रांची: डुमरी विधानसभा उपचुनाव के बेहद ही दिलचस्प होने की उम्मीद है. 5 सितंबर को होने वाले उपचुनाव में कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. एक तरफ झारखंड सरकार की मंत्री और दