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विभीषण से महाराज तक डालेंगे हथियार, संगठन छोड़ चुके हैं ये माओवादी - माओवादी महाराज

झारखंड के सबसे बड़े नक्सली संगठन भाकपा माओवादी से जुड़े कई माओवादी हथियार छोड़ने (Maoists surrender in jharkhand ) की तैयारी में है. विभीषण से महाराज तक पुलिस के संपर्क में हैं. इसके लिए ये माओवादी पहले ही संगठन छोड़ चुके हैं.

most wanted Maoists surrender in jharkhand
विभीषण से महाराज तक डालेंगे हथियार
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Published : Oct 27, 2021, 2:22 PM IST

Updated : Oct 27, 2021, 2:35 PM IST

रांची: झारखंड के सबसे बड़े नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों को लगातार बड़े झटके लग रहे हैं. भाकपा माओवादियों के कई बड़े कमांडर आत्मसमर्पण (Maoists surrender in jharkhand ) करने के लिए संगठन छोड़ चुके हैं जो बड़े माओवादी आत्मसमर्पण करने वाले हैं उनमें विमल यादव, महाराज प्रमाणिक और चर्चित विभीषण भी शामिल हैं.

ये भी पढ़ें-गढ़वा: माओवादी संगठन की 2 युवतियों ने किया सरेंडर

पांच लाख से 25 तक के इनामी सरेंडर के लिए पुलिस के संपर्क में

झारखंड पुलिस एक साथ कई बड़े नक्सलियों के आत्मसमर्पण की योजना पर काम कर रही है. मिली जानकारी के अनुसार 25 लाख से लेकर 5 लाख तक के कई इनामी नक्सली पुलिस के संपर्क में हैं. आत्मसमर्पण करने वाले जो बड़े नाम हैं उनमें कमांडर विमल यादव, रीजनल कमांडर महाराज प्रमाणिक के अलावा माओवादियों के बीच विभीषण नाम से चर्चित माओवादी मेहनत उर्फ मोछू भी शामिल है. धनबाद के बरवड्डा का रहने वाला मेहनत उर्फ मोछू बीते कई सालों से चाईबासा में सक्रिय था. संगठन में कोल्हान इलाके में उसे रीजनल कमेटी मेंबर के तौर पर जिम्मेदारी मिली हुई थी. राज्य पुलिस ने 15 लाख का इनाम मेहनत पर रखा है.

मेहनत की एक करोड़ के इनामी मिसिर बेसरा से थी करीबी

मिली जानकारी के अनुसार एक माह पहले ही विभीषण उर्फ मेहनत संगठन छोड़कर भाग गया था. संगठन से भागने के बाद वह पुलिस के संपर्क में आया था. अब राज्य पुलिस विभीषण से मिली जानकारी के आधार पर आगे अभियान की रणनीति बना रही है. जानकारी के मुताबिक, भाकपा माओवादी संगठन में मेहनत एक करोड़ के इनामी मिसिर बेसरा का करीबी रहा है. लंबे समय से माओवादी संगठन में सक्रियता की वजह से मेहनत की संगठन में काफी अच्छी पैठ रही है.

25 लाख का इनामी विमल भी छोड़ चुका है संगठन

भाकपा माओवादियों के सैक सदस्य और 25 लाख का इनामी विमल यादव भी पुलिस के सम्पर्क में आ चुका है. बूढ़ापहाड़ में माओवादी संगठन की रीढ़ रहे विमल के सहयोग से अन्य माओवादियों के सरेंडर की भी कोशिश की जा रही है.

रांची: झारखंड के सबसे बड़े नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों को लगातार बड़े झटके लग रहे हैं. भाकपा माओवादियों के कई बड़े कमांडर आत्मसमर्पण (Maoists surrender in jharkhand ) करने के लिए संगठन छोड़ चुके हैं जो बड़े माओवादी आत्मसमर्पण करने वाले हैं उनमें विमल यादव, महाराज प्रमाणिक और चर्चित विभीषण भी शामिल हैं.

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पांच लाख से 25 तक के इनामी सरेंडर के लिए पुलिस के संपर्क में

झारखंड पुलिस एक साथ कई बड़े नक्सलियों के आत्मसमर्पण की योजना पर काम कर रही है. मिली जानकारी के अनुसार 25 लाख से लेकर 5 लाख तक के कई इनामी नक्सली पुलिस के संपर्क में हैं. आत्मसमर्पण करने वाले जो बड़े नाम हैं उनमें कमांडर विमल यादव, रीजनल कमांडर महाराज प्रमाणिक के अलावा माओवादियों के बीच विभीषण नाम से चर्चित माओवादी मेहनत उर्फ मोछू भी शामिल है. धनबाद के बरवड्डा का रहने वाला मेहनत उर्फ मोछू बीते कई सालों से चाईबासा में सक्रिय था. संगठन में कोल्हान इलाके में उसे रीजनल कमेटी मेंबर के तौर पर जिम्मेदारी मिली हुई थी. राज्य पुलिस ने 15 लाख का इनाम मेहनत पर रखा है.

मेहनत की एक करोड़ के इनामी मिसिर बेसरा से थी करीबी

मिली जानकारी के अनुसार एक माह पहले ही विभीषण उर्फ मेहनत संगठन छोड़कर भाग गया था. संगठन से भागने के बाद वह पुलिस के संपर्क में आया था. अब राज्य पुलिस विभीषण से मिली जानकारी के आधार पर आगे अभियान की रणनीति बना रही है. जानकारी के मुताबिक, भाकपा माओवादी संगठन में मेहनत एक करोड़ के इनामी मिसिर बेसरा का करीबी रहा है. लंबे समय से माओवादी संगठन में सक्रियता की वजह से मेहनत की संगठन में काफी अच्छी पैठ रही है.

25 लाख का इनामी विमल भी छोड़ चुका है संगठन

भाकपा माओवादियों के सैक सदस्य और 25 लाख का इनामी विमल यादव भी पुलिस के सम्पर्क में आ चुका है. बूढ़ापहाड़ में माओवादी संगठन की रीढ़ रहे विमल के सहयोग से अन्य माओवादियों के सरेंडर की भी कोशिश की जा रही है.

Last Updated : Oct 27, 2021, 2:35 PM IST
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