रांचीः झारखंड के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कर्मचारियों ने राजभवन के समक्ष धरना दिया. कॉलेज के तमाम कामकाज को ठप करते हुए ये कर्मचारी धरना में शामिल हुए. अपनी विभिन्न मांगों को लेकर लगातार कर्मचारी आंदोलित हैं.
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अपनी विभिन्न मांगों को लेकर झारखंड विश्वविद्यालय और महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ ने राजभवन के समक्ष धरना दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से लगातार उनके साथ छलावा किया जा रहा है. इस मामले को लेकर कई बार अवगत कराया गया है लेकिन अब तक उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया है. ये शिक्षक राज्य सरकार के कर्मियों की तरह एसीपी और एमएससीपी की मांग कर रहे हैं.
पांचवा और छठा वेतनमान में जिन कर्मियों का वेतन निर्धारण नहीं हुआ है. उनका वेतन निर्धारण करने की मांग भी की जा रही है. राज्य सरकार के कर्मियों की तरह अर्जित अवकाश के संचयन को प्रभावी तरीके से लागू करने की मांग भी है. वहीं सातवें वेतनमान लागू करने की मांग लगातार की जा रही है. बताते चलें की सेवानिवृत्ति की आयु सीमा पूर्व की तरह 62 वर्ष करने की मांग भी कर्मचारियों ने की है. इनकी मानें तो विश्वविद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को हर वह सुविधा दी जा रही है. लेकिन कर्मचारियों को उन सेवाओं से वंचित रखा जा रहा है.
तमाम कॉलेज का कामकाज ठपः इस मामले को लेकर इन कर्मचारियों में काफी रोष है. इनकी मानें तो अगर राज्य सरकार और विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से इस संबंध में निर्णय नहीं लिया गया तो आने वाले समय में इस आंदोलन को उग्र किया जाएगा. ये कर्मचारी के पिछले कई वर्षों से अपनी इस मांग को लेकर आंदोलित हैं. इन कर्मचारियों ने शनिवार को विश्वविद्यालय के तमाम कामकाज ठप करते हुए इस धरना प्रदर्शन में शामिल हुए. जिससे प्रदेशभर के तमाम कॉलेजों में कामकाज ठप रहा.