के वैसे बड़े नेता जो अब इस दुनिया में नहीं रहे हैं उनके द्वारा किए गए कार्यों का बखान किया गया है.

Anti Naxal campaign in Jharkhand
नक्सलियों की ओर से जारी पोस्टर

शहीद सप्ताह के दौरान के कार्यक्रम भी तय: माओवादी कैडरों के साथ-साथ आम लोगों से माओवादियों ने अपील की है कि वे लोग 3 अगस्त तक देशभर में गांव शहरों से लेकर हर जगह क्रांतिकारी आंदोलन के प्रमुख नेता कामरेड आनंद की स्मृति में सभाएं आयोजित करें. वैसे नक्सली जो पुलिस से मुठभेड़ में मारे गए हैं उन्हें नक्सलियों में शहीद का दर्जा देते हुए उनके परिजनों की मदद की भी अपील की है. शहीद सप्ताह के दौरान गोरिल्ला वार के साथ-साथ पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की याद में क्रांतिकारी गीत, सभा, नाट्य मंचन तक करने का निर्देश पत्र में दिया गया है.

Anti Naxal campaign in Jharkhand
ETV BHARAT GFX

राज्य में विशेष सतर्कता बरतने की हिदायत: 28 जुलाई से शुरू होने वाले शहीद सप्ताह को लेकर झारखंड पुलिस ने अभी से अपनी तैयारियां पूरी कर ली है. नक्सल प्रभावित इलाकों में पहले से चल रहे अभियान को और तेज कर दिया गया है. खासकर वैसे इलाका जहां से नक्सलियों को खदेड़ दिया गया है वहां विशेष निगरानी बरतने की हिदायत दी गई है.

Anti Naxal campaign in Jharkhand
नक्सलियों की ओर से जारी पोस्टर


पुलिस मुठभेड़ में मारे गए साथियों की याद में मनाते है शहीद सप्ताह: गौरतलब है कि भाकपा माओवादी पुलिस मुठभेड़, बीमारी और हादसे में मारे गए अपने साथियों की याद में हर साल शहीद सप्ताह मनाते हैं. जानकारी के मुताबिक, पिछले दो एक साल में देशभर में 290 से ज्यादा माओवादियों की मौत पुलिस मुठभेड़ या अन्य वजहों से हुई है. शहीद सप्ताह के दौरान नक्सली बड़ी वारदातों को अंजाम देने की कोशिश करते हैं, ताकि वह अपनी धमक दिखा सके.

Anti Naxal campaign in Jharkhand
नक्सलियों की ओर से जारी पोस्टर

रांची: नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों ने 28 जुलाई से लेकर 3 अगस्त तक शहीद सप्ताह मनाने का एलान किया है. शहीद सप्ताह को सफल बनाने के लिए बड़े पैमाने पर भाकपा माओवादियों के द्वारा पोस्टर बैनर तैयार कर पुलिस के खिलाफ ग्रामीणों को भड़काने का काम शुरू किया गया है. भाकपा माओवादियों ने एक पत्र जारी कर के भी संगठन की शक्ति को वापस लाने के लिए गुरिल्ला वार तेज करने का आह्वान किया है.

ये भी पढ़ें- आखिर, माओवादियों को क्यों पसंद था बूढ़ा पहाड़, पढ़ें ये रिपोर्ट

सेंट्रल कमिटी ने जारी किया पत्र: माओवादियों के सेंट्रल कमेटी ने शहीद सप्ताह को लेकर 23 पन्नों का एक बुकलेट जारी किया है. जिसमें अपनी खोई हुई ताकत को वापस पाने के लिए माओवादियों के सेंट्रल कमेटी ने कुछ ऐसे फैसले लिए हैं जो भविष्य में झारखंड सहित कई राज्यों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं. साल 2023-24 के लिए भाकपा माओवादियों ने नए लक्ष्य तय किए हैं. 23 पन्नों के बुकलेट में माओवादियों ने अपने भविष्य के इरादे भी जाहिर करने की कोशिश की है. सेंट्रल कमेटी के द्वारा जारी बुकलेट के मुताबिक, बिहार-झारखंड, पूर्वी बिहार और पूर्वोतर झारखंड, दंडकारण्य को एक बार फिर से आधार क्षेत्र बनाने का लक्ष्य रखा गया है.

Anti Naxal campaign in Jharkhand
ETV BHARAT GFX

ग्रामीणों को भड़काने की कोशिश: नक्सली के द्वारा जो पत्र जारी किया गया है उसके जरिए नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीणों को पुलिस के खिलाफ भड़काने की पूरी कोशिश की गई है. ग्रामीणों से अपील की गई है कि जल जंगल जमीन पर सिर्फ और सिर्फ आदिवासियों का अधिकार है. उन इलाकों में कैंप स्थापित कर पुलिस ग्रामीणों के अधिकार क्षेत्र में खलल डाल रही है. ऐसे में ग्रामीण उनका विरोध करें. पत्र में भाकपा माओवादियों के वैसे बड़े नेता जो अब इस दुनिया में नहीं रहे हैं उनके द्वारा किए गए कार्यों का बखान किया गया है.

Anti Naxal campaign in Jharkhand
नक्सलियों की ओर से जारी पोस्टर

शहीद सप्ताह के दौरान के कार्यक्रम भी तय: माओवादी कैडरों के साथ-साथ आम लोगों से माओवादियों ने अपील की है कि वे लोग 3 अगस्त तक देशभर में गांव शहरों से लेकर हर जगह क्रांतिकारी आंदोलन के प्रमुख नेता कामरेड आनंद की स्मृति में सभाएं आयोजित करें. वैसे नक्सली जो पुलिस से मुठभेड़ में मारे गए हैं उन्हें नक्सलियों में शहीद का दर्जा देते हुए उनके परिजनों की मदद की भी अपील की है. शहीद सप्ताह के दौरान गोरिल्ला वार के साथ-साथ पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की याद में क्रांतिकारी गीत, सभा, नाट्य मंचन तक करने का निर्देश पत्र में दिया गया है.

Anti Naxal campaign in Jharkhand
ETV BHARAT GFX

राज्य में विशेष सतर्कता बरतने की हिदायत: 28 जुलाई से शुरू होने वाले शहीद सप्ताह को लेकर झारखंड पुलिस ने अभी से अपनी तैयारियां पूरी कर ली है. नक्सल प्रभावित इलाकों में पहले से चल रहे अभियान को और तेज कर दिया गया है. खासकर वैसे इलाका जहां से नक्सलियों को खदेड़ दिया गया है वहां विशेष निगरानी बरतने की हिदायत दी गई है.

Anti Naxal campaign in Jharkhand
नक्सलियों की ओर से जारी पोस्टर


पुलिस मुठभेड़ में मारे गए साथियों की याद में मनाते है शहीद सप्ताह: गौरतलब है कि भाकपा माओवादी पुलिस मुठभेड़, बीमारी और हादसे में मारे गए अपने साथियों की याद में हर साल शहीद सप्ताह मनाते हैं. जानकारी के मुताबिक, पिछले दो एक साल में देशभर में 290 से ज्यादा माओवादियों की मौत पुलिस मुठभेड़ या अन्य वजहों से हुई है. शहीद सप्ताह के दौरान नक्सली बड़ी वारदातों को अंजाम देने की कोशिश करते हैं, ताकि वह अपनी धमक दिखा सके.

Anti Naxal campaign in Jharkhand
नक्सलियों की ओर से जारी पोस्टर
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:03 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.