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राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति सम्मेलन में झारखंड नक्सल अभियान की तारीफ, केंद्र का हर संभव मदद का वादा

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अगुवाई में राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति सम्मेलन का आयोजन किया गया. इसमें झारखंड नक्सल अभियान की तारीफ की गई और केंद्र सरकार ने हर संभव मदद का वादा किया. Union Home Minister Amit Shah की अगुवाई में सम्मेलन में काउंटर टेरर एवं काउंटर रेडिक्लाइजेशन आदि विषयों पर चर्चा हुआ. साथ ही सुरक्षा चुनौतियों से निपटने की रणनीति बनाई गई.

National Security Strategy Conference under leadership of Union Home Minister Amit Shah organized
राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति सम्मेलन में झारखंड नक्सल अभियान की तारीफ
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Published : Aug 20, 2022, 6:58 AM IST

रांची: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अगुवाई में आयोजित राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति सम्मेलन में झारखंड में चल रहे नक्सली खिलाफ अभियान की तारीफ की गई है. Union Home Minister Amit Shah ने सम्मेलन में इसे और बेहतर करने की रणनीति पर काम करने को कहा. झारखंड पुलिस द्वारा हाल में ही माओवादियों के बड़े नेता प्रशांत बोस और पुलिस की रणनीति के लिहाज से ग्राउंड वर्कर रूपेश कुमार सिंह की गिरफ्तारी को भी नक्सल अभियान में बड़ी कामयाबी के रूप में देखा गया है. बैठक के दौरान झारखंड पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ अभियान में हर संभव मदद की बात भी केंद्र ने कही है.

ये भी पढ़ें-झारखंड से छूट रहा आईपीएस अफसरों का मोह, केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की मची होड़

सीमावर्ती जिलों में विशेष चौकसी के आदेशः बैठक के दौरान डीजीपी नीरज सिन्हा को निर्देश दिया गया है कि जिलों के एसपी को खास कर सीमांत जिलों में सभी तकनीकी और रणनीतिक महत्व की जानकारियां नीचे तक पहुंचाएं. वहीं सीमावर्ती जिलों में होने वाले जनसांख्यिकी परिवर्तनों पर नजर रखने और उसके संबंध में जानकारी देने का निर्देश भी दिया गया है.

किन किन विषयों पर विशेष चर्चाः बैठक के दौरान काउंटर टेरर एवं काउंटर रेडिक्लाइजेशन, माओवादी ओवरग्राउंड एवं फ्रंट आर्गनाइजेशन की चुनौतियों, क्रिप्टो करेंसी, काउंटर ड्रोन तकनीक, साइबर और सोशल मीडिया पर निगरानी, द्वीपों, बंदरगाहों की सुरक्षा, 5 जी टेक्नोलॉजी के चलते उभरी चुनौतियों, सीमा क्षेत्रों में डेमोग्राफिक परिवर्तन और बढ़ती कट्टरता, नशीले पद्धार्थों की तस्करी को लेकर विस्तृत चर्चा हुई. सम्मेलन में झारखंड से डीजीपी नीरज सिन्हा, एडीजी अभियान संजय आनंद लाठकर, आईजी प्रभात कुमार, अमोल वी होमकर, डीआईजी अनूप बिरथरे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए.

लगातार सफलताएं हासिल कर रही झारखंड पुलिसः झारखंड में साल 2019-22 तक कुल 1526 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें एक पोलित ब्यूरो सदस्य, 1 सेंट्रल कमेटी सदस्य, 3 सैक सदस्य, 1 रीजनल कमेटी सदस्य, 12 जोनल कमांडर, 30 सबजोनल कमांडर और 61 एरिया कमांडर शामिल हैं. वहीं लेवी के तौर पर वसूली के 158.52 लाख रुपये भी बरामद किए गए, अभियान में 51 नक्सली मुठभेड़ में मारे गए हैं.

रांची: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अगुवाई में आयोजित राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति सम्मेलन में झारखंड में चल रहे नक्सली खिलाफ अभियान की तारीफ की गई है. Union Home Minister Amit Shah ने सम्मेलन में इसे और बेहतर करने की रणनीति पर काम करने को कहा. झारखंड पुलिस द्वारा हाल में ही माओवादियों के बड़े नेता प्रशांत बोस और पुलिस की रणनीति के लिहाज से ग्राउंड वर्कर रूपेश कुमार सिंह की गिरफ्तारी को भी नक्सल अभियान में बड़ी कामयाबी के रूप में देखा गया है. बैठक के दौरान झारखंड पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ अभियान में हर संभव मदद की बात भी केंद्र ने कही है.

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सीमावर्ती जिलों में विशेष चौकसी के आदेशः बैठक के दौरान डीजीपी नीरज सिन्हा को निर्देश दिया गया है कि जिलों के एसपी को खास कर सीमांत जिलों में सभी तकनीकी और रणनीतिक महत्व की जानकारियां नीचे तक पहुंचाएं. वहीं सीमावर्ती जिलों में होने वाले जनसांख्यिकी परिवर्तनों पर नजर रखने और उसके संबंध में जानकारी देने का निर्देश भी दिया गया है.

किन किन विषयों पर विशेष चर्चाः बैठक के दौरान काउंटर टेरर एवं काउंटर रेडिक्लाइजेशन, माओवादी ओवरग्राउंड एवं फ्रंट आर्गनाइजेशन की चुनौतियों, क्रिप्टो करेंसी, काउंटर ड्रोन तकनीक, साइबर और सोशल मीडिया पर निगरानी, द्वीपों, बंदरगाहों की सुरक्षा, 5 जी टेक्नोलॉजी के चलते उभरी चुनौतियों, सीमा क्षेत्रों में डेमोग्राफिक परिवर्तन और बढ़ती कट्टरता, नशीले पद्धार्थों की तस्करी को लेकर विस्तृत चर्चा हुई. सम्मेलन में झारखंड से डीजीपी नीरज सिन्हा, एडीजी अभियान संजय आनंद लाठकर, आईजी प्रभात कुमार, अमोल वी होमकर, डीआईजी अनूप बिरथरे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए.

लगातार सफलताएं हासिल कर रही झारखंड पुलिसः झारखंड में साल 2019-22 तक कुल 1526 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें एक पोलित ब्यूरो सदस्य, 1 सेंट्रल कमेटी सदस्य, 3 सैक सदस्य, 1 रीजनल कमेटी सदस्य, 12 जोनल कमांडर, 30 सबजोनल कमांडर और 61 एरिया कमांडर शामिल हैं. वहीं लेवी के तौर पर वसूली के 158.52 लाख रुपये भी बरामद किए गए, अभियान में 51 नक्सली मुठभेड़ में मारे गए हैं.

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