रांची: देश के प्रख्यात न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर केके सिन्हा पंचतत्व में विलीन हो गए. रविवार को नामकुम घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. उनकी अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए. नम आंखों से लोगों ने उन्हें अंतिम विदाई दी.
रविवार को डॉक्टर केके सिन्हा की अंतिम यात्रा बरियातू स्थित उनके घर से निकाली गई. इस यात्रा में उनके परिजनों के अलावे शहर के हजारों लोग शामिल हुए. उनका अंतिम संस्कार नामकुम के स्वर्णरेखा घाट पर किया गया. नामकुम घाट पर उनके अंतिम संस्कार के दौरान राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, शहर के कई वरिष्ठ डॉक्टर, निवर्तमान सांसद रवींद्र राय, जेएमएम नेता महुआ माजी सहित शहर के कई बुद्धिजीवी मौजूद रहे.
महिला रोग विशेषज्ञ सुभाष चक्रवर्ती बताती हैं कि डॉ. के. के. सिन्हा की कमी को कभी भी पूरा नहीं किया जा सकता. वह कभी भी मरीज को ज्यादा दवाई नहीं दिया करते थे, सिर्फ देख कर ही बीमारी का पता कर लेते थे. आज उनके जाने के बाद लग रहा है कि हम लोगों के अभिभावक चले गए.
डॉक्टर के के सिन्हा के करीबी रहे मोहम्मद रफी बताते हैं कि उनकी हर बात निराली हुआ करती थी. वे हमेशा हम लोगों के बीच रहेंगे. उनकी ख्याति सिर्फ देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी है. जबकि, महुआ माजी ने बताया कि केके सिन्हा के जाने से कई लोगों का रोजगार चला गया. उनकी ख्याति के कारण ही कई लोगों का रोजगार बना हुआ था.