रांचीः अपनी दस सूत्री मांगों कोे लेकर झारखंड के मनरेगाकर्मी आंदोलनरत हैं. अपनी मागों के समर्थन में आज वो मंत्री आलमगीर आलम के आवास का घेराव करेंगे. फिर भी मांग पूरी नहीं हुई तो फिर अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे. बता दें कि राज्य में लगभग 5600 मनरेगाकर्मी हैं.
मंत्री आवास घेराव को लेकर मनरेगा कर्मचारी संघ की पूरी तैयारी है. इसमें राज्यभर के कर्मचारी शामिल हो रहे हैं. संघ का आरोप है कि मौजूदा सरकार ने जो वादा किया था, उसे पूरा नहीं किया गया है. इसलिए वो आंदोलन करने को मजबूर है, जिसके तहत मंत्री आलमगीर आवास का घेराव करेंगे. मनरेगा कर्मचारी संघ का कहना है कि 2007 से वे लोग सेवा दे रहे हैं, लेकिन उनकी हमेशा से उपेक्षा की जाती रही है. आश्वासन तो मिला लेकिन कभी ठोस पहल नहीं की गई है.
कर्मचारी संघ का कहना है कि इसके बाद भी उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो वे लोग 16 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे. गौरतलब है कि राज्य में कुल मिलाकर 56 सौ से अधिक मनरेगाकर्मियों की संख्या है. इनके संभावित हड़ताल से कई सरकारी योजनाओं पर असर पड़ सकता है.
जानिए क्या है मनरेगाकर्मियों की मांग
- स्थायीकरण किया जाए
- सेवा के स्थायी होने तक तय वेतन और 10 फीसदी बढ़ोतरी का प्रावधान हो
- सामाजिकि सुरक्षा और स्वास्थ्य सुरक्षा योजना का लाभ मिले
- मनरेगाकर्मियों को प्रताड़ित ना किया जाए, बर्खास्तगी की परंपरा खत्म हो
- सरकारी नौकरियों में बहाली के समय उम्र सीमा में छूट मिले
- महिला कर्मचारियों को वेतन के साथ मातृत्व अवकाश मिले
- मनरेगाकर्मियों 2018 से ईपीएफ काटा जाए
- बायोमेट्रिक उपस्थिति की अनिवार्यता खत्म हो
- मनरेगा सामाजिक अंकेक्षण ग्रामसभा द्वारा चुने गए लोगों से हो
- स्थानीय प्रखंड में मनरेगा सेवा मिले