रांची: झारखंड पुलिस ने अपराधी प्रिंस खान पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. जानकारी के अनुसार प्रिंस खान के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया गया है. वहीं एक अन्य कार्रवाई में प्रिंस खान के पासपोर्ट को रद्द कर दिया गया है. प्रिंस खान फिलहाल सऊदी अरब में पनाह लिए हुए है.
मुश्किल होगा सऊदी में रहना:प्रिंस खान के खिलाफ पुलिस का शिकंजा कसने लगा है. एक तरफ जहां उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया गया है, वहीं उसके पासपोर्ट को भी रद्द करवा दिया गया है. ऐसे में अब सऊदी में रहना प्रिंस खान के लिए बेहद मुश्किल भरा होगा. पासपोर्ट के बिना वह सऊदी से हिल भी नहीं पाएगा. पुलिस अधिकारियों के अनुसार पासपोर्ट रद्द होने के बाद प्रिंस खान किसी अन्य देश का वीजा भी नहीं ले पाएगा. यही नहीं वह अपने टूरिस्ट वीजा का विस्तार भी नहीं करा पाएगा. क्योंकि अब उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई के लिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जाएगा.ऐसे में अगर वह किसी देश में पकड़ा जाता है तो आसानी से उसे भारत लाया जा सकता है. रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की कार्रवाई अंतिम चरण में होगी. लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद ऐसे में अगर वह कहीं भी अपने पासपोर्ट के साथ एयरपोर्ट जाता है तो उसका पकड़ाना तय है.
हैदर अली के नाम से बनवाया था पासपोर्ट: दरअसल, झारखंड एटीएस की जांच में यह बात सामने आई थी कि गैंग्स ऑफ वासेपुर का कुख्यात अपराधी प्रिंस खान सऊदी भाग गया है. वह वहीं से अपने गैंग को ऑपरेट कर रहा है. जांच में यह खुलासा हुआ है कि प्रिंस खान ने हैदर अली के नाम से पासपोर्ट बनवाया था. जिसके बाद वह उसी पासपोर्ट के आधार पर कोचीन एयरपोर्ट से सऊदी भाग गया. जांच एजेंसी को यह जानकारी मिली है कि सऊदी में ही रहकर प्रिंस खान वीडियो कॉल के माध्यम से कारोबारियों को धमका रहा है और उनसे रंगदारी वसूल रहा है. धनबाद में उसके गुर्गे उसके कहने पर रंगदारी नहीं मिलने पर दहशत फैला रहे हैं.
कैसे फरार हो गया प्रिंस खान: एटीएस की जांच में यह बात सामने आई है कि प्रिंस खान ने अपने को धनबाद के बैंक मोड़ थाना क्षेत्र का निवासी बता कर हैदर अली के नाम पर पासपोर्ट बनवाने के लिए आवेदन दिया था .पासपोर्ट बनाने के लिए उसने पुलिस वालों को भी रिश्वत दी थी. रिश्वत देने की वजह से ही उसका वेरिफिकेशन सिर्फ कागजों में किया गया और उसका पासपोर्ट बन गया.पासपोर्ट बनने के बाद ट्यूरिस्ट वीजा लेकर प्रिंस खान विदेश भाग गया.उसके विदेश भागने की जानकारी झारखंड एटीएस को तब मिली, जब वह उसके संभावित ठिकानों की पड़ताल हो रही थी.पासपोर्ट मामले की जांच के बाद इस मामले में बैंक मोड़ थाना के एक पुलिसकर्मी को भी सस्पेंड किया गया था.
2021 से फरार है प्रिंस खान: नवंबर 2021 में नन्हें खान की हत्या के बाद से प्रिंस खान अंडरग्राउंड हो गया था. उसके खिलाफ तीन दर्जन से अधिक गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. फरार होने के बावजूद वीडियो बनाकर प्रिंस काम सोशल मीडिया के जरिए बड़े-बड़े लोगों को धमकी दे रहा है. वह वीडियो में खुलेआम पुलिस को चुनौती देता है कि उसे कोई नहीं पकड़ सकता है.प्रिंस खान के आतंक को खत्म करने के लिए ही पुलिस मुख्यालय के द्वारा सीआईडी और एटीएस को उसको पकड़ने की जिम्मेदारी दी गई है. जिसके बाद दोनों ही विभाग मिलकर काम कर रहे है.
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खातों को खंगाल रही एटीएस: एक तरफ जहां विदेश से प्रिंस खान को गिरफ्तार करके भारत लाने का प्रयास जोर-शोर से चल रहा है, वहीं दूसरी तरफ एटीएस प्रिंस और उसके करीबियों की संपत्ति का पता लगाने में जुटी हुई है. एटीएस जानकारी जुटा रही है कि विदेश में छिपे प्रिंस तक कौन और किस माध्यम से पैसे पहुंचा रहा है. प्रिंस को आर्थिक मदद करने वाले लोगों पर भी कार्रवाई की जाएगी. जानकारी के अनुसार प्रिंस खान एक साथ कई बैंक खातों के जरिए लेन-देन कर रहा है. यहां तक कि सऊदी में फ्लाइट के साथ-साथ दूसरे चीजों का पैसा अदा करने के लिए भी वह यूपीआई के जरिए लेन-देन कर रहा है. एटीएस गणित को समझ कर प्रिंस खान के अर्थशास्त्र पर ब्रेक लगाने की तैयारी कर रही है.