रांची: राज्य में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने पाबंदियों के बीच कामकाज चलाने का निर्णय लिया है. इसके तहत राज्य में शैक्षणिक संस्थान, स्टेडियम आउटडोर, इनडोर, स्वीमिंग पूल, पर्यटक स्थल आदि को बंद करने का निर्णय लिया गया है.
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प्रोजेक्ट भवन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में आज आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक हुई. बैठक में झारखंड में ओमीक्रॉन वैरिएंट (Omicron in Jharkhand) के खतरे और संक्रमण की समीक्षा की गई. बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरकार ने शैक्षणिक संस्थान बंद रखने का फैसला लिया है. सरकारी और निजी संस्थान 50 फीसदी क्षमता के साथ काम करेंगे. अंत्येष्टि और शादी विवाह में 100 लोग शामिल होंगे. रात 8 बजे के बाद आवश्यक सेवाएं मिलती रहेंगी. मसलन किराना दुकान, दवा दुकान खुले रहेंगे, 50 प्रतिशत क्षमता के साथ रेस्टोरेंट का संचालन होगा. यह निर्णय 15 जनवरी तक लागू रहेगा.
आपदा प्रबंधन बैठक के फैसले
- सभी पार्क, स्विमिंग पूल, जिम, चिड़ियाघर, पर्यटन स्थल, खेल स्टेडियम 15 जनवरी 2022 तक बंद रहेंगे.
- स्कूल, कॉलेज, कोचिंग इंस्टीट्यूट 15 जनवरी 2022 तक बंद रहेंगे, लेकिन इन संस्थानों में 50% क्षमता के साथ प्रशासनिक कार्य होंगे.
- 15 जनवरी 2022 तक सिनेमा हॉल, रेस्टोरेंट, बार एवं शॉपिंग मॉल 50% क्षमता के साथ खुलेंगे.
- रेस्टोरेंट, बार एवं दवा दुकानें अपने नॉर्मल समय पर बंद होंगे, बाकी सभी दुकानें रात्रि 8 बजे तक ही खुली रहेंगी.
- आउटडोर आयोजन में अधिकतम एक सौ लोग शामिल हो सकेंगे.
- इनडोर आयोजनों में कुल क्षमता का 50% या 100 दोनों में से जो कम हो उसके मुताबिक आयोजन हो सकेंगे.
- सरकारी एवं निजी संस्थानों के कार्यालय 50% क्षमता के साथ खुले रहेंगे. बायोमेट्रिक अटेंडेंस पर प्रतिबंध रहेगा.
बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी अनिवार्य स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता के साथ दुरुस्त करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थिति को मद्देनजर रखते हुए राज्य के सभी जिलों को अलर्ट मोड में रखा जाए. कोरोना जांच की संख्या में हर हाल में वृद्धि हो, अधिकारी यह सुनिश्चित करें. सभी कोविड केयर अस्पतालों में ऑक्सीजनयुक्त बेड, आईसीयू बेड, नॉर्मल बेड, अनिवार्य दवाएं इत्यादि व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त रखें. सभी भीड़ वाले क्षेत्रों में कोविड-19 अनुकूल व्यवहारों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करवाने का निर्देश मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिया.
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अफरा-तफरी का माहौल न बने इस निमित्त मैकेनिज्म डेवलप करें. अधिकारी राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित मेडिकल ऑक्सीजन प्लांटों का निरीक्षण करें. मेडिकल ऑक्सीजन की कमी न हो, इसकी तैयारी रखें. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि कोरोना टेस्ट सैंपल का बैकलॉग न बढ़े यह सुनिश्चित करें. विभाग सैंपल कलेक्शन के लिए एसओपी जारी करे. बैठक में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी राज्य में कोरोना संक्रमण के प्रसार की रोकथाम एवं व्यवस्थाओं के संबंध में कई महत्वपूर्ण सुझाव रखे.
बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह,सीएम के सचिव विनय चौबे, आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव अमिताभ कौशल सहित विभिन्न विभागों के सचिव मौजूद थे.