रांचीः प्रदेश में बीजेपी के चुनाव सह प्रभारी और बिहार में मंत्री नंद किशोर यादव ने विपक्षी दलों के महागठबंधन को आड़े हाथों लिया है. शुक्रवार को उन्होंने कहा कि हैरत की बात यह है कि सभी विपक्षी दलों का एक महागठबंधन बना है. जबकि सब के घोषणापत्र अलग-अलग है. उन्होंने कहा कि जब शुरुआत ही विरोधाभासी है तो ऐसे में वह सरकार चलाने का दावा कैसे कर सकते हैं.
नंद किशोर ने सीधे तौर पर ठगबंधन नाम देते हुए कहा कि कांग्रेस जैसा राजनीतिक दल अगर नैतिकता की बातें करें तो यह अजीबोगरीब है. उन्होंने कहा कि उसी प्रकार है जैसे चोर मचाए शोर. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जमीन से लेकर आसमान तक के घोटाले किए और अब वह नैतिकता की बात कर रही है.
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नक्सलवाद पर खामोश है महागठबंधन
नंद किशोर यादव ने महागठबंधन की ओर सवालों की बौछार करते हुए कहा कि एक तो विपक्षी दलों का इलेक्शन मेनिफेस्टो विरोधाभासी है. वहीं, दूसरी तरफ नक्सलवाद को लेकर किसी तरह की कोई चर्चा तक नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों की वजह से अब राज्य में नक्सलवाद समाप्ति की ओर है. इस मुद्दे पर महागठबंधन का दृष्टिकोण स्पष्ट नहीं है. उन्होंने कहा कि बीजेपी उन्हीं बातों को अपने संकल्प में शामिल करती है जिसको वह जमीन पर उतार सकती है.
सरकार ने किए 92% वादे पूरे
बीजेपी के झारखंड चुनाव सह प्रभारी ने कहा कि पॉलिटिकल पार्टी के वादों को लेकर शोध करने वाली एजेंसी लोकनीति ने अपने सर्वे में पाया है कि झारखंड सरकार ने अपने 92% वादे पूरे किए हैं. उन्होंने कहा कि यह तभी संभव हो पाया जब राज्य में 5 साल तक स्थिर सरकार रही. वहीं, सरयू राय को लेकर पूछे गए सवाल में उन्होंने कहा कि जब खुद राय ने कह दिया कि वह बीजेपी में नहीं है तब इससे जुड़े सवाल का कोई अर्थ नहीं निकलता.