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सुखदेव नगर थानेदार के वायरल ऑडियो मामले में कार्रवाई की मांग, मेयर ने मुख्य सचिव और डीजीपी को सौंपा ज्ञापन - रांची में वायरल ऑडियो मामले में थाना प्रभारी पर कार्रवाई की मांग

रांची में मेयर आशा लकड़ा ने बढ़ते अपराध, महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार और सुखदेव नगर थाना के वायरल ऑडियो क्लिप पर आपत्ति जताते हुए मुख्य सचिव और प्रभारी डीजीपी को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें उन्होंने थाना प्रभारी पर उचित कार्रवाई करने की मांग की है.

action against station incharge in viral audio case in ranchi
मेयर ने मुख्य सचिव को सौंपा ज्ञापन
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Published : Jan 8, 2021, 8:39 PM IST

रांचीः मेयर आशा लकड़ा ने बढ़ते अपराध, महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार और सुखदेव नगर थाना के वायरल ऑडियो क्लिप पर आपत्ति जताते हुए शुक्रवार को मुख्य सचिव और प्रभारी डीजीपी को ज्ञापन सौंप संबंधित थाना प्रभारी पर उचित कार्रवाई करने की मांग की है. मुख्य सचिव ने मेयर को आश्वस्त करते हुए कहा है कि इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई के लिए डीजीपी को निर्देश दिया जाएगा.

देखें पूरी खबर
पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई की मांगडीजीपी एमवी राव को ज्ञापन सौंप मेयर ने ऑडियो क्लिप को आधार बनाते हुए संबंधित पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई की मांग की है. जिसको लेकर डीजीपी ने कहा कि संबंधित पुलिस अधिकारी ने मूर्खतापूर्ण बात की है. वे अपनी पुलिस टीम के साथ हमेशा खड़े हैं. मेयर ने कहा कि संबंधित पुलिस अधिकारी ने ऑडियो क्लिप में कहा है कि उन्होंने 50 लोगों को मारा है. जिसको लेकर डीजीपी ने कहा कि आप ही बताइए कि वे 50 लोग कौन हैं. जिन्हें संबंधित पुलिस अधिकारी ने मारा है. इसको लेकर मेयर ने कहा कि यह पता लगाना पुलिस प्रशासन का काम है.भैरव सिंह के परिजन ने भेजा ऑडियो क्लिप मेयर ने मुख्य सचिव को सौंपे गए ज्ञापन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, डीजीपी एमवी राव और एसएसपी को भी दिया है. मेयर ने कहा कि वायरल ऑडियो क्लिप भैरव सिंह के परिजन शक्ति रामायण सिंह ने उपलब्ध कराया है. उन्होंने कहा कि पत्र के माध्यम से शक्ति रामायण सिंह और उनके परिजनों ने कहा है कि सुखदेव नगर थाना प्रभारी सुनील कुमार तिवारी ने 6 जनवरी को फोन कर कहा कि उन्होंने एक दो नहीं बल्कि 50 लोगों को मारा है.

इसे भी पढ़ें- डायन बिसाही का आरोप, परेशान महिला ने दे दी जान

न्याय के लिए कोर्ट में आत्मसमर्पण
मेयर ने कहा कि सुखदेव नगर थाना प्रभारी की इस धमकी के बाद भैरव सिंह का पूरा परिवार दहशत में है. पुलिस अधिकारी की इस धमकी के बाद भैरव सिंह ने अपनी सुरक्षा और न्याय के लिए कोर्ट में आत्मसमर्पण किया. ताकि जेल की चहारदीवारी के बीच वे सुरक्षित रहें और उन्हें न्याय मिल सके.

युवतियां और महिलाएं कर रही असुरक्षित महसूस
मेयर ने कहा कि डीजीपी अपने विभागीय अधिकारियों को बचाने में लगे हैं. अगर एक पुलिस अधिकारी आम लोगों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करे तो वह अधिकारी की मूर्खता है और जब कोई आम आदमी किसी पुलिस पदाधिकारी के साथ अभद्र व्यवहार करे, तो वह अपराधी घोषित कर दिया जाता है. मेयर ने कहा कि डीजीपी यह सुनिश्चित करे कि भविष्य में किसी युवती या महिला के साथ इस प्रकार का अपराध नहीं होगा. इस घटना के दोषियों की गिरफ्तारी अब तक नहीं होने से राज्य की युवतियां और महिलाएं स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रही हैं.


