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आरयू और एमडीईआर हैदराबाद के बीच हुआ एमओयू, शोधार्थियों को मिलेगा फायदा

रांची विश्वविद्यालय के भूगर्भ शास्त्र विभाग और एटॉमिक मिनिरल डिविजन एम्पोओरेशन फॉर रिसर्च हैदराबाद के साथ एक एमओयू साइन किया गया है. एमओयू विश्वविद्यालय के लिए मील का पत्थर साबित होगा.

रांची विश्वविद्यालय
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Published : Feb 23, 2021, 10:47 PM IST

रांचीः रांची विश्वविद्यालय के भूगर्भ शास्त्र विभाग और एटॉमिक मिनिरल डिविजन एम्पोओरेशन फॉर रिसर्च हैदराबाद के साथ एक एमओयू साइन किया गया. वर्चुअल माध्यम से इस हस्ताक्षर कार्यक्रम का आयोजन आरयू के भूगर्भ शास्त्र विभाग में आयोजित किया गया.

यह भी पढ़ेंः 25 फरवरी को होगी हेमंत कैबिनेट की बैठक, कई अहम प्रस्ताव पर लगेगी मुहर

एटॉमिक मिनिरल डिविजन एम्पोओरेशन फॉर रिसर्च हैदराबाद के बीच रांची विश्वविद्यालय के भूगर्भ शास्त्र विभाग ने एक एमओयू साइन किया है. एमओयू विश्वविद्यालय के लिए मील का पत्थर साबित होगा. इस एमओयू से विभाग के अलावा भौतिक शास्त्र, भूगोल ,गणित शास्त्र विभाग के शोधकर्ताओं को काफी लाभ होगा.

वीसी की मानें तो एटॉमिक पावर का महत्व काफी बढ़ गया है . झारखंड में इसकी असीम संभावनाएं हैं क्योंकि राज्य का जादूगोड़ा क्षेत्र एटॉमिक मिनरल के लिए काफी विख्यात है.इसमें राज्य और राष्ट्र को काफी लाभ भी होगा.

रांची विश्वविद्यालय के भूगर्भ शास्त्र विभाग के लिए सर्टिफिकेट कोर्स आयोजित होने जा रहा है और इस संस्थान के साथ एमओयू होने से इसके विद्यार्थियों को फायदा मिलेगा. इस अवसर पर रांची विश्वविद्यालय के कुलपति रमेश कुमार पांडे, कुलसचिव यूसी मेहता और तमाम पदाधिकारी शामिल थे. हैदराबाद से ऑनलाइन एटॉमिक मिनिरल डिविजन रिसर्च सेंटर के पदाधिकारी भी मौजूद थे.

रांचीः रांची विश्वविद्यालय के भूगर्भ शास्त्र विभाग और एटॉमिक मिनिरल डिविजन एम्पोओरेशन फॉर रिसर्च हैदराबाद के साथ एक एमओयू साइन किया गया. वर्चुअल माध्यम से इस हस्ताक्षर कार्यक्रम का आयोजन आरयू के भूगर्भ शास्त्र विभाग में आयोजित किया गया.

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एटॉमिक मिनिरल डिविजन एम्पोओरेशन फॉर रिसर्च हैदराबाद के बीच रांची विश्वविद्यालय के भूगर्भ शास्त्र विभाग ने एक एमओयू साइन किया है. एमओयू विश्वविद्यालय के लिए मील का पत्थर साबित होगा. इस एमओयू से विभाग के अलावा भौतिक शास्त्र, भूगोल ,गणित शास्त्र विभाग के शोधकर्ताओं को काफी लाभ होगा.

वीसी की मानें तो एटॉमिक पावर का महत्व काफी बढ़ गया है . झारखंड में इसकी असीम संभावनाएं हैं क्योंकि राज्य का जादूगोड़ा क्षेत्र एटॉमिक मिनरल के लिए काफी विख्यात है.इसमें राज्य और राष्ट्र को काफी लाभ भी होगा.

रांची विश्वविद्यालय के भूगर्भ शास्त्र विभाग के लिए सर्टिफिकेट कोर्स आयोजित होने जा रहा है और इस संस्थान के साथ एमओयू होने से इसके विद्यार्थियों को फायदा मिलेगा. इस अवसर पर रांची विश्वविद्यालय के कुलपति रमेश कुमार पांडे, कुलसचिव यूसी मेहता और तमाम पदाधिकारी शामिल थे. हैदराबाद से ऑनलाइन एटॉमिक मिनिरल डिविजन रिसर्च सेंटर के पदाधिकारी भी मौजूद थे.

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