रांची: पंचायत चुनाव में हो रही देरी को लेकर विपक्षी दल लगातार विरोध कर रहा है, लेकिन अब विपक्षी दल के साथ-साथ सरकार में शामिल भाकपा माले ने भी राज्य सरकार से समय पर पंचायत चुनाव कराने की अपील की है. भाकपा माले के राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद ने बताया कि समय पर चुनाव कराने के लिए सरकार को विशेष कोशिश करना चाहिए. कोरोना के संकट में ही उपचुनाव और कई चुनाव कराए गए हैं, इसीलिए झारखंड में भी पंचायत चुनाव होनी चाहिए.
पंचायत चुनाव की शुरुआत कराने में भाकपा माले का संघर्ष
माले नेता भुवनेश्वर केवट ने कहा कि झारखंड गठन के बाद राज्य में पंचायत चुनाव की शुरुआत कराने में भी भाकपा माले ने काफी संघर्ष किया है, इसीलिए भाकपा माले भी सरकार से अपील करती है कि समय पर पंचायत चुनाव समाप्त कराया जाए, ताकि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों का संपूर्ण विकास हो सके. इसे लेकर जदयू के प्रदेश प्रवक्ता सागर कुमार ने कहा कि दिसंबर महीने में पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. इसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग पंचायत चुनाव कराएं, ताकि गांवों के विकास के लिये योजनाओं को क्रियान्वित कराया जा सके. उन्होंने कहा कि पंचायत के प्रतिनिधियों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद सारी जिम्मेदारी अधिकारियों पर चली जाएगी. इस वजह से भ्रष्टाचार की संभावना बढ़ सकती है.
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जदयू के प्रदेश प्रवक्ता सागर कुमार ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार के उद्देश से पंचायत चुनाव को टालना चाहती है, इसलिय अभी तक राज्य में चुनाव को लेकर किसी तरह की तैयारी भी नहीं हुई है. इससे प्रतीत होता है कि पंचायत चुनाव को लेकर राज्य सरकार और राज्य निर्वाचन आयोग सजग नहीं है. जिस प्रकार से झारखंड में पंचायत चुनाव में देरी होने को लेकर राजनीति हो रही है, यह सभी राजनीतिक पार्टियों के लिए एक मुद्दा बनता जा रहा है.