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बढ़ी कीमतों पर राज्य सरकार भेजेगी प्रस्ताव, सुविधा केंद्रों में बिकेगी प्याज - Saryu Rai called meeting in Ranchi

झारखंड समेत पूरे देश में प्याज की कीमत आसमान छू रही है. इसे लेकर लोगों में अब आक्रोश भी शुरू हो गया है. प्रदेश में प्याज की कीमतों से जनता को राहत देने के लिए मंत्री सरयू राय ने पहल करना शुरू कर दिया है. इसे लेकर उन्होंने बुधवार को विभागीय सचिव और अन्य अधिकारियों की एक बैठक बुलाई है.

प्याज की कीमतों पर लगेगी लगाम ?
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Published : Sep 24, 2019, 10:32 PM IST

रांची: प्रदेश में प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर खाद्य, आपूर्ति, सार्वजनिक वितरण और उपभोक्ता मामले के मंत्री सरयू राय ने बुधवार को विभागीय सचिव और अन्य अधिकारियों की एक बैठक बुलाई है. बैठक में मूल्य स्थिरीकरण कोष के उपयोग कर प्याज की खुदरा कीमतों को कंट्रोल करने के उपायों पर विचार होगा.

बैठक के बाद मुख्य सचिव और वित्त सचिव को एक प्रस्ताव भेजा जाएगा, जिसमें मूल्य स्थिरीकरण कोष के सक्षम उपयोग और सुविधा केंद्रों से कम कीमत पर प्याज की बिक्री किए जाने का प्रस्ताव भेजा जाएगा. वहीं, मूल्य निर्धारण और सुविधा केंद्र व्यवस्था के संचालन पर भी आवश्यक निर्णय लिया जाएगा.

इसे भी पढ़ें:- रांची: अमीनों ने अपने वेतनमान को लेकर की बैठक, कहा नहीं मिल रहा है उचित सम्मान

इससे पहले मंगलवार को मंत्री सरयू राय की अध्यक्षता में फेडरेशन ऑफ झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, रांची चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज और आलू प्याज थोक विक्रेता संघ के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई. बैठक में आलू प्याज के थोक विक्रेता संघ ने मंत्री को बताया कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र में अत्यधिक वर्षा होने के कारण प्याज की फसल की पैदावार समय से नहीं हो पाई. यही वजह है कि नासिक की मंडी पर प्याज के लिए निर्भर होना पड़ा. इस कारण से देश में प्याज की कीमत में बढ़ोतरी हुई है.

संघ ने यह भी बताया कि झारखंड में प्याज की कोई किल्लत नहीं है. राज्य में उच्च गुणवत्ता वाली प्याज 41 से 45 रुपये प्रति किलो और मध्यम श्रेणी के 31 से 35 रुपये प्रति किलो के भाव में बिक रही है. प्याज के थोक और खुदरा भाव में अंतर होने पर मंत्री ने चिंता व्यक्त की और खुदरा व्यापारियों से प्याज की कीमत थोक भाव के आसपास रखने की अपील की. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा आम जनता को रांची और नासिक के प्याज का थोक और खुदरा भाव की जानकारी भी उपलब्ध कराई जाएगी.

रांची: प्रदेश में प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर खाद्य, आपूर्ति, सार्वजनिक वितरण और उपभोक्ता मामले के मंत्री सरयू राय ने बुधवार को विभागीय सचिव और अन्य अधिकारियों की एक बैठक बुलाई है. बैठक में मूल्य स्थिरीकरण कोष के उपयोग कर प्याज की खुदरा कीमतों को कंट्रोल करने के उपायों पर विचार होगा.

बैठक के बाद मुख्य सचिव और वित्त सचिव को एक प्रस्ताव भेजा जाएगा, जिसमें मूल्य स्थिरीकरण कोष के सक्षम उपयोग और सुविधा केंद्रों से कम कीमत पर प्याज की बिक्री किए जाने का प्रस्ताव भेजा जाएगा. वहीं, मूल्य निर्धारण और सुविधा केंद्र व्यवस्था के संचालन पर भी आवश्यक निर्णय लिया जाएगा.

