रांची: झारखंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के कुलपति डॉ गोपाल पाठक और बीआईटी मेसरा रांची के कुलपति प्रोफेसर डॉ स्वपन कोनार की ओर से संयुक्त रूप से उच्च तकनीकी शिक्षा में शोध, फैकल्टी डेवेलपमेंट ट्रेनिंग, स्टूडेंट्स एक्सचेंज और अन्य शैक्षणिक स्तर पर दोनों विश्वविद्यालयों की ओर से नए शोध कार्यक्रम को लेकर एक एमओयू साइन किया गया.
शोध कार्यक्रम को बढ़ावा
इसके जरिए छात्रों को स्टार्टअप और इन्क्यूबेशन प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य को बढ़ावा देने के लिए पारस्परिक सहयोग होगा समझौता पत्र में कहा गया है कि झारखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से सम्बंधित तकनीकी संस्थानों के छात्रों और शिक्षकों को बीआई टी मेसरा के विषय विशेषज्ञों के साथ वैश्विक शैक्षणिक संरचना के अनुसार आधुनिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए दोनों संस्थानों को एक दूसरे का परस्पर सहयोग मिलेगा. साथ ही साथ दोनों संस्थानों के छात्र और शिक्षक संयुक्त रूप से नई विषयों पर शोध कार्यक्रम, विशेष आयोजित व्याख्यान, सेमिनार, कार्यशाला, कॉन्फ्रेंस, क्लब कार्यक्रम में सम्मलित होंगें. दोनों संस्थानों का सम्मिलित प्रयास रहेगा कि झारखंड राज्य में तकनीकी उच्च शिक्षा में बेहतर योगदान के लिए वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए शोध कार्यक्रम को बढ़ावा दिया जाए.
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डेनमार्क के एक विश्वविद्यालय के साथ भी हो चुका है एमओयू
गौरतलब है कि झारखंड प्रौद्यौगिकी विश्वविद्यालय की ओर से 9 फरवरी 2020 को आरहुस विश्वविद्यालय, हेर्निंग, डेनमार्क के साथ उच्च तकनीकी शिक्षा में शोध, फैकल्टी डेवेलपमेंट ट्रेनिंग और अन्य शैक्षणिक स्तर पर दोनों विश्वविद्यालयों के द्वारा नए नवाचारों के प्रयोग , निर्माण कार्य के बढ़ावा देने के लिए पारस्परिक सहयोग हेतु समझौता पत्र (MOU) हस्ताक्षरित किया गया था, वर्तमान में विश्वविद्यालय के नामांकित शोध विद्यार्थियों को आरहुस विश्वविद्यालय, डेनमार्क के साथ संयुक्त रूप से शोध कार्य के लिए प्रेरित किया जाएगा.