रांचीः झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के आठवें दिन बीजेपी विधायक अनंत ओझा ने चाई जाति समेत निषाद वंशी समाज को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग को लेकर सदन में आवाज उठाई, ताकि इन जातियों के जीवन यापन में सहूलियत हो. इस मामले को लेकर पूर्व में भी सदन में अनंत ओझा ने आवाज उठाई थी, इसको लेकर पूर्ववर्ती रघुवर दास की सरकार ने आश्वासन भी दिया था.
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बीजेपी विधायक अनंत ओझा ने सदन से निकलते हुए कहा कि राजमहल विधानसभा सहित पूरे झारखंड में चाई जाति समेत निषाद वंश के लोग रहते हैं, लेकिन बरसों से इनको अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग उठ रही है. ओझा ने कहा कि चतुर्थ विधानसभा सत्र में भी सदन के अंदर इस बाबत आवाज उठाई गई थी कि इन जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल किया जाए. पूर्ववर्ती रघुवर दास की सरकार ने सदन के अंदर 2017 में आश्वासन दिया था कि रामदयाल मुंडा जनजातीय शोध संस्थान से इसको लेकर जांच कराएंगे. बाद में रामदयाल मुंडा शोध संस्थान ने इन्हें अनुसूचित जाति का दर्जा देने की अनुशंसा की थी, आज इसी बात को लेकर सदन के अंदर ध्यानाकर्षण के माध्यम से सरकार से यह जानना चाहा कि रामदयाल मुंडा शोध संस्थान ने अपना रिपोर्ट जारी कर दी है, इस आधार पर सरकार ने क्या किया है.
सरकार का वादा, केंद्र को भेजेंगे प्रस्ताव
इस सवाल पर सदन के अंदर संसदीय कार्य मंत्री ने स्पष्ट किया कि अनुसूचित जाति और जनजाति के बारे में भारत सरकार को प्रतिवेदन भेजा जा रहा है और भारत सरकार से इन्हें अनुसूचित जाति का दर्जा दिलाने की मांग की जाएगी.