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अखिल भारतीय कांग्रेस अध्यक्ष पद पर मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत पर जश्न, झारखंड कांग्रेस कार्यालय में थिरके नेता

अखिल भारतीय कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मतगणना बुधवार को संपन्न हो गई. इसमें एकतरफा मुकाबले में कर्नाटक से आने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे विजेता बने (Mallikarjun Kharge Victory Celebrations). हालांकि गांधी परिवार का समर्थन होने से खड़गे की जीत पहले ही तय मानी जा रही थी. इधर, खड़गे की जीत पर झारखंड कांग्रेस कार्यालय रांची में जश्न मनाया गया. तमाम नेता कार्यकर्ता ढोल नगाड़ों की थाप पर नाचते गाते नजर आए.

Mallikarjun Kharge victory Celebrations
अखिल भारतीय कांग्रेस अध्यक्ष पद पर मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत पर जश्न
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Published : Oct 19, 2022, 6:49 PM IST

Updated : Oct 19, 2022, 7:02 PM IST

रांचीः अखिल भारतीय कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत के बाद झारखंड प्रदेश कार्यालय में बुधवार को जश्न मनाया गया (Mallikarjun Kharge Victory Celebrations). कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़े पर डांस किया और एक दूसरे को मिठाई खिलाई और आतिशबाजी की. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि खड़गे के अनुभव से कांग्रेस सशक्त होगी.

ये भी पढ़ें-सांसद दीपक प्रकाश बोले- झारखंड में भ्रष्टाचार को राज्य सरकार का संरक्षण, सेना की जमीन बिक्री पर उठाया सवाल


कांग्रेस के प्रवक्ता राकेश सिन्हा जहां कांग्रेस कार्यालय में आतिशबाजी करते (Dance In Jharkhand Congress Office Ranchi) नजर आए तो दूसरे प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद खुद ढोल बजा रहे थे. एक दूसरे को मिठाई खिलाकर नाचते गाते कांग्रेसियों ने कहा कि कांग्रेस में ही लोकतंत्र है और भाजपा जैसे दल को अब कुछ भी बोलने का नैतिक अधिकार नहीं है.

अखिल भारतीय कांग्रेस अध्यक्ष पद पर मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत पर जश्न

17 अक्टूबर को हुए मतदान के बाद आज दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय कार्यालय में हुई मतगणना में मल्लिकार्जुन खड़गे ने एकतरफा मुकाबले में भारी मतों से डॉ. शशि थरूर को पराजित किया.

कांग्रेस के नेताओं ने बधाई दीः इधर, मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत पर झारखंड कांग्रेस के नेताओं ने भी उन्हें बधाई दी है. सभी नेताओं ने उम्मीद जताई है कि मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में कांग्रेस मजबूत होगी और उसे नई दिशा मिलेगी. इससे पहले कांग्रेस लीडर सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा आदि ने भी खड़गे को बधाई दी थी.

मतगणना में एकतरफा रहा नतीजाः बता दें कि चुनाव मैदान में दो प्रत्याशी मल्लिकार्जुन खड़गे और सांसद शशि थरूर थे. मल्लिकार्जुन खड़गे को गांधी परिवार का उम्मीदवार माना जा रहा था और अधिकांश बड़े नेता प्रत्याशित तौर पर उन्हीं के साथ दिखाई दे रहे थे और प्रचार भी कर रहे थे. इसको लेकर डॉ. शशि थरूर ने सार्वजनिक मंच पर ऐतराज भी जताया था. कहा था कि हमसे कहा गया था कि गांधी परिवार न्यूट्रल रहेगा. लेकिन राज्यों में कांग्रेस के नेता मिलते भी नहीं. जबकि झारखंड से नामांकन करने वाले केएन त्रिपाठा का पर्चा खारिज हो गया था. जबकि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने राजनीतिक परिस्थितियों की वजह से खुद को चुनाव से अलग कर लिया. खड़गे से पहले गहलोत ही गांधी परिवार की पहली पसंद थे. वहीं कांग्रेस नेता और एमपी के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह नामांकन पत्र लेने के बाद आलाकमान का मूड भांपने के बाद पर्चा नहीं दाखिल किया.

