रांचीः रांची के ओरमांझी थाना क्षेत्र स्थित प्रोजेक्ट प्लस टू उच्च विद्यालय सदमा की छात्राएं महीनों से छेड़खानी का शिकार (Molestation case in Ranchi school ) हो रही थीं, लेकिन छेड़खानी करने वाले शोहदों के खौफ की वजह से उन्होंने अपनी जुबान पर ताला लगा रखा था. रविवार को रांची से लगभग 40 किलोमीटर दूर ओरमांझी ब्लॉक के सदमा गांव जब ईटीवी की टीम पूरे मामले की तफ्तीश के लिए पहुंची तब शिक्षक दिवस पर छेड़छाड़ की घटना के पीछे की कहानी भी सामने आ गई.
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खौफ से कई छात्राएं स्कूल नहीं जा रहींः रांची के ओरमांझी स्थित प्रोजेक्ट प्लस टू उच्च विद्यालय सदमा (Project Plus 2 High School Sadama ranchi) में पढ़ने वाली तमाम लड़कियां दहशत में हैं. शिक्षक दिवस के दिन स्कूल में जब सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा था, उसी दौरान छह की संख्या में पास के ही गांव के युवक स्कूल पहुंचे थे. स्कूल पहुंचते ही उन्होंने छात्राओं के साथ छेड़खानी शुरू कर दी, जब स्कूल की महिला शिक्षकों ने उनका विरोध किया तो उनके साथ भी अभद्रता की गई.
हथियार के बल पर खुलेआम युवकों ने छात्राओं को खुद के साथ दोस्ती करने का दबाव बनाया. उन्होंने छात्राओं को यह धमकी भी दी कि अगर वे उनसे दोस्ती नहीं करती हैं तो उनके घर से उन्हें उठा लिया जाएगा.
स्थानीय लोगों के विरोध के बाद भागे युवकः ईटीवी भारत की टीम से बात करते हुए स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल में छेड़खानी की जानकारी मिलने पर वे लोग भागे भागे स्कूल पहुंचे थे. जब उन्होंने छेड़खानी करने वाले युवकों का विरोध किया तो उन्हें भी हथियार दिखाकर जान से मारने की धमकी दी. लेकिन जब ग्रामीणों की संख्या बढ़ने लगी तब छेड़खानी करने वाले युवक वहां से भाग खड़े हुए. दशहत में कई छात्राओं ने स्कूल छोड़ाः ग्रामीणों ने बातचीत में बताया कि लगातार हो रही छेड़खानी की वारदात की वजह से स्कूल में पढ़ने वाली छात्राएं दहशत में हैं. कई तो स्कूल आना भी छोड़ चुकी हैं.
स्कूल में मात्र एक पुरुष शिक्षकः छेड़खानी करने वाले युवकों की गिरफ्तारी नहीं होने और उनके द्वारा लगातार धमकी दिए जाने की वजह से छात्राएं और उनका परिवार दहशत में है. साथ ही स्कूल में पढ़ाने वाली सभी महिला शिक्षक भी दहशत में हैं. प्रोजेक्ट प्लस टू उच्च विद्यालय सदमा में कुल 15 शिक्षक हैं, जिनमें 14 महिलाएं हैं. वहीं स्कूल पूरी तरह से असुरक्षित है क्योंकि अभी तक स्कूल के चारों तरफ बाउंड्रीवाल तक नहीं कराई गई है, गेट की बात तो छोड़ ही दें.
ये हैं आरोपीः पूरे मामले में स्कूल प्रशासन की लापरवाही भी सामने आई है, छात्राओं के साथ लगातार छेड़खानी की वारदात हो रही थी लेकिन स्कूल प्रशासन की तरफ से ओरमांझी पुलिस को कोई सूचना नहीं दी. पहले इस मामले को स्कूल में बैठकर सुलझाने की कोशिश की गई लेकिन फिर भी कोई हल नहीं निकला. धीरे-धीरे इस बात की खबर ग्रामीणों को हुई जिसके बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए. मामला जब तूल पकड़ने लगा तब शनिवार को ग्रामीणों ने मिलकर आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई, जिन आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है, उनमें फिरदौस अंसारी, सोहेल अंसारी, मुजम्मिल अंसारी, तौफीक अंसारी और जमील अंसारी शामिल हैं.
रेड जारीः पूरे मामले को लेकर सिल्ली डीएसपी क्रिस्टोफर केरकेट्टा ने बताया कि शनिवार को ग्रामीणों द्वारा आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. पुलिस की टीम ने शनिवार की देर रात तक आरोपियों की तलाश में छापेमारी की है. जल्द ही सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे.