रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शनिवार को मोरहाबादी मैदान में आयोजित श्रमिक सम्मान समारोह और दत्तोपंत ठेंगड़ी रोजगार मेला में कहा कि 92% असंगठित मजदूरों की आवाज राज्य सरकार बनेगी. उन्होंने कहा कि केवल 8% असंगठित मजदूरों की आवाज उनके अलग-अलग यूनियन हैं.
सरकार असंगठित मजदूरों को भवन निर्माण विभाग से जोड़ने के लिए 3 दिन की ट्रेनिंग दे रही है. इससे अर्ध कुशल मजदूर का दर्जा उन्हें मिलेगा और मिलने वाली राशि में तत्काल 500 रुपए की बढ़ोतरी हो जाएगी. उन्होंने कहा कि राज्य गठन के बाद 13 लाख असंगठित मजदूरों का निबंधन हुआ है. यह आंकड़ा पिछले 18 सालों का है, लेकिन वर्तमान सरकार ने महज 1 महीने के अंदर 13 लाख असंगठित मजदूरों का निबंधन किया है. उन्होंने कहा कि श्रमिकों को प्रशिक्षण देकर कुशल कामगार बनाने का काम हो रहा है.
आंगनबाड़ी सेविकाओं-सहायिकाओं के मानदेय में बढ़ोतरी
असंगठित मजदूर अपना निबंधन जरूर कराएं और सरकारी योजनाओं का लाभ भी लें. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्रों की कुल 73,074 सेविकाओं, सहायिकाओं के मानदेय में भी बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया है. 35,292 आंगनबाड़ी सेविकाओं के मानदेय में 500 रुपए की बढ़ोतरी की जा रही है. इस हिसाब से अब उन्हें 5,900 रुपए की जगह 6,400 रुपए दिए जाएंगे.
वहीं, 35,245 आंगनबाड़ी सहायिकाओं के मानदेय में 250 रुपए की वृद्धि की जा रही है. इसके तहत 2,950 रुपए के बदले उन्हें 3200 रुपए दिए जाएंगे. साथ ही राज्य की 2,537 मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं की मानदेय बढ़ोतरी की जा रही है. इसके तहत उन्हें 4,200 रुपए की जगह 4,700 रुपए दिए जाएंगे. मुख्यमंत्री ने दावा किया कि राज्य सरकार का श्रम नियोजन और प्रशिक्षण विभाग बेहतर काम कर रहा है. इस मौके पर उन्होंने सांकेतिक तौर पर कुछ सैनिकों के बीच नियुक्ति पत्र भी बांटे.