रांची: जिले के चान्हो स्थित रघुनाथपुर गांव में 55 वर्ष के विक्षिप्त गंदु उरांव के उत्पात से परेशान होकर उनके परिजनों ने उनके हाथ-पैर को जंजीरों से जकड़ दिया था. मामला मुख्य न्यायाधीश के संज्ञान में आते ही रांची के प्रधान न्यायायुक्त नवनीत कुमार को निर्देश दिया गया कि व्यक्ति को चिकित्सीय सहायता दी जाए.
मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति को जंजीरों से मुक्त करने को लेकर आवश्यक कदम उठाये. जिसके बाद न्यायायुक्त नवनीत कुमार के आदेश से जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अभिषेक कुमार के निर्देश से एक टीम गठित की गई, जिसमें पीएलवी बबली कुमारी, राजेंद्र महतो, शारदा देवी शामिल हैं. वहीं, गठित टीम ने विक्षिप्त व्यक्ति को एंबुलेंस की सहायता से रिनपास में इलाज के लिए लाया गया. जहां रिनपास के डाॅक्टर के आदेशानुसार विक्षिप्त व्यक्ति को स्क्रीनिंग टेस्ट के लिए रिम्स ले जाया गया और स्क्रीनिंग टेस्ट के बाद रिनपास में भर्ती करवाया गया.
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बता दें कि कई मामलों में मुख्य न्यायाधीश का मानवीय चेहरा सामने आया है. साथ ही उनके आदेश से कई मानसिक रोगियों को रिनपास में इलाज को लेकर भर्ती करवाया गया और हरसंभव मदद पहुंचाई जा रही है.