रांचीः सोरेन परिवार की बड़ी बहू और विधायक सीता सोरेन का अपनी ही सरकार के खिलाफ बगावती रुख जारी है. इसी कड़ी में शुक्रवार को अपनी बेटी के साथ सीता सोरेन राजभवन पहुंचीं. उन्होंने राज्यपाल रमेश बैस को ज्ञापन सौंपकर झारखंड में जमीन लूट पर रोक लगाने की मांग की है.
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राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने के बाद सीता सोरेन ने कहा कि गुरुजी और दुर्गा सोरेन ने जिस सपने के साथ झारखंड राज्य की लड़ाई लड़ी और संघर्ष के बाद अलग राज्य बना. लेकिन अब तक आदिवासी-मूलवासी, शोषित, दलित, पीड़ितों का विकास नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि राज्य में भूमि की लूट हो रही है, दलालों के माध्यम से CNT की जमीन को भी बेचा जा रहा है. झामुमो ने जल, जंगल, जमीन की लड़ाई लड़ी और अपने ही राज में वनभूमि बेची जा रही है.
सीता सोरेन ने कहा कि चतरा में सीसीएल ने वनभूमि में रास्ता बना लिया है, जब उन्होंने इसकी आवाज सदन में उठाया तो संतोषजनक जवाब नहीं मिला. अधिकारियों ने सरकार को भी गुमराह किया है. सीता सोरेन ने कहा कि राज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि वह राज्य में जमीन लूट के मामले की जांच कराएंगे. शिबू सोरेन की बड़ी बहू और मुख्यमंत्री की भाभी सीता सोरेन ने कहा कि वह लगातार अन्याय और अनीति के खिलाफ मुखर रही हैं. इसलिए साजिशन यह बात फैलाई जा रही है कि वह और कुछ झामुमो विधायक, भाजपा के संपर्क में है जो कि पूरी तरह से निराधार है.
सीता सोरेन ने कहा कि वह जनप्रतिनिधि हैं और जनता के हित मे आवाज उठाती रहेंगी. कुछ मीडिया में भाजपा के साथ मिलकर सरकार को अस्थिर करने की खबर पर सीता सोरेन ने कहा कि झामुमो के किस और कितने विधायक ने उनपर आरोप लगाया. कब शिबू सोरेन को चिट्ठी लिखी, कितने विधायक हैं, जिन्होंने झामुमो आलाकमान को उनके खिलाफ कहा है कुछ भी स्पष्ट नहीं है. विधायक सीता सोरेन ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हम सब झामुमो विधायक एकजुट हैं पर सरकार के कामकाज से सभी दुखी, आहत, परेशान और मजबूर हैं.