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साक्षरताकर्मी बकाया मानदेय भुगतान की मांग को लेकर आंदोलन पर, शिक्षा मंत्री नीरा यादव के आवास का किया घेराव

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Published : Sep 18, 2019, 11:05 PM IST

अपनी मांगों को लेकर साक्षरताकर्मी लगातार आंदोलन कर रहे हैं. इसी क्रम में बुधवार को उन्होंने शिक्षा मंत्री नीरा यादव के आवास का घेराव किया.

साक्षरता कर्मियों ने नीरा यादव के आवास का किया घेराव

रांची: राज्य भर के साक्षरताकर्मी आंदोलन पर चले गए हैं. अपने चरणबद्ध आंदोलन के तहत राज्य भर के साक्षरताकर्मी बुधवार को शिक्षा मंत्री नीरा यादव के आवास का घेराव करने पहुंचे. मौके पर उन्होंने जमकर नारेबाजी की तो वहीं रघुवर सरकार पर जमकर आरोप भी लगाए. बता दें कि बकाया मानदेय भुगतान की मांग को लेकर महीने भर से ये कर्मी आंदोलन कर रहे हैं.

देखें पूरी खबर

साक्षरताकर्मियों का मानदेय
बता दें कि वर्ष 2010 से साक्षर भारत मिशन के तहत पंचायत स्तर पर 1 महिला, 1 पुरुष दो हजार मानदेय पर तो वहीं 1 बीपीएम 6 हजार और जिला स्तर पर 1 डीपीएम, डीपीसी, लेखापाल 8,000 के न्यूनतम मजदूरी पर काम कर रहे हैं. ये साक्षरताकर्मी विद्यालय में पठन-पाठन का कार्य तो करते ही हैं साथ ही पल्स पोलियो उन्मूलन, पीडीएस सुपरवाइजर, मतदाता जागरूकता अभियान, योजना बनाओ अभियान, स्वच्छ भारत अभियान के कार्यों में भी अपना योगदान देते हैं.

यह भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव 2019: कोडरमा विधानसभा क्षेत्र की जनता का मेनिफेस्टो

क्या है उनकी मांग
साक्षरताकर्मियों का कहना है कि कई महीनों से इनके वेतन का भुगतान नहीं किया गया है. वहीं मजदूरी के आधार पर भी इन्हें सम्मान जनक राशि नहीं दी जाती है .नई शिक्षा नीति 2019 के नाम पर उनकी सेवा समाप्त की जा रही है. ऐसे में वे नई शिक्षा नीति पर रोक की मांग कर रहे हैं, तो वहीं वे अपना मानदेय बढ़ाए जाने और अपने बकाए राशि के भुगतान की भी मांग कर रहे हैं.

साक्षरता कर्मियों ने दी चेतावनी
हंगामे के बीच साक्षरता कर्मियों ने चेतावनी दी है कि मांगें पूरी नहीं होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. उनका कहना है कि राज्य सरकार के मंत्रियों से चरणबद्ध तरीके से मुलाकात की जाएगी, अगर उनकी मांगें नहीं मानी जाती है तो आने वाले चुनाव में साक्षरता कर्मी बीजेपी के खिलाफ वोट करके अपनी एकता का परिचय देंगे.

रांची: राज्य भर के साक्षरताकर्मी आंदोलन पर चले गए हैं. अपने चरणबद्ध आंदोलन के तहत राज्य भर के साक्षरताकर्मी बुधवार को शिक्षा मंत्री नीरा यादव के आवास का घेराव करने पहुंचे. मौके पर उन्होंने जमकर नारेबाजी की तो वहीं रघुवर सरकार पर जमकर आरोप भी लगाए. बता दें कि बकाया मानदेय भुगतान की मांग को लेकर महीने भर से ये कर्मी आंदोलन कर रहे हैं.

