रांची: लोकसभा चुनाव में 302 सीटों पर मतदान होने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने शनिवार को कांग्रेस के स्टेट हेड क्वार्टर में दावा किया है कि 2019 में बीजेपी सरकार केंद्र और राज्य से फिनिश हो जाएगी. साथ ही देश की जनता को मोदी सरकार के तीन स्तंभ धोखा, धमकी और ड्रामेबाजी से मुक्ति मिलेगी.
केंद्र की मोदी और झारखंड की रघुवर सरकार फिनिश हो जाएगी
पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले 5 सालों में जनता ने मोदी सरकार के तीन स्तंभ धोखा, धमकी और ड्रामेबाजी को जान लिया है. यही वजह है कि 302 सीटों पर हुए मतदान के रुझान कांग्रेस के नेतृत्व में महागठबंधन की ओर दिख रहे हैं. उन्होंने कहा कि आने वाला सरकार महागठबंधन का होगा. जो कांग्रेस के नेतृत्व में बनेगा और 2019 में केंद्र की मोदी और झारखंड की रघुवर सरकार फिनिश हो जाएगी.
आदिवासी और गरीब विरोधी सरकार की तरह काम कर रही है भाजपा
उन्होंने कहा कि वन अधिकार अधिनियम 2006 को भी कमजोर किया गया है. कई राज्यों में 18 लाख लोगों को व्यक्तिगत रूप से वन पट्टे दिए गए हैं. लेकिन झारखंड में पिछले 12 साल में मात्र 58000 लोगों को ही वन पट्टे दिए गए हैं. जबकि यहां 15 लाख लोगों को वन पट्टे दिए जा सकते थे. उन्होंने कहा कि राज्य में पहली बार 5 साल रघुवर सरकार ने शासन किया. लेकिन उन्होंने इसके लिए कोई पहल नहीं की है. ऐसे में यह आदिवासी और गरीब विरोधी सरकार की तरह काम कर रही है.
2018 में सबसे ज्यादा एक करोड़ लोग बेरोजगार हुए हैं
भूमि अधिग्रहण कानून को लेकर उन्होंने कहा कि 5 सालों में मोदी सरकार ने इस कानून को पूरी तरह से कमजोर करने की कोशिश की है और इससे संबंधित प्रावधानों को भी कमजोर किया है. साथ ही बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर कहा कि देश में 2018 में सबसे ज्यादा एक करोड़ लोग बेरोजगार हुए हैं. ऐसा पिछले 45 सालों में नहीं हुआ था. इसका सबसे बड़ा कारण नोटबंदी और जल्दबाजी में जीएसटी लागू करना है.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से मोदी सरकार कि ओर से सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिकरण किया जा रहा है. यह कहीं से सही नहीं है. जबकि यूपीए सरकार में 5 से 6 बार सर्जिकल स्ट्राइक किए गए थे. लेकिन कभी भी प्रधानमंत्री और गृह मंत्री या किसी भी कांग्रेस के नेता कि ओर से इसका श्रेय लेने की कोशिश नहीं की गई. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा सर्जिकल स्ट्राइक नोटबंदी था. उन्होंने कहा कि इससे किसान और खेत में काम करने वाले मजदूरों, युवाओं पर सबसे ज्यादा असर पड़ा.
वहीं, जेएमएम के घोषणा-पत्र को लेकर उन्होंने कहा कि उनके घोषणा-पत्र की प्राथमिकताएं और कांग्रेस के घोषणा-पत्र की प्राथमिकताएं एक जैसी है. जिसमें जल जंगल जमीन का जिक्र किया गया है. ऐसे में वह लोकसभा चुनाव में जिस तरह से महागठबंधन के तहत चुनाव लड़ रहे हैं. उसी तरह उम्मीद जताई है कि विधानसभा के चुनाव में भी इसी महागठबंधन के तहत चुनाव लड़ा जाएगा.
वहीं, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार ने मुख्यमंत्री रघुवर दास को चुनौती देते हुए कहा कि वह सरना कोड लागू करने के बयान बाजी कर रहे हैं. लेकिन उन्होंने पिछले साढ़े 4 सालों में केंद्र सरकार को इसके लिए एक भी पत्र नहीं लिखा है. ताकि लोगों को विश्वास हो सके कि उन्होंने जो घोषणा की है, उसे पूरा करेंगे. उन्होंने कहा कि उनके द्वारा विधानसभा सत्र में अलग बात कही जाती है और भाषण में अलग बातें कही जाती है. इससे यह साफ जाहिर होता है कि रघुवर दास सीरियल लायर है.