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इससे पहले मंगलवार को मंत्री सरयू राय की अध्यक्षता में फेडरेशन ऑफ झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, रांची चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज और आलू प्याज थोक विक्रेता संघ के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई. बैठक में आलू प्याज के थोक विक्रेता संघ ने मंत्री को बताया कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र में अत्यधिक वर्षा होने के कारण प्याज की फसल की पैदावार समय से नहीं हो पाई. यही वजह है कि नासिक की मंडी पर प्याज के लिए निर्भर होना पड़ा. इस कारण से देश में प्याज की कीमत में बढ़ोतरी हुई है.

संघ ने यह भी बताया कि झारखंड में प्याज की कोई किल्लत नहीं है. राज्य में उच्च गुणवत्ता वाली प्याज 41 से 45 रुपये प्रति किलो और मध्यम श्रेणी के 31 से 35 रुपये प्रति किलो के भाव में बिक रही है. प्याज के थोक और खुदरा भाव में अंतर होने पर मंत्री ने चिंता व्यक्त की और खुदरा व्यापारियों से प्याज की कीमत थोक भाव के आसपास रखने की अपील की. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा आम जनता को रांची और नासिक के प्याज का थोक और खुदरा भाव की जानकारी भी उपलब्ध कराई जाएगी.

Intro:इसके लिए मंत्री सरयू राय की फ़ाइल फोटो इस्तेमाल कर सकते हैं। एक फोटो वाटस एप भेजी गयी है।

रांची। प्रदेश में प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर खाद्य,आपूर्ति, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले के मंत्री सरयू राय ने बुधवार को विभागीय सचिव और अन्य अधिकारियों की एक बैठक बुलाई है। बैठक में मूल्य स्थिरीकरण कोष के उपयोग कर प्याज की खुदरा कीमतों को कंट्रोल करने के उपायों पर विचार होगा। साथ ही मुख्य सचिव और वित्त सचिव को प्रस्ताव भेजा जाएगा। जिसमें मूल्य स्थिरीकरण कोष के सक्षम उपयोग द्वारा सुविधा केंद्रों के द्वारा कम कीमत पर प्याज की बिक्री की जाने का प्रस्ताव भेजा जाएगा। साथ ही मूल्य निर्धारण एवं सुविधा केंद्र व्यवस्था के संचालन पर भी आवश्यक निर्णय लिया जाएगा।


Body:इससे पहले मंगलवार को मंत्री राय की अध्यक्षता में फेडरेशन ऑफ झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, रांची चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज और आलू प्याज थोक विक्रेता संघ के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई। बैठक में आलू प्याज के थोक विक्रेता संघ ने मंत्री को बताया कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र में अत्यधिक वर्षा होने के कारण प्याज की फसल की पैदावार समय से नहीं हो पाई। यही वजह है कि नासिक की मंडी पर प्याज के लिए निर्भर होना पड़ा। इस कारण देश में प्याज की कीमत में बढ़ोतरी हुई है। संघ द्वारा यह भी बताया गया कि झारखंड में प्याज की कोई किल्लत नहीं है। राज्य में उच्च गुणवत्ता वाली प्यास 41 से 45 रुपये प्रति किलो और मध्यम श्रेणी के 31 से 35 रुपये प्रति किलो के भाव में बिक रही है। प्याज के थोक और खुदरा भाव में अंतर होने पर मंत्री ने चिंता व्यक्त की और खुदरा व्यापारियों से प्याज की कीमत थोक भाव के आसपास रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा आम जनता को रांची और नासिक के प्याज का थोक व खुदरा भाव की जानकारी भी उपलब्ध कराई जाएगी।


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