रांची: स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के उन सरकारी डॉक्टरों पर गाज गिराने की तैयारी कर ली है, जो झारखंड स्वास्थ्य विभाग में नियुक्ति के बाद बिना किसी सूचना के सेवा से गायब हो गये या फिर किसी कारण से सेवा नहीं दी. डॉक्टरों को न सिर्फ नौकरी से बर्खास्त किया जाएगा, बल्कि उनके मेडिकल लाइसेंस भी रद्द कर दिए जाएंगे. मिली जानकारी के मुताबिक, लाइसेंस रद्द करने के लिए पहले चरण में झारखंड के स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे 24 डॉक्टरों के नामों की सूची भी झारखंड राज्य मेडिकल बोर्ड को भेज दी है.
झारखंड सरकार द्वारा भेजे गए पत्र के आलोक में झारखंड राज्य मेडिकल काउंसिल ने उन सभी डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जिनका लाइसेंस रद्द करने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग ने दिया है. झारखंड राज्य मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे कुल 24 डॉक्टरों के नामों की सूची भेजी थी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इन 24 डॉक्टरों में से 19 डॉक्टर झारखंड राज्य मेडिकल काउंसिल से पंजीकृत हैं.
डॉक्टर कहीं भी नहीं कर पाएंगे प्रैक्टिस: झारखंड राज्य मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ बिमलेश सिंह ने कहा कि यह सच है कि अगर डॉक्टरों का रजिस्ट्रेशन रद्द हो जायेगा, तो ये डॉक्टर मरीजों का इलाज नहीं कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि सभी को शो कॉज दिया गया है. ये सभी वो डॉक्टर हैं जिन्होंने 03 साल पहले झारखंड सरकार में नियुक्ति के बाद सेवा नहीं दी. जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग ने जिन डॉक्टरों का नाम रजिस्ट्रेशन रद्द करने के लिए झारखंड राज्य मेडिकल बोर्ड को भेजा है, उनमें 19 डॉक्टरों का रजिस्ट्रेशन झारखंड मेडिकल काउंसिल से हुआ है. शेष 05 डॉक्टर दूसरे राज्य की काउंसिल से पंजीकृत हैं.
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