मेयर ने रखे अपने बिंदु

वहीं मेयर आशा लकड़ा ने कुछ बिंदुओं पर मुख्य सचिव का ध्यान आकृष्ट कर इस मामले में सुखदेव नगर थाना प्रभारी पर उचित कार्रवाई करने की मांग की है.

  • पिछले दिनों भारत माता चौक के समीप हुई घटना के बाद शहर की पुलिस आम लोगों के साथ अभद्र व्यवहार कर रही है. गुरुवार को सोशल मीडिया पर जारी ऑडियो क्लिप से यह स्पष्ट हो चुका है कि राज्य सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन भी हिंदू धर्मावलंबियों के विरोध में कार्य कर रही है. जब आम लोगों की रक्षा करने वाली पुलिस ही इस प्रकार की भाषा का प्रयोग करेगी तो आम जनता अपना फरियाद लेकर किसके पास जाएगी.
  • क्या किसी थाना प्रभारी को यह अधिकार है कि है कि वे किसी व्यक्ति को उसके धर्म के प्रति अपशब्द का प्रयोग कर उसे जलील करें. पुलिस पदाधिकारी का यह कथन कि भैरव सिंह की लाश गिरा देंगे, कितना उचित है क्या पुलिस पदाधिकारी को सत्यता की जांच किए बिना किसी को मारने या जान लेने का अधिकार दिया गया है.
  • एक पुलिस पदाधिकारी का यह कहना कि उन्होंने 50 लोगों को मारा है. क्या पुलिस को बेवजह किसी को मारने का अधिकार है.
  • हम सभी जानना चाहतें है कि जिन 50 लोगों को संबंधित पुलिस पदाधिकारी ने मारने का दावा किया है, वे कौन हैं.
  • भारत माता चौक पर पिछले दिनों हुई घटना में कई ऐसे लोगों का नाम दर्ज किया गया है जो मौके पर मौजूद नहीं थे. वेसे लोगों पर की गई प्राथमिकी वापस ली जाए
  • सुखदेव नगर थाना प्रभारी पर लगाए गए आरोप और संबंधित ऑडियो क्लिप की जांच कर संबंधित पुलिस अधिकारी पर उचित कार्रवाई की जाए.

रांचीः मेयर आशा लकड़ा ने बढ़ते अपराध, महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार और सुखदेव नगर थाना के वायरल ऑडियो क्लिप पर आपत्ति जताते हुए शुक्रवार को मुख्य सचिव और प्रभारी डीजीपी को ज्ञापन सौंप संबंधित थाना प्रभारी पर उचित कार्रवाई करने की मांग की है. मुख्य सचिव ने मेयर को आश्वस्त करते हुए कहा है कि इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई के लिए डीजीपी को निर्देश दिया जाएगा.

देखें पूरी खबर
पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई की मांगडीजीपी एमवी राव को ज्ञापन सौंप मेयर ने ऑडियो क्लिप को आधार बनाते हुए संबंधित पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई की मांग की है. जिसको लेकर डीजीपी ने कहा कि संबंधित पुलिस अधिकारी ने मूर्खतापूर्ण बात की है. वे अपनी पुलिस टीम के साथ हमेशा खड़े हैं. मेयर ने कहा कि संबंधित पुलिस अधिकारी ने ऑडियो क्लिप में कहा है कि उन्होंने 50 लोगों को मारा है. जिसको लेकर डीजीपी ने कहा कि आप ही बताइए कि वे 50 लोग कौन हैं. जिन्हें संबंधित पुलिस अधिकारी ने मारा है. इसको लेकर मेयर ने कहा कि यह पता लगाना पुलिस प्रशासन का काम है.भैरव सिंह के परिजन ने भेजा ऑडियो क्लिप मेयर ने मुख्य सचिव को सौंपे गए ज्ञापन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, डीजीपी एमवी राव और एसएसपी को भी दिया है. मेयर ने कहा कि वायरल ऑडियो क्लिप भैरव सिंह के परिजन शक्ति रामायण सिंह ने उपलब्ध कराया है. उन्होंने कहा कि पत्र के माध्यम से शक्ति रामायण सिंह और उनके परिजनों ने कहा है कि सुखदेव नगर थाना प्रभारी सुनील कुमार तिवारी ने 6 जनवरी को फोन कर कहा कि उन्होंने एक दो नहीं बल्कि 50 लोगों को मारा है.

