रांचीः एक तरफ जहां सीबीएसई-आईसीएसई बोर्ड की ओर से मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षाओं की तैयारियां की जा रहीं हैं तो दूसरी ओर झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) सुस्त पड़ी है. इससे पहले JAC ने दिसंबर में मैट्रिक और इंटरमीडिएट की पहले चरण की परीक्षाएं आयोजित कर लेने का वादा किया था. लेकिन अब तक इसे लेकर कोई डेट शीट तक जारी नहीं की गई है.
गौरतलब है कि झारखंड में कोरोना के मद्देनजर इस सत्र में भी मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं अलग पैटर्न पर आयोजित की जानी हैं. इसके लिए 25 फीसदी सिलेबस में भी कटौती की गई है. परीक्षाओं को दो चरणों में आयोजित करने की योजना है. पहले टर्म की तैयारी को लेकर सभी प्रखंडों में परीक्षा केंद्र बनाने के निर्देश जारी किए गए हैं. इसके लिए सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों से प्रखंड स्तर पर परीक्षा केंद्र निर्धारित कर सूची मांगी गई थी. इसी आधार पर बच्चों के स्कूल के नजदीक के परीक्षा केंद्र में ही भेजा जाना तय किया गया है. ताकि उन्हें परीक्षा के लिए ज्यादा दूरी तय नहीं करना पड़े.
इधर फर्स्ट टर्म की परीक्षा को लेकर दिसंबर में तिथि निर्धारित करने का निर्देश दिया गया था. लेकिन अब तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया है. इसके उलट सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड ने फर्स्ट फेज की परीक्षाएं आयोजित करना शुरू भी कर दिया है. सेकंड फेज की परीक्षाओं की तैयारी दोनों बोर्ड कर रहे हैं. लेकिन झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से पहले टर्म की परीक्षा की तैयारी अब तक नहीं हुई है. हालांकि शुक्रवार को जैक अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की नियुक्ति के बाद अब इस दिशा में तेजी आने की संभावना जाहिर की जा रही है. इस मामले को लेकर छात्र नेताओं और परीक्षार्थियों ने जल्द से जल्द फर्स्ट टर्म की परीक्षा आयोजित करने की मांग की है.ताकि समय रहते इनकी परीक्षाएं आयोजित हो सके.
इस व्यवस्था के तहत फर्स्ट टर्म की परीक्षा
मैट्रिक में पांच अनिवार्य विषय के साथ-साथ छठे विषय की भी परीक्षा होगी. इसकी भी तैयारी चल रही है. पहले टर्म में सभी विषयों की परीक्षा 50-50 अंकों की होगी. ओएमआर शीट पर होने वाली मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा में 40- 40 अंक के प्रश्न पूछे जाएंगे, बाकी 10-10 अंक स्कूल की ओर से इंटरनल एसेसमेंट से दिए जाएंगे. इस परीक्षा में ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाएंगे. झारखंड शैक्षणिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद ने पहले ही मैट्रिक और इंटरमीडिएट के 5 -5 मॉडल प्रश्न पत्र जारी किए हैं. उसके आधार पर स्कूलों में छात्र-छात्राओं को तैयारी कराई जा रही है .
2020 में मैट्रिक और इंटरमीडिएट के परीक्षार्थी हुए प्रमोट
बताते चलें कि वर्ष 2020 में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा कोरोना वायरस के कारण आयोजित नहीं हो सकी थी और परीक्षार्थियों को 9वीं और 11वीं के रिजल्ट के आधार पर प्रमोट किया गया है. हालांकि रिजल्ट में जो छात्र पास नहीं कर सके और अपना रिजल्ट सुधारना चाहते थे, उनके लिए विशेष परीक्षा भी आयोजित हुई थी. लेकिन इस सेशन में राज्य सरकार ने दो फेज में परीक्षा लेने का निर्णय लिया है. इसके लिए संशोधित सिलेबस को आधे आधे हिस्से में बांटा गया है.
संशोधित सिलेबस के आधे में से पहले चरण की परीक्षा आयोजित करने की मांग जल्द से जल्द उठ रही है .जबकि आधे सिलेबस से दूसरे टर्म की परीक्षा मार्च या अप्रैल महीने में आयोजित होगी. इसमें अति लघु उत्तरीय, लघु उत्तरीय, दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पूछे जाएंगे. विद्यार्थियों को इसके लिए लिखित रूप से परीक्षा में शामिल होना होगा.