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Jharkhand News: सभापति का मनोनयन औचित्यहीन, सीपी सिंह ने दी व्यवस्था,  स्पीकर ने कहा 'गलत है आरोप'

झारखंड विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो चुका है. पहले दिन की कार्यवाही भी संपन्न हो गई है. बजट सत्र की शुरुआत के साथ ही बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चुका है.

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Published : Feb 27, 2023, 3:08 PM IST

Updated : Feb 27, 2023, 4:34 PM IST

रांचीः झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के बाद भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री सह पूर्व स्पीकर सीपी सिंह ने व्यवस्था के तहत आसन पर एक गंभीर सवाल उठा दिया. दरअसल, शोक प्रकाश के पहले विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो कार्य मंत्रणा समिति के सदस्य और सभापतियों के नाम की घोषणा कर रहे थे. उनकी बात पूरी होते ही सीपी सिंह ने व्यवस्था के तहत कहा कि आपने सभापति के नाम की घोषणा तो की लेकिन क्या आप बता सकते हैं कि आपने किसको आसन पर बैठने का मौका दिया. उन्होंने यह भी कहा कि कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में जो फैसले लिए जाते हैं, उसकी जानकारी नहीं दी जाती है. उन्होंने कहा कि वह खुद इस बाबत पत्र लिख चुके हैं लेकिन आज तक उसका जवाब नहीं मिला है.

ये भी पढ़ेंः Governor Address: विधानसभा में राज्यपाल ने गिनाई हेमंत सरकार की उपलब्धियां, जानिए क्या-क्या कहा

सीपी सिंह की बात पूरी होते ही स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने कहा कि आप गलत आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि महिला दिवस के दिन सीता मुर्मू आसन पर बैठी थीं. कई सत्र के दौरान वरिष्ठ विधायक स्टीफन मरांडी भी आसन पर बैठकर संचालन कर चुके हैं. लिहाजा, आपका आरोप पूर्णरूपेण सत्य नहीं है. हालांकि स्पीकर ने कहा कि 3 साल की अवधि में कौन आसन पर बैठा, मुझे इतना याद नहीं है. आसन से आपत्ति प्रकट किए जाने पर विधायक सीपी सिंह ने कहा कि आरोप और व्यवस्था में अंतर होता है. मैंने आरोप नहीं लगाया है. हल्की खींचतान के साथ बात आई गई हो गई. कार्य मंत्रणा के मसले पर स्पीकर ने कहा कि यह व्यवस्था परिपाटी का एक हिस्सा है.

सोमवार को कार्यवाही के दौरान पंचम विधानसभा के शीतकालीन सत्र की अवधि में सरकार की ओर से दिए गए आश्वासनों के अनुपालन से संबंधित एक्शन टेकन रिपोर्ट को सभा पटल पर रखा गया. संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने सदन को बताया कि 9 आश्वासनों की सूची झारखंड विधान सभा सचिवालय द्वारा मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग को उपलब्ध कराई गई.

रांचीः झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के बाद भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री सह पूर्व स्पीकर सीपी सिंह ने व्यवस्था के तहत आसन पर एक गंभीर सवाल उठा दिया. दरअसल, शोक प्रकाश के पहले विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो कार्य मंत्रणा समिति के सदस्य और सभापतियों के नाम की घोषणा कर रहे थे. उनकी बात पूरी होते ही सीपी सिंह ने व्यवस्था के तहत कहा कि आपने सभापति के नाम की घोषणा तो की लेकिन क्या आप बता सकते हैं कि आपने किसको आसन पर बैठने का मौका दिया. उन्होंने यह भी कहा कि कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में जो फैसले लिए जाते हैं, उसकी जानकारी नहीं दी जाती है. उन्होंने कहा कि वह खुद इस बाबत पत्र लिख चुके हैं लेकिन आज तक उसका जवाब नहीं मिला है.

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सीपी सिंह की बात पूरी होते ही स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने कहा कि आप गलत आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि महिला दिवस के दिन सीता मुर्मू आसन पर बैठी थीं. कई सत्र के दौरान वरिष्ठ विधायक स्टीफन मरांडी भी आसन पर बैठकर संचालन कर चुके हैं. लिहाजा, आपका आरोप पूर्णरूपेण सत्य नहीं है. हालांकि स्पीकर ने कहा कि 3 साल की अवधि में कौन आसन पर बैठा, मुझे इतना याद नहीं है. आसन से आपत्ति प्रकट किए जाने पर विधायक सीपी सिंह ने कहा कि आरोप और व्यवस्था में अंतर होता है. मैंने आरोप नहीं लगाया है. हल्की खींचतान के साथ बात आई गई हो गई. कार्य मंत्रणा के मसले पर स्पीकर ने कहा कि यह व्यवस्था परिपाटी का एक हिस्सा है.

सोमवार को कार्यवाही के दौरान पंचम विधानसभा के शीतकालीन सत्र की अवधि में सरकार की ओर से दिए गए आश्वासनों के अनुपालन से संबंधित एक्शन टेकन रिपोर्ट को सभा पटल पर रखा गया. संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने सदन को बताया कि 9 आश्वासनों की सूची झारखंड विधान सभा सचिवालय द्वारा मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग को उपलब्ध कराई गई.

Last Updated : Feb 27, 2023, 4:34 PM IST
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