रांची: दक्षिणी पूर्वी रेलवे मेंस कांग्रेस का एजीएम के दौरान पुरानी कार्यकारिणी को भंग कर नई कार्यकारिणी का गठन किया गया. इस मौके पर रेल मंत्रालय के द्वारा लिए गए कई निर्णयों का विरोध भी किया गया. दरअसल, दक्षिणी पूर्वी रेलवे मेंस कांग्रेस का कहना है कि केंद्र सरकार धीरे-धीरे रेलवे को निजीकरण की राह पर ढकेल रही है. छोटे-छोटे टुकड़े करके रेलवे को बेचने का काम किया जा रहा है. आने वाले दिनों में रेल मंत्रालय नाम का कोई विभाग नहीं रह जाएगी.
रेलवे के तमाम चीजों पर निजी कंपनियों का अधिकार हो जाएगा. वहीं नए कार्यकारिणी के गठन के दौरान दक्षिणी रेलवे मेंस कांग्रेस के पक्ष में जमकर नारे भी लगे. बता दें कि दक्षिणी पूर्वी रेलवे में कई श्रमिक संगठन है लेकिन मुख्य रूप से मेंस कांग्रेस और वामदलों से समर्थित संगठन ज्यादा मुखर दिखती है. दक्षिणी पूर्वी रेलवे के मेंस कांग्रेस द्वारा संगठन को मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है. इसी के लिए एजीएम की बैठक आयोजित की गई थी.