इनको मिले इतने वोटः इधर, 17 अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मतदान के बाद 19 अक्टूबर को कांग्रेस राष्ट्रीय कार्यालय दिल्ली में मतगणना हुई. इसमें खड़गे ने प्रतिद्वंद्वी शशि थरूर को 6,825 मतों के अंतर से पराजित किया. कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने मल्लिकार्जुन खड़गे को निर्वाचित घोषित किया. उन्होंने बताया कि खड़गे को 7,897 वोट मिले, जबकि थरूर को 1,072 वोट हासिल हुए. मिस्त्री ने बताया कि चुनाव में 9,385 वोट पड़े थे और इनमें से 416 वोट अवैध करार दिए गए. बता दें, कांग्रेस को 24 साल बाद गांधी परिवार से बाहर का अध्यक्ष मिला. इससे पहले सीताराम केसरी कांग्रेस के अध्यक्ष रहे थे, जो नेहरू-गांधी परिवार से नहीं थे.

रांचीः अखिल भारतीय कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत के बाद झारखंड प्रदेश कार्यालय में बुधवार को जश्न मनाया गया (Mallikarjun Kharge Victory Celebrations). कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़े पर डांस किया और एक दूसरे को मिठाई खिलाई और आतिशबाजी की. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि खड़गे के अनुभव से कांग्रेस सशक्त होगी.

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कांग्रेस के प्रवक्ता राकेश सिन्हा जहां कांग्रेस कार्यालय में आतिशबाजी करते (Dance In Jharkhand Congress Office Ranchi) नजर आए तो दूसरे प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद खुद ढोल बजा रहे थे. एक दूसरे को मिठाई खिलाकर नाचते गाते कांग्रेसियों ने कहा कि कांग्रेस में ही लोकतंत्र है और भाजपा जैसे दल को अब कुछ भी बोलने का नैतिक अधिकार नहीं है.

अखिल भारतीय कांग्रेस अध्यक्ष पद पर मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत पर जश्न

17 अक्टूबर को हुए मतदान के बाद आज दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय कार्यालय में हुई मतगणना में मल्लिकार्जुन खड़गे ने एकतरफा मुकाबले में भारी मतों से डॉ. शशि थरूर को पराजित किया.

कांग्रेस के नेताओं ने बधाई दीः इधर, मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत पर झारखंड कांग्रेस के नेताओं ने भी उन्हें बधाई दी है. सभी नेताओं ने उम्मीद जताई है कि मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में कांग्रेस मजबूत होगी और उसे नई दिशा मिलेगी. इससे पहले कांग्रेस लीडर सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा आदि ने भी खड़गे को बधाई दी थी.

मतगणना में एकतरफा रहा नतीजाः बता दें कि चुनाव मैदान में दो प्रत्याशी मल्लिकार्जुन खड़गे और सांसद शशि थरूर थे. मल्लिकार्जुन खड़गे को गांधी परिवार का उम्मीदवार माना जा रहा था और अधिकांश बड़े नेता प्रत्याशित तौर पर उन्हीं के साथ दिखाई दे रहे थे और प्रचार भी कर रहे थे. इसको लेकर डॉ. शशि थरूर ने सार्वजनिक मंच पर ऐतराज भी जताया था. कहा था कि हमसे कहा गया था कि गांधी परिवार न्यूट्रल रहेगा. लेकिन राज्यों में कांग्रेस के नेता मिलते भी नहीं. जबकि झारखंड से नामांकन करने वाले केएन त्रिपाठा का पर्चा खारिज हो गया था. जबकि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने राजनीतिक परिस्थितियों की वजह से खुद को चुनाव से अलग कर लिया. खड़गे से पहले गहलोत ही गांधी परिवार की पहली पसंद थे. वहीं कांग्रेस नेता और एमपी के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह नामांकन पत्र लेने के बाद आलाकमान का मूड भांपने के बाद पर्चा नहीं दाखिल किया.

इनको मिले इतने वोटः इधर, 17 अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मतदान के बाद 19 अक्टूबर को कांग्रेस राष्ट्रीय कार्यालय दिल्ली में मतगणना हुई. इसमें खड़गे ने प्रतिद्वंद्वी शशि थरूर को 6,825 मतों के अंतर से पराजित किया. कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने मल्लिकार्जुन खड़गे को निर्वाचित घोषित किया. उन्होंने बताया कि खड़गे को 7,897 वोट मिले, जबकि थरूर को 1,072 वोट हासिल हुए. मिस्त्री ने बताया कि चुनाव में 9,385 वोट पड़े थे और इनमें से 416 वोट अवैध करार दिए गए. बता दें, कांग्रेस को 24 साल बाद गांधी परिवार से बाहर का अध्यक्ष मिला. इससे पहले सीताराम केसरी कांग्रेस के अध्यक्ष रहे थे, जो नेहरू-गांधी परिवार से नहीं थे.

Last Updated : Oct 19, 2022, 7:02 PM IST
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