रांची: झारखंड में बच्चों को घर में ही मिड डे मील का चावल मुहैया कराया जाएगा. मध्यान भोजन प्राधिकरण और झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से निर्देश जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि राज्य में पहली से आठवीं कक्षा में नामांकित सभी विद्यार्थियों को कोरोना संक्रमण के दौरान मिड डे मील का चावल,अंडा और कुकिंग कास्ट की राशि जल्द से जल्द उपलब्ध कराई जाए. इसे लेकर तमाम जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं.
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मिड डे मील वितरण को लेकर सतर्कता
साल 2020 के कोरोना काल के दौरान जो व्यवस्था अपनाई गई थी. उसी व्यवस्था के तहत साल 2021 सत्र में पहली से आठवीं तक नामांकित सभी विद्यार्थियों को चावल का वितरण घर-घर जाकर किया जाएगा. पिछले साल गर्मी की छुट्टी के दौरान के मिड डे मील भी दिया गया. बताते चलें कि पिछले साल गर्मी छुट्टी के दौरान का मिड डे मील का चावल भी बच्चों को उपलब्ध कराया गया था.
किचन योजना की शुरुआत
इस साल भी संक्रमण की गति को देखते हुए विभाग ने बच्चों को गर्मी की छुट्टी का भी अनाज देने का फैसला लिया है. खाद्य आपूर्ति विभाग के मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने भी इसके संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा है कि संक्रमण की स्थिति को देखते हुए अगले महीने से किचन योजना की शुरुआत की जा सकती है.
इस बार जिन लोगों को राशन कार्ड अभी तक नहीं बना है उन्हें भी अनाज उपलब्ध कराया जाएगा. वहीं मिड डे मील को लेकर किसी भी तरह की कोताही न बरती जाए इसे लेकर तमाम जिला शिक्षा पदाधिकारियों के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए हैं. इस पूरे व्यवस्था को सुदृढ़ तरीके से चलाने को लेकर एक निगरानी कमेटी भी गठित की गई है. पारा शिक्षकों के अलावा शिक्षक और कर्मचारियों को भी इस काम में लगाने को लेकर विचार किया जा रहा है.
पिछले साल हुई थी गड़बड़ियां
बताते चलें कि पिछले साल मिड डे मील वितरण में गड़बड़ियां सामने आईं थीं. मध्यान भोजन प्राधिकरण में शिकायत भी हुई थी. वहीं इस साल प्रत्येक बच्चों तक मिड डे मील का भोजन मिले और इसे बेहतर तरीके से क्रियान्वयन करने को लेकर विभाग विचार-विमर्श कर रही है.