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डॉक्टर्स से जानिए मौसमी बीमारियों से बचने के उपाय, सबसे ज्यादा ग्रस्त हो रहे हैं बच्चे और बुजुर्ग - Jharkhand news

बदलता मौसम कई तरह की बीमारियों को भी साथ (diseases In rainy season) लाता है. मौसमी बीमारियों से सबसे ज्यादा बच्चे और बुजुर्ग ग्रस्त होते हैं. बारिश और धूप की वजह से तापमान में उतार चढ़ाव से परेशानी होती है. ईटीवी भारत की रिपोर्ट से जानिए, विशेष सावधानी बरतने के लिए डॉक्टर्स की क्या (prevent seasonal diseases) सलाह है?

Know from doctor ways to prevent seasonal diseases
मौसमी बीमारियों से बचने के उपाय
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Published : Jul 7, 2022, 10:54 AM IST

Updated : Jul 7, 2022, 11:37 AM IST

रांचीः इन दिनों झारखंड में तापमान में काफी उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है. आसमान में बादल छाने और बारिश होते ही तापमान जहां 7-8 डिग्री सेल्सियस तक अचानक गिर जाता है. वहीं धूप होते ही उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान कर देता है. ऐसे में इस उतार चढ़ाव वाले मौसम का सबसे ज्यादा विपरीत प्रभाव बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. रांची सदर अस्पताल, रिम्स के ओपीडी में सामान्य दिनों की अपेक्षा दोगुने से अधिक बच्चे और बुजुर्ग मौसमी बीमारी से ग्रस्त होकर (diseases In rainy season) पहुंच रहे हैं.


मौसमी बीमारियों से ग्रसित हो रहे बच्चे और बुजुर्गः रांची सदर अस्पताल (Ranchi Sadar Hospital) में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. नरेश भगत कहते हैं कि सबसे ज्यादा बच्चे वायरल फीवर, वायरल डायरिया, कोल्ड एंड कफ की शिकायत, पेट दर्द की शिकायत के साथ पहुंच (symptoms of seasonal diseases) हैं. डॉ. नरेश भगत कहते हैं कि इस मौसम में बच्चों को बारिश की पानी मे भींगने नहीं दें, उन्हें खाने में गर्म और ताजा पदार्थ दें, बासी खाना, जंक फूड से परहेज करें, साफ पानी संभव हो तो गुनगुना पानी पीएं और डायरिया या किसी अन्य तरह की समस्या होने पर तत्काल पास के अस्पताल में जाकर डॉक्टर्स की सलाह लें.

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वहीं इंटरनल मेडिसीन के डॉ. एके झा कहते हैं कि बुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है. इसलिए मौसम में बदलाव से वो जल्द बीमार पड़ जाते हैं. ऐसे में बुजुर्गों को इस मौसम में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. बासी खाना से परहेज करना चाहिए, गुनगुना पानी पीना चाहिए और इन्फेक्शन ना हो इसके लिए भीड़भाड़ वाले स्थान पर जाने से बचना चाहिए और मास्क लगाना चाहिए. डॉक्टर कहते हैं कि बीपी, ब्लड शुगर से ग्रसित मरीजों को ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है.

रांचीः इन दिनों झारखंड में तापमान में काफी उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है. आसमान में बादल छाने और बारिश होते ही तापमान जहां 7-8 डिग्री सेल्सियस तक अचानक गिर जाता है. वहीं धूप होते ही उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान कर देता है. ऐसे में इस उतार चढ़ाव वाले मौसम का सबसे ज्यादा विपरीत प्रभाव बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. रांची सदर अस्पताल, रिम्स के ओपीडी में सामान्य दिनों की अपेक्षा दोगुने से अधिक बच्चे और बुजुर्ग मौसमी बीमारी से ग्रस्त होकर (diseases In rainy season) पहुंच रहे हैं.


मौसमी बीमारियों से ग्रसित हो रहे बच्चे और बुजुर्गः रांची सदर अस्पताल (Ranchi Sadar Hospital) में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. नरेश भगत कहते हैं कि सबसे ज्यादा बच्चे वायरल फीवर, वायरल डायरिया, कोल्ड एंड कफ की शिकायत, पेट दर्द की शिकायत के साथ पहुंच (symptoms of seasonal diseases) हैं. डॉ. नरेश भगत कहते हैं कि इस मौसम में बच्चों को बारिश की पानी मे भींगने नहीं दें, उन्हें खाने में गर्म और ताजा पदार्थ दें, बासी खाना, जंक फूड से परहेज करें, साफ पानी संभव हो तो गुनगुना पानी पीएं और डायरिया या किसी अन्य तरह की समस्या होने पर तत्काल पास के अस्पताल में जाकर डॉक्टर्स की सलाह लें.

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वहीं इंटरनल मेडिसीन के डॉ. एके झा कहते हैं कि बुजुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है. इसलिए मौसम में बदलाव से वो जल्द बीमार पड़ जाते हैं. ऐसे में बुजुर्गों को इस मौसम में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. बासी खाना से परहेज करना चाहिए, गुनगुना पानी पीना चाहिए और इन्फेक्शन ना हो इसके लिए भीड़भाड़ वाले स्थान पर जाने से बचना चाहिए और मास्क लगाना चाहिए. डॉक्टर कहते हैं कि बीपी, ब्लड शुगर से ग्रसित मरीजों को ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है.

Last Updated : Jul 7, 2022, 11:37 AM IST
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