रांची: कांग्रेस पार्टी का दामन थामने के बाद भी मांडर विधायक बंधु तिर्की को संगठन का किसी भी आंदोलन में साथ नहीं मिल रहा है, जबकि बंधु तिर्की लगातार पार्टी के कार्यक्रम, विधायक दल की बैठक समेत अन्य आंदोलन में शामिल होते रहे हैं, लेकिन बंधु की ओर से जमीन संबंधी आंदोलन की बात हो या फिर मुख्यमंत्री को किए जा रहे अन्य मामलों को लेकर पत्राचार की बात हो, किसी में भी कांग्रेस पार्टी का साथ नहीं मिलता दिख रहा है.
संगठन का मिलेगा साथ
जिस तरह से बंधु तिर्की लगातार कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रमों में शामिल होते रहे हैं. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही थी कि कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए बंधु तिर्की को संगठन का भी हर मामले में साथ मिलेगा, लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है, बल्कि बंधु तिर्की अकेले ही कई मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री समेत अन्य कैबिनेट मंत्रियों को पत्राचार करते रहे हैं.
आलम यह है कि झारखंड लैंड म्यूटेशन बिल 2020 के मामले पर भी बंधु को कांग्रेस का साथ नहीं मिल पाया है. भले ही रांची जिले के अंचल कार्यालयों के पास इस बिल के विरोध में धरना प्रदर्शन किया गया, लेकिन इसमें कांग्रेस पार्टी का समर्थन नहीं मिला.
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कांग्रेस पार्टी की अपनी नीति
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजेश गुप्ता छोटू ने बंधु तिर्की को पार्टी का समर्थन न मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की अपनी नीति है. अगर बंधु तिर्की प्रदेश कांग्रेस के मुखिया से इस पर चर्चा करते हैं, तो पार्टी और संगठन का पूरा समर्थन मिलता, लेकिन उन्होंने ऐसे मुद्दों को पार्टी के पटल पर अध्यक्ष के सामने आंदोलन की बात तक नहीं रखी है. ऐसे में बंधु तिर्की का यह पर्सनल आंदोलन हो गया है. हालांकि, उन्होंने कहा कि जिन मुद्दों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, वह अच्छी बात है, लेकिन अगर वह प्रदेश अध्यक्ष से इस पर बात करते तो पार्टी की ओर से कुछ निर्णय लिया जाता.