रांचीः आज भाकपा माओवादियों को एक और बड़ा झटका लगा है. भाकपा माओवादियों के थिंक टैंक माने जाने वाले रिजनल कमिटी के सदस्य इंदल गंझू उर्फ ललन ने आज आईजी अभियान अमोल वी होमकर के सामने आधिकारिक रूप से सरेंडर कर दिया. इंदल के सिर पर 15 लाख रुपये का इनाम घोषित था.
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आईजी कार्यालय में किया सरेंडरः गुरुवार को इंदल गंझू ने रांची आईजी कार्यालय में आईजी अभियान, आईजी सीआरपीएफ और चतरा एसपी के सामने सरेंडर किया. इंदल एक दुर्दांत नक्सली कमांडर था, उस पर 145 से ज्यादा नक्सल कांड दर्ज हैं. आईजी अभियान अमोल होमकर ने बताया कि 15 लाख का इनामी इंदल बीते दिनों चतरा में हुए पुलिस मुठभेड़ में शामिल था. इस मुठभेड़ में पांच शीर्ष नक्सली मारे गए थे. मुठभेड़ के दौरान इंदल किसी तरह भाग कर बिहार पहुंच गया था. उसके बाद वह पुलिस के संपर्क में आया और सरेंडर करने की बात कही. इंदल गंझू मूल रूप से बिहार के गया के इमामगंज के असरैना गांव का रहने वाला है. इंदल के सरेंडर करने से माओवादियों का प्रभाव मध्यजोन बेहद कम हो गया है.
मध्य जोन में बड़ा नुकसानः पिछले एक महीने के दौरान भाकपा माओवादियों को मध्य जोन में बड़ा झटका लगा है. लावालौंग में दो सैक कमांडरों समेत पांच इनामी माओवादियों के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद इंदल ने सरेंडर किया. वहीं इसी महीने चार इनामी नक्सलियों ने भी चतरा में हथियार डाल दिए थे. एक माह में पांच शीर्ष नक्सलियों के मारे जाने और एक साथ चार-चार इनामी माओवादियों के सरेंडर करना पुलिस महकमा के लिये राज्य स्तर पर अबतक की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जा रही.