रांची: झारखंड में वज्रपात का कहर लगातार जारी है. 13 जुलाई को भी प्रदेश के कई जगहों पर वज्रपात हुआ, जिसमें 8 लोगों की मौत हो गई, साथ ही एक बैल की भी मौत हो गई. घटना के बाद से इलाके में कोहराम मचा हुआ है. परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरू कर दी है.
सरायकेला में वज्रपात
पहली घटना सरायकेला जिले के चांडिल ईचागढ़ थाना क्षेत्र के आमड़ा गांव की है, जहां वज्रपात से एक किसान दुलाल चंद्र गोप (33 वर्ष) की मौत हो गई. दुलाल चंद्र अपने खेतों में काम कर वापस लौट रहा था. इसी दौरान बिजली कड़कने लगी और दुलाल तालाब के मेड में खड़ा हो गया, जहां अचानक वज्रपात हो गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई. घटना की सूचना मिलते ही मुखिया प्रतिनिधि किशन किस्कु उसके घर पहुंचे और मामले की जानकारी पुलिस को दी. उन्होंने प्रशासन से दुलाल चंद्र के परिजनों को मुआवजा देने की मांग भी की है.
धनबाद में वज्रपात
दूसरी घटना धनबाद की है, जहां तोपचांची प्रखंड चैता गांव में वज्रपात से मंतोष मंडल (22 वर्ष) की मौत हो गई. मंतोष मंडल हॉल सेल दवा का कारोबार करता था. वह तेलो से दवा देकर लौट रहा था. इसी क्रम में बारिश होता देख वह जमुनिया नदी के पास अपनी बाइक खड़ी कर रेनकोर्ट पहनने लगा, तभी वज्रपात हो गया, जिससे उसका मोबाइल बलास्ट कर गया. घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई.
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गिरिडीह में वज्रपात
वहीं तीसरी घटना गिरिडीह में मधुवन थाना क्षेत्र के जोभी में घटी, जहां वज्रपात के चपेट में आने से झुपरा मांझी (65 वर्ष) की मौत हो गई. मृतक के परिजनों ने बताया कि झुपरा मांझी खेत मे काम करवाने के लिए ट्रैक्टर लाने की बात कह कर खेत की ओर गए थे. इसी दौरान तेज बारिश शुरू हो गई और वह वापस अपना घर वापस लौटने लगा. इसी क्रम में वज्रपात हो गई, जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसके बाद परिजन ने आनन-फानन में 108 एंबुलेंस की मदद से डुमरी रेफरल अस्पताल ला रहे थे. आस्पताल लाने के क्रम में रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. मृतक का एक बेटा मुखी लाल मुर्मु है, जो तमिलनाडु में रहकर मजदूरी करता है. घटना के बाद डुमरी प्रमुख यशोदा देवी और भाजयुमो के जिला उपाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार डुमरी रेफरल अस्पताल पहुंचे कर मृतक के परिजनों से मुलाकात की. उन्होंने परिजनों को मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया है.
रांची में वज्रपात
रांची के तमाड़ थाना क्षेत्र के डिम्बूडीह और बारेडीह गांव के बीच बारिश के दौरान वज्रपात हो गया, जिसमें एक युवक रामेश्वर महतो की मौत हो गई. वह बारेडीह गांव का रहने वाला था. रामेश्वर महतो अपने खेत में हल चला रहा था. इसी दौरान अचानक बारिश शुरू हो गई और वज्रपात हो गया, जिसने रामेश्वर महतो और उसके एक बैल को चपेट में ले लिया. दोनों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई.
पलामू में वज्रपात
पलामू जिले के हुसैनाबाद थाना अंतर्गत झाखंड-बिहार सीमा स्थित झरगाड़ा गांव में भी वज्रपात से 45 वर्षीय बिंदा कुंवर की मौत हो गई. बिंदा कुंवर अपने बेटे को खाना पहुंचाने खेत गई थी. पिछले साल भी बिंदा कुंवर के पति लल्लु साव की मौत वज्रपात से ही हुई थी. वहीं जिले के नौड़िहा बाजार थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर पंचायत के महुआरी टोला निवासी 35 वर्षीय पिंटू भुइयां की भी मौत वज्रपात से हो गई है.
लोहरदगा में वज्रपात
लोहरदगा जिले के सदर थाना क्षेत्र के अरकोसा नवाटोली गांव में मां-बेटी अपने खेतों से काम कर वापस लौट रही थी. इसी दौरान तेज बारिश के साथ वज्रपात हो गया, जिसमें दोनों की मौत हो गई. घटना के बाद परिवार में मातम छा गया है. जिले में एक सप्ताह में वज्रपात से 6 लोगों की मौत हो गई है.