रांचीः अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत एकत्रित पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा का पांच दिवसीय विधानसभा घेराव का आज अंतिम दिन है. अंतिम दिन आजसू विधायक लंबोदर महतो और बीजेपी विधायक इंद्रजीत महतो धरना स्थल पर पहुंचे और एकीकृत पारा शिक्षकों की सदन के अंदर आवाज उठाने का आश्वासन दिया.
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करीब 65,000 शिक्षक आंदोलन में चरणबद्ध तरीके से शामिल हुए, जिसमें अंतिम दिन गुमला, दुमका, जामताड़ा, साहिबगंज और बोकारो के पारा शिक्षक शामिल हुए. धरनास्थल पर पहुंचकर आजसू विधायक लंबोदर महतो ने पारा शिक्षकों को आश्वासन दिया कि सदन के अंदर उनकी मांगों को निश्चित रूप से उठाएंगे.
उन्होंने कहा कि पारा शिक्षकों की मांग हो आंगनबाड़ी सेविका सहायिका या जितने भी अनुबंध कर्मी हैं उनकी नियमितीकरण की मांग को लेकर लगातार सदन के अंदर आवाज उठाई जा रही है.सरकार ने जिस तरीके से वादाखिलाफी का काम किया है निश्चित रूप से आवाज को सदन के अंदर बुलंद करने का काम करूंगा.
बीजेपी विधायक इंद्रजीत महतो ने दिया आश्वासन
वही बीजेपी के विधायक इंद्रजीत महतो ने भी पारा शिक्षकों को धरनास्थल पर पहुंचकर आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि सदन के अंदर इनकी मांगों को पुरजोर तरीके से उठाने का काम करेंगे और निश्चित रूप से इन लोगों के अधिकार को दिलाने का काम किया जाएगा.
अंतिम दिन पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले सैकड़ों पारा शिक्षकों ने विधानसभा के समक्ष पहुंचकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान एकत्रित पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के सदस्य मोहन मंडल ने मुख्यमंत्री पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव की सभाओं में मुख्यमंत्री बराबर यह कहा करते थे कि पारा शिक्षकों की मांगों पर सरकार बनते ही पूरा करेगी लेकिन आज 14 महीने बीत जाने के बाद भी सरकार का उदासीन रवैया है.