नई दिल्ली: झारखंड में इसी साल विधानसभा चुनाव है, लेकिन महागठबंधन का स्वरूप क्या होगा, मुख्यमंत्री उम्मीदवार कौन होगा, इसपर पेंच फंसा हुआ है. विधानसभा चुनाव 2019 में महागठबंधन की ओर से जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन का सीएम कैंडिडेट होने के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन कांग्रेस के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने हेमंत सोरेन की दावेदारी को खारिज कर दिया. महागठबंधन में मौजूदा हालात क्या हैं उस पर झारखंड सरकार ने वरिष्ठ मंत्री सरयू राय ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
सरयू राय ने कहा कि जब कई सारे दल एकजुट होते हैं तो समस्याएं आती हैं. अब समस्या को कैसे सुलझाना है यह विपक्षी खुद तय करेंगे, विपक्ष की सभी पार्टियां महागठबंधन बनाकर विधानसभा चुनाव 2019 में लड़ी तो बीजेपी के लिए फायदेमंद रहेगा. उन्होंने कहा कि अगर विपक्षी पार्टियां अलग-अलग चुनाव लड़ी तो विधानसभा चुनाव में बीजेपी को दिक्कत हो सकती है.
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उनसे जब पूछा गया कि झारखंड में बीजेपी रघुवर दास के नाम पर चुनाव लड़ेगी या नरेंद्र मोदी के नाम पर तो उन्होंने कहा कि अगर उत्तर दूंगा तो अनावश्यक विवाद खड़ा हो जाएगा.
बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व तय करेगा सीएम कैंडिडेट
सरयू राय ने कहा कि झारखंड में विधानसभा चुनाव बीजेपी किसके नाम पर लड़ेगी इस पर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है, किसके नाम पर लड़ने से फायदा होगा इसपर भी कोई निर्णय पर कोई नहीं हुआ है. आने वाले समय में बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व इन सब चीजों पर फैसला करेगी.