रांची: राजधानी के सिल्ली प्रखंड कार्यालय में गुरुवार को कोविड-19 को लेकर समीक्षा बैठक की गई. बैठक में सिल्ली प्रखंड और आसपास के इलाके में कोविड-19 को फैलने से कैसे रोका जाए, इसे लेकर विचार मंथन किया गया.
पीपीई किट स्वास्थ्यकर्मियों के लिए बेहतर अस्त्र
बैठक में शामिल पंचायत प्रतिनिधि, जिला परिषद सदस्य और प्रखंड के पदाधिकारियों ने गांव और पंचायत स्तर पर कोविड-19 से संबंधित आवश्यक कदमों और जागरूकता संबंधी पहलुओं पर चर्चा की. सिल्ली विधायक सुदेश महतो ने भी पूरे क्षेत्र को कैसे कोविड -19 मुक्त क्षेत्र बनाया जाए, इसको लेकर अपनी राय रखी. रोकथाम के लिए सिल्ली क्षेत्र में कार्यरत डॉक्टर, नर्स और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को भी बेहतर तरीके से कार्य करने के लिए हौसला अफजाई की गई. साथ ही सिल्ली के स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों को विधायक सुदेश महतो ने पीपीई किट प्रदान किया. जो कोविड-19 से लड़ने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों के लिए बेहतर अस्त्र साबित होगा.
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सरकार से अनुमति लेने की नहीं है आवश्यकता
कोविड -19 के संक्रमण से बचने के लिए गांव, पंचायत, प्रखंड से लेकर जिला, राज्य और राज्य के बाहर रह रहे छात्र-छात्राओं की भी चिंता करने की आवश्यकता है. राजस्थान के कोटा समेत अंर्तराज्यों में फंसे झारखंड के हजारों छात्र-छात्राओं को झारखंड सरकार को वापस लाने की व्यवस्था करनी चाहिए. वापस लाने के बाद छात्रों के क्वॉरेंटाइन की भी व्यवस्था सरकार को करनी चाहिए. विधायक सुदेश महतो ने कहा कि इस मसले पर केंद्र सरकार से अनुमति लेने की कोई आवश्यकता नहीं है.