पटना: जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (JDU President Lalan Singh) द्वारा आरसीपी (RCP Singh) सिंह को दूसरा चिराग पासवान बताए जाने के बाद जमुई सांसद और एलजेपीआर अध्यक्ष चिराग पासवान (LJPR President Chirag Paswan) ने जेडीयू और नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि मैं सकारात्मक राजनीति करता हूं. सत्ता का लालची नहीं हूं और न ही मैं किसी का कोई मॉडल हूं.
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क्या कहा चिराग पासवान ने?: चिराग पासवान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चिराग का सिर्फ एक मॉडल है. वह है बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट. इसी सोच के साथ साल 2020 का विधानसभा चुनाव लड़ा. बिहार की 25 लाख जनता ने चिराग मॉडल का समर्थन किया. चिराग मॉडल जन भावनाओं का प्रतीक है. लेकिन अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस मॉडल से एतराज है तो वे समझ लें बिहार की 13 करोड़ जनता चिराग मॉडल को अपना रही है. एलजेपीआर प्रमुख ने नीतीश कुमार से पूछा कि मुख्यमंत्री बताएं कि उनका नीतीश मॉडल क्या है.
नीतीश कुमार फिर पलटी मारेंगे: चिराग पासवान ने कहा कि कुछ ही दिनों के अंदर नीतीश कुमार फिर से पलटी मार कर दूसरे दल के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं. इसके साथ-साथ उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 8 सालों में नीतीश कुमार तीन बार पलटी मार चुके हैं. नीतीश कुमार की सरकार ने पिछले 17 सालों में सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने की राजनीति की है. यही नीतीश कुमार 2017 में महागठबंधन का साथ इसलिए छोड़ा था, क्योंकि तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा था और आज यह वही तेजस्वी यादव या आरजेडी उनको रास आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनके पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह जो कि उनकी नाक के नीचे बैठकर भ्रष्टाचार कर रहे थे, तब उन्हें इस बात का एहसास नहीं था.
"क्या नीतीश कुमार सिर्फ इसी के लिए मुख्यमंत्री बने थे कि वे अपनी कुर्सी बचाने के लिए जोड़-तोड़ की राजनीति करते रहेंगे. पिछले डेढ़ साल से नीतीश कुमार सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने में लगे हैं. बिहार के हालात पर कोई चर्चा नहीं हो रही है. बिहार की कानून व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है"- चिराग पासवान, अध्यक्ष, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास)
इससे पहले चिराग पासवान ने ट्वीट कर लिखा- ''मैं सकारात्मक राजनीति करता हूं. किसी का कोई मॉडल नहीं हूं. दूसरे का घर तोड़ने वाले के घर में ही आज फूट हो गई है. बेहतर होगा कि वे कारणों को बाहर चौराहे पर ना तलाशे. आज नीतीश कुमार यही कहना चाह रहे हैं कि मेरे नाक के नीचे आरसीपी सिंह भ्रष्टाचार करते रहे और फिर भी आप सुशासन बाबू कहलाते हैं. बिहार की जनता के साथ ये सरासार धोखा है और इसका जवाब बिहार की जनता ही देगी.''
चिराग ने आगे लिखा- ''नीतीश जी साल 2020 में भी कंफ्यूजन में थे और आज भी कंफ्यूज्ड हैं. उन्हें चिराग पासवान ने नहीं, बिहार की 13 करोड़ जनता ने हराया था. मैं तो जनभावनाओं का प्रतिनिधि तब भी था और आज भी हूं. 2024 में हार का डर ऐसा घुस गया है कि मामा कंस की तरह मां देवकी के हर पुत्र को मार देना चाहते हैं. पहले मुझ पर हमला और अब आरसीपी सिंह पर. नहीं जानते कि सियासी वध के लिए कृष्ण ने अवतार ले लिया है. इस बार पाला बदलना भी काम नहीं आएगा. ये तीन योद्धा जो बैठे थे. इनका ट्रैक रिकॉर्ड देखने के लिए ज्यादा पीछे जाने की जरूरत नहीं है. आसानी से पता चल जाएगा कि सीएम नीतीश को दरअसल डरना किससे चाहिए.