चेन्नई: झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के फेफड़े का प्रत्यारोपण चेन्नई के एमजीएम हेल्थ केयर अस्पताल में सफलता पूर्वक कर लिया गया. शिक्षा मंत्री की हालत में सुधार है पर अभी अस्पताल ने उन्हें एहतियातन आईसीयू में वेंटिलेटर पर ही रखा है. हालांकि वेंटिलेटर सपोर्ट कम कर दिया गया है और श्वसन सामान्य है. अभी दो हफ्ते तक उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में आईसीयू में रखा जाएगा. चिकित्सकों का कहना है कि एक-डेढ़ माह बाद उन्हें डिस्चार्ज किया जा सकता है और एक महीने तक आराम के बाद वे सामान्य तरह से कामकाज कर सकेंगे. इससे पहले फेफड़े के ठीक से काम न करने से शिक्षा मंत्री को 21 दिन तक एक्मो पर रखा गया था.
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इससे पहले एक अक्टूबर को शिक्षा मंत्री कोरोना पॉजीटिव पाए गए था. सांस में तकलीफ और खून में ऑक्सीजन की मात्रा कम होने से हालत में सुधार न होने पर 19 अक्टूबर को उन्हें इलाज के लिए वायु मार्ग से चेन्नई लाया गया. यहां जगरनाथ महतो को एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां के चिकित्सक डॉक्टर सुरेश राव ने बताया कि महतो को यहां लाए जाने के बाद उन्हें एकमो सपोर्ट पर रखा गया था. उनका फेफड़ा कोरोना से संक्रमित हो गया था. इसके लिए उनके फेफड़े की सर्जरी करने की जरूरत थी. डोनर मिलने के बाद दो दिन पहले सफलतापूर्वक उनके फेफड़े का प्रत्यारोपण किया गया. उनके प्रत्यारोपित फेफड़े ठीक ढंग से काम कर रहे हैं. फिलहाल उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है.