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मिलिए राजधानी के साइलेंट कोरोना वॉरियर से, घर बैठे मरीजों को देते हैं हेल्थ टिप्स

झारखंड में कोरोना अपने चरम पर है. हालांकि सरकारी मशीनरी और स्वास्थ्य विभाग इस दिशा में दिन रात कार्य कर रहे हैं. कोरोना संकट के बीच राजधानी के निजी चिकित्सक व लाइफ केयर के संचालक डॉक्टर अनिल कुमार देवदूत की तरह लोगों की सेवा कर रहे हैं. खासकर मरीजों के प्रति उनकी सेवा सराहनीय है.

साइलेंट कोरोना वॉरियर
साइलेंट कोरोना वॉरियर
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Published : Sep 29, 2020, 5:47 PM IST

Updated : Sep 29, 2020, 9:04 PM IST

रांचीः वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से पूरा विश्व और देश के साथ-साथ राज्य की भी व्यवस्था चरमरा गई है चाहे वह शिक्षा, स्वास्थ, परिवहन या अन्य व्यवस्था हो. कोरोना महामारी में सबसे महत्वपूर्ण व्यवस्था स्वास्थ्य सुविधा को माना गया है, क्योंकि स्वास्थ्य सुविधा मजबूत होने के बाद ही कोरोना की संकट से निपटा जा सकता है, लेकिन कोरोना महामारी जिस प्रकार से दिन दूनी, रात चौगुनी की रफ्तार से बढ़ रहा है ऐसे में लोगों का घर से निकलना भी आफत हो चुका है.

साइलेंट कोरोना वॉरियर की अनोखी पहल.

लोग अपने घरों से निकलने से परहेज कर रहे हैं और ज्यादा से ज्यादा लोग अपने घरों में रहकर ही अपने कार्यों को निपटाने का काम कर रहे हैं. कोरोना का डर लोगों के मन में इस प्रकार समा गया है कि वह अपना इलाज कराने के लिए भी घर से बाहर निकलना मुनासिब नहीं समझ रहे.

अस्पताल जाकर डॉक्टर से सलाह तक नहीं ले रहे क्योंकि अस्पताल को सबसे संक्रमित जोन माना जा रहा है. अस्पताल परिसर न जाने की वजह से कई लोगों के स्वास्थ पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है और लोग मजबूरी में चिकित्सकीय परामर्श भी नहीं ले पा रहे हैं.

लेकिन इस विपरीत परिस्थिति में राजधानी के एक ऐसे चिकित्सक भी हैं जो लोगों को अस्पताल बुलाये बगैर ही इलाज करने की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. जी हां राजधानी के कचहरी चौक स्थित सहज लाइफ केयर के संचालक डॉक्टर अनिल कुमार ने अब तक हजारों मरीज का इलाज बिना अस्पताल आए ही किया है.

डॉक्टर अनिल कुमार बताते हैं कि जिस प्रकार से कोरोना का संक्रमण पूरे विश्व में बढ़ने लगा ऐसे में उन्होंने पहले ही भांप लिया था कि अब लोगों का घर से निकलना भी मुश्किल हो जायेगा.

उन्होंने बताया कि भारतवर्ष में कोरोना का संकट आने से पहले ही उन्हें अंदाजा लग गया था कि जल्द ही कोरोना भारत में तेजी से फैलेगा और ऐसी स्थिति में लोगों को स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए भी घरों से निकलना मुश्किल हो जाएगा.

save life mission

इसीलिए उन्होंने लोगों को मुफ्त स्वास्थ सेवा देने के लिए ऑनलाइन इलाज करने की व्यवस्था की शुरुआत की. डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया कि फरवरी माह से ही उन्होंने लोगों को चिकित्सकीय सलाह देने के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जिसका नाम save life mission रखा गया और इस ग्रुप से पिछले 6 माह में हजारों लोग जुड़ चुके हैं और जिन्हें डॉक्टर अनिल कुमार द्वारा मुफ्त में चिकित्सा परामर्श दिया गया और सभी लोगों ने स्वास्थ्य लाभ लिया है.

वहीं चिकित्सक अनिल कुमार से ऑनलाइन चिकित्सा परामर्श लेकर स्वस्थ हुए मरीज बताते हैं कि इस कोरोना काल में जिस प्रकार से लोग अस्पताल जाने से परहेज कर रहे हैं और इलाज के लिए परेशान हो रहे थे ऐसे में डॉक्टर अनिल कुमार द्वारा शुरू की गई यह पहल निश्चित रूप से मरीजों के लिए वरदान साबित हो रही है.