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न्याय के लिए कोर्ट में आत्मसमर्पण
मेयर ने कहा कि सुखदेव नगर थाना प्रभारी की इस धमकी के बाद भैरव सिंह का पूरा परिवार दहशत में है. पुलिस अधिकारी की इस धमकी के बाद भैरव सिंह ने अपनी सुरक्षा और न्याय के लिए कोर्ट में आत्मसमर्पण किया. ताकि जेल की चहारदीवारी के बीच वे सुरक्षित रहें और उन्हें न्याय मिल सके.

युवतियां और महिलाएं कर रही असुरक्षित महसूस
मेयर ने कहा कि डीजीपी अपने विभागीय अधिकारियों को बचाने में लगे हैं. अगर एक पुलिस अधिकारी आम लोगों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करे तो वह अधिकारी की मूर्खता है और जब कोई आम आदमी किसी पुलिस पदाधिकारी के साथ अभद्र व्यवहार करे, तो वह अपराधी घोषित कर दिया जाता है. मेयर ने कहा कि डीजीपी यह सुनिश्चित करे कि भविष्य में किसी युवती या महिला के साथ इस प्रकार का अपराध नहीं होगा. इस घटना के दोषियों की गिरफ्तारी अब तक नहीं होने से राज्य की युवतियां और महिलाएं स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रही हैं.


मेयर ने रखे अपने बिंदु

वहीं मेयर आशा लकड़ा ने कुछ बिंदुओं पर मुख्य सचिव का ध्यान आकृष्ट कर इस मामले में सुखदेव नगर थाना प्रभारी पर उचित कार्रवाई करने की मांग की है.

  • पिछले दिनों भारत माता चौक के समीप हुई घटना के बाद शहर की पुलिस आम लोगों के साथ अभद्र व्यवहार कर रही है. गुरुवार को सोशल मीडिया पर जारी ऑडियो क्लिप से यह स्पष्ट हो चुका है कि राज्य सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन भी हिंदू धर्मावलंबियों के विरोध में कार्य कर रही है. जब आम लोगों की रक्षा करने वाली पुलिस ही इस प्रकार की भाषा का प्रयोग करेगी तो आम जनता अपना फरियाद लेकर किसके पास जाएगी.
  • क्या किसी थाना प्रभारी को यह अधिकार है कि है कि वे किसी व्यक्ति को उसके धर्म के प्रति अपशब्द का प्रयोग कर उसे जलील करें. पुलिस पदाधिकारी का यह कथन कि भैरव सिंह की लाश गिरा देंगे, कितना उचित है क्या पुलिस पदाधिकारी को सत्यता की जांच किए बिना किसी को मारने या जान लेने का अधिकार दिया गया है.
  • एक पुलिस पदाधिकारी का यह कहना कि उन्होंने 50 लोगों को मारा है. क्या पुलिस को बेवजह किसी को मारने का अधिकार है.
  • हम सभी जानना चाहतें है कि जिन 50 लोगों को संबंधित पुलिस पदाधिकारी ने मारने का दावा किया है, वे कौन हैं.
  • भारत माता चौक पर पिछले दिनों हुई घटना में कई ऐसे लोगों का नाम दर्ज किया गया है जो मौके पर मौजूद नहीं थे. वेसे लोगों पर की गई प्राथमिकी वापस ली जाए
  • सुखदेव नगर थाना प्रभारी पर लगाए गए आरोप और संबंधित ऑडियो क्लिप की जांच कर संबंधित पुलिस अधिकारी पर उचित कार्रवाई की जाए.
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