देखें पूरी खबर

साक्षरताकर्मियों का मानदेय
बता दें कि वर्ष 2010 से साक्षर भारत मिशन के तहत पंचायत स्तर पर 1 महिला, 1 पुरुष दो हजार मानदेय पर तो वहीं 1 बीपीएम 6 हजार और जिला स्तर पर 1 डीपीएम, डीपीसी, लेखापाल 8,000 के न्यूनतम मजदूरी पर काम कर रहे हैं. ये साक्षरताकर्मी विद्यालय में पठन-पाठन का कार्य तो करते ही हैं साथ ही पल्स पोलियो उन्मूलन, पीडीएस सुपरवाइजर, मतदाता जागरूकता अभियान, योजना बनाओ अभियान, स्वच्छ भारत अभियान के कार्यों में भी अपना योगदान देते हैं.

यह भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव 2019: कोडरमा विधानसभा क्षेत्र की जनता का मेनिफेस्टो

क्या है उनकी मांग
साक्षरताकर्मियों का कहना है कि कई महीनों से इनके वेतन का भुगतान नहीं किया गया है. वहीं मजदूरी के आधार पर भी इन्हें सम्मान जनक राशि नहीं दी जाती है .नई शिक्षा नीति 2019 के नाम पर उनकी सेवा समाप्त की जा रही है. ऐसे में वे नई शिक्षा नीति पर रोक की मांग कर रहे हैं, तो वहीं वे अपना मानदेय बढ़ाए जाने और अपने बकाए राशि के भुगतान की भी मांग कर रहे हैं.

साक्षरता कर्मियों ने दी चेतावनी
हंगामे के बीच साक्षरता कर्मियों ने चेतावनी दी है कि मांगें पूरी नहीं होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. उनका कहना है कि राज्य सरकार के मंत्रियों से चरणबद्ध तरीके से मुलाकात की जाएगी, अगर उनकी मांगें नहीं मानी जाती है तो आने वाले चुनाव में साक्षरता कर्मी बीजेपी के खिलाफ वोट करके अपनी एकता का परिचय देंगे.

Intro:रांची। अपने चरणबद्ध आंदोलन के तहत राज्य भर के साक्षरता कर्मी बुधवार को शिक्षा मंत्री आवास घेरने पंहुचे मौके पर जमकर नारेबाजी की गई साथ ही रघुवर सरकार पर जमकर आरोप लगाए गए.. स्थायीकरण बकाया मानदेय भुगतान की मांग को लेकर महीने भर से ये कर्मी आंदोलन आंदोलन पर पड़े है.


Body:अपनी 5 सूत्री मांगों को लेकर झारखंड के तमाम जिलों से साक्षरता कर्मचारियों ने शिक्षा मंत्री नीरा यादव का आवास का घेराव किया . गौरतलब है कि वर्ष 2010 से साक्षर भारत मिशन के तहत पंचायत स्तर पर एक महिला एक पुरुष दो हजार मानदेय पर एक बीपीएम 6 हजार. जिला स्तर पर एक डीपीएम डीपीसी लेखापाल 8000 के न्यूनतम मजदूरी पर काम कर रहे हैं. इनके द्वारा विद्यालय में पठन-पाठन कार्य ,पल्स पोलियो, उन्मूलन पीडीएस सुपरवाइजर, मतदाता जागरूकता अभियान, योजना बनाओ अभियान ,स्वच्छ भारत अभियान जैसे कार्यों को किया जाता है .इनका आरोप है कि कई अरसे से इनका बकाया वेतन अब तक भुगतान नहीं किया गया है .मजदूरी के आधार पर भी इन्हें सम्मान जनक राशी भी नहीं दिया जाता है .नई शिक्षा नीति 2019 के नाम पर सेवा समाप्त किया जा रहा है ऐसे कई मांगों को लेकर लेकर साक्षरता कर्मियों ने शिक्षा मंत्री ने यादव का आवास का घेराव किया.


Conclusion:इस दौरान जिले के तमाम साक्षरता कर्मी शिक्षा मंत्री आवास के समीप जुटे और जमकर हंगामा किया .हालांकि इन लोगों ने चेतावनी दी है कि यह आंदोलन लगातार जारी रहेगा .राज्य सरकार के मंत्रियों से भी चरणबद्ध तरीके से मुलाकात की जाएगी. फिर भी अगर मांगे नहीं मानी जाती है तो आने वाले चुनाव में साक्षरता कर्मी भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मतदान करेगी. बाइट-अशोक कुमार,राज्य संयोजक, साक्षरता संघ।
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