वहीं डॉक्टर अनिल कुमार के सहायक नवीन बताते हैं कि डॉक्टर साहब पहले क्लीनिक में बुलाकर लोगों का इलाज करते थे लेकिन जब से कोरोना का संकट आया है ऐसे में लोग क्लीनिक और अस्पताल में आने से परहेज कर रहे हैं इसीलिए हम लोग डॉक्टर साहब द्वारा शुरू की गई ऑनलाइन पद्धति से इलाज की मुहिम को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं ताकि मरीजों को कोरोना कि संकट की वजह से परेशानी ना झेलना पड़े.

कैसे ले सकते हैं डॉक्टर से ऑनलाइन सुविधा

डॉक्टर अनिल कुमार से ऑनलाइन सुविधा के माध्यम से चिकित्सा परामर्श लेने के लिए मरीज उनके व्हाट्सएप नंबर पर संपर्क कर सकते हैं.

डॉक्टर अनिल कुमार के सेव लाइफ मिशन के व्हाट्सएप नंबर 7909032457 पर मैसेज करें. मरीज के मैसेज करते ही डॉक्टर अनिल कुमार की टीम द्वारा तुरंत रिप्लाई किया जाता है और उनकी समस्याओं का समाधान भी किया जाता है.

बता दें कि डॉ अनिल कुमार के द्वारा ऑनलाइन माध्यम से इलाज करने की मुहिम से सिर्फ आम मरीजों को ही नहीं बल्कि कोरोना जैसे खतरनाक संक्रमण से संक्रमित मरीजों को भी लाभ मिला है.

अब तक 250 से 300 कोरोना के बीच मरीजों को भी ऑनलाइन चिकित्सा परामर्श के माध्यम से डॉक्टर अनिल कुमार ने स्वास्थ्य लाभ देने का काम किया है. डॉक्टर अनिल कुमार पूर्व में गुजरात सरकार और झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग में लोगों की सेवा कर चुके हैं और वह वर्तमान में रानी चिल्ड्रेन अस्पताल में लोगों की सेवा कर रहे हैं.

इसके अलावा वह निजी क्लीनिक में भी लोगों का इलाज करते हैं ताकि समाज के गरीब तबके के लोगों को बेहतर इलाज मिल सके.

डॉक्टर अनिल कुमार बताते हैं की आज की तारीख में तकनीक का उपयोग लोगों की सेवा करने में करनी चाहिए ताकि तकनीक का सही उपयोग हो सके इसी सोच के साथ उन्होंने कोरोना के इस संकट में तकनीकी माध्यम से लोगों का इलाज करना शुरू किया ताकि समाज के गरीब एवं पिछड़े लोगों को समुचित इलाज और स्वास्थ्य लाभ मिल सके.

कोरोना के इस संकट में जहां मरीजों को इलाज कराने के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है ऐसी विपरीत परिस्थिति में राजधानी के डॉक्टर अनिल कुमार साइलेंट कोरोना वरियर्स के रूप में गरीब मरीजों को बखूबी सेवा दे रहे हैं, जोकि निश्चित रूप से समाज में एक बेहतर संदेश देता है.

रांचीः वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से पूरा विश्व और देश के साथ-साथ राज्य की भी व्यवस्था चरमरा गई है चाहे वह शिक्षा, स्वास्थ, परिवहन या अन्य व्यवस्था हो. कोरोना महामारी में सबसे महत्वपूर्ण व्यवस्था स्वास्थ्य सुविधा को माना गया है, क्योंकि स्वास्थ्य सुविधा मजबूत होने के बाद ही कोरोना की संकट से निपटा जा सकता है, लेकिन कोरोना महामारी जिस प्रकार से दिन दूनी, रात चौगुनी की रफ्तार से बढ़ रहा है ऐसे में लोगों का घर से निकलना भी आफत हो चुका है.

साइलेंट कोरोना वॉरियर की अनोखी पहल.

लोग अपने घरों से निकलने से परहेज कर रहे हैं और ज्यादा से ज्यादा लोग अपने घरों में रहकर ही अपने कार्यों को निपटाने का काम कर रहे हैं. कोरोना का डर लोगों के मन में इस प्रकार समा गया है कि वह अपना इलाज कराने के लिए भी घर से बाहर निकलना मुनासिब नहीं समझ रहे.

अस्पताल जाकर डॉक्टर से सलाह तक नहीं ले रहे क्योंकि अस्पताल को सबसे संक्रमित जोन माना जा रहा है. अस्पताल परिसर न जाने की वजह से कई लोगों के स्वास्थ पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है और लोग मजबूरी में चिकित्सकीय परामर्श भी नहीं ले पा रहे हैं.

लेकिन इस विपरीत परिस्थिति में राजधानी के एक ऐसे चिकित्सक भी हैं जो लोगों को अस्पताल बुलाये बगैर ही इलाज करने की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. जी हां राजधानी के कचहरी चौक स्थित सहज लाइफ केयर के संचालक डॉक्टर अनिल कुमार ने अब तक हजारों मरीज का इलाज बिना अस्पताल आए ही किया है.

डॉक्टर अनिल कुमार बताते हैं कि जिस प्रकार से कोरोना का संक्रमण पूरे विश्व में बढ़ने लगा ऐसे में उन्होंने पहले ही भांप लिया था कि अब लोगों का घर से निकलना भी मुश्किल हो जायेगा.

उन्होंने बताया कि भारतवर्ष में कोरोना का संकट आने से पहले ही उन्हें अंदाजा लग गया था कि जल्द ही कोरोना भारत में तेजी से फैलेगा और ऐसी स्थिति में लोगों को स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए भी घरों से निकलना मुश्किल हो जाएगा.

save life mission

इसीलिए उन्होंने लोगों को मुफ्त स्वास्थ सेवा देने के लिए ऑनलाइन इलाज करने की व्यवस्था की शुरुआत की. डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया कि फरवरी माह से ही उन्होंने लोगों को चिकित्सकीय सलाह देने के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जिसका नाम save life mission रखा गया और इस ग्रुप से पिछले 6 माह में हजारों लोग जुड़ चुके हैं और जिन्हें डॉक्टर अनिल कुमार द्वारा मुफ्त में चिकित्सा परामर्श दिया गया और सभी लोगों ने स्वास्थ्य लाभ लिया है.

वहीं चिकित्सक अनिल कुमार से ऑनलाइन चिकित्सा परामर्श लेकर स्वस्थ हुए मरीज बताते हैं कि इस कोरोना काल में जिस प्रकार से लोग अस्पताल जाने से परहेज कर रहे हैं और इलाज के लिए परेशान हो रहे थे ऐसे में डॉक्टर अनिल कुमार द्वारा शुरू की गई यह पहल निश्चित रूप से मरीजों के लिए वरदान साबित हो रही है.

वहीं डॉक्टर अनिल कुमार के सहायक नवीन बताते हैं कि डॉक्टर साहब पहले क्लीनिक में बुलाकर लोगों का इलाज करते थे लेकिन जब से कोरोना का संकट आया है ऐसे में लोग क्लीनिक और अस्पताल में आने से परहेज कर रहे हैं इसीलिए हम लोग डॉक्टर साहब द्वारा शुरू की गई ऑनलाइन पद्धति से इलाज की मुहिम को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं ताकि मरीजों को कोरोना कि संकट की वजह से परेशानी ना झेलना पड़े.

कैसे ले सकते हैं डॉक्टर से ऑनलाइन सुविधा

डॉक्टर अनिल कुमार से ऑनलाइन सुविधा के माध्यम से चिकित्सा परामर्श लेने के लिए मरीज उनके व्हाट्सएप नंबर पर संपर्क कर सकते हैं.

डॉक्टर अनिल कुमार के सेव लाइफ मिशन के व्हाट्सएप नंबर 7909032457 पर मैसेज करें. मरीज के मैसेज करते ही डॉक्टर अनिल कुमार की टीम द्वारा तुरंत रिप्लाई किया जाता है और उनकी समस्याओं का समाधान भी किया जाता है.

बता दें कि डॉ अनिल कुमार के द्वारा ऑनलाइन माध्यम से इलाज करने की मुहिम से सिर्फ आम मरीजों को ही नहीं बल्कि कोरोना जैसे खतरनाक संक्रमण से संक्रमित मरीजों को भी लाभ मिला है.

अब तक 250 से 300 कोरोना के बीच मरीजों को भी ऑनलाइन चिकित्सा परामर्श के माध्यम से डॉक्टर अनिल कुमार ने स्वास्थ्य लाभ देने का काम किया है. डॉक्टर अनिल कुमार पूर्व में गुजरात सरकार और झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग में लोगों की सेवा कर चुके हैं और वह वर्तमान में रानी चिल्ड्रेन अस्पताल में लोगों की सेवा कर रहे हैं.

इसके अलावा वह निजी क्लीनिक में भी लोगों का इलाज करते हैं ताकि समाज के गरीब तबके के लोगों को बेहतर इलाज मिल सके.

डॉक्टर अनिल कुमार बताते हैं की आज की तारीख में तकनीक का उपयोग लोगों की सेवा करने में करनी चाहिए ताकि तकनीक का सही उपयोग हो सके इसी सोच के साथ उन्होंने कोरोना के इस संकट में तकनीकी माध्यम से लोगों का इलाज करना शुरू किया ताकि समाज के गरीब एवं पिछड़े लोगों को समुचित इलाज और स्वास्थ्य लाभ मिल सके.

कोरोना के इस संकट में जहां मरीजों को इलाज कराने के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है ऐसी विपरीत परिस्थिति में राजधानी के डॉक्टर अनिल कुमार साइलेंट कोरोना वरियर्स के रूप में गरीब मरीजों को बखूबी सेवा दे रहे हैं, जोकि निश्चित रूप से समाज में एक बेहतर संदेश देता है.

Last Updated : Sep 29, 2020, 9:04 PM IST
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