रांची: लखीमपुर-खीरी प्रकरण को लेकर कांग्रेस लगातार केंद्र की भाजपा सरकार को घेर रही है. झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी भी प्रदर्शन कर रही है. इस कड़ी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सोमवार को राजभवन के सामने सुबह दस बजे से एक बजे तक 3 घंटे मौन व्रत रखा और विरोध जताया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को तत्काल बर्खास्त करने की भी मांग की.
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कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि देश के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. संविधान में प्रदत्त शक्तियों का दुरुपयोग हो रहा है, जिस तरह से किसानों के आंदोलन को केंद्र की भाजपा सरकार ने कुचलने का काम किया. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों प्रियंका गांधी आंदोलनरत थी और लखीमपुर खीरी जाना चाहती थी, तब उन्हें जाने नहीं दिया जा रहा था. उस समय भी झारखंड कांग्रेस के नेताओं ने उत्तर प्रदेश के लिए कूच किया था. जब उत्तर प्रदेश की सरकार ने पूरे देश से लोगों को आते देखा तब दबाव में आकर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति दी. लेकिन अभी भी बात खत्म नहीं हुई है. मंत्री को अविलंब बर्खास्त किया जाना चाहिए. इस मांग को लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर झारखंड कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मौन व्रत कर विरोध जताया.
लखीमपुर की घटना से लोकतंत्र शर्मसारः आलमगीर आलम
इधर, प्रदेश कांग्रेस के विधायक दल के नेता सह ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि 11 महीने से किसान आंदोलन कर रहे हैं और उनके साथ कांग्रेस पार्टी खड़ी है. कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ हमेशा खड़ी रहेगी. आलमगीर आलम ने कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना ने लोकतंत्र को शर्मसार कर दिया है. भाजपा की सरकार लोकतंत्र का गला घोटने का काम कर रही है. उन्होंने लखीमपुर खीरी को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री से इस्तीफे की मांग की. चेतावनी दी कि मांगें मानी जाने तक कांग्रेस कार्यकर्ता आंदोलन करते रहेंगे.
वित्त मंत्री ने घेरा
इस मौके पर वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव का आरोप है कि गृह राज्य मंत्री ने अपने बयान में किसानों के आंदोलन को कुचलने की बात कही थी और उनके बेटे ने आंदोलनकारियों को ही कुचल दिया. कांग्रेस मौन रहकर पूरे देश में संदेश दे रही है कि देश अब केंद्र की भाजपा सरकार की संवेदनहीनता को बर्दाश्त नहीं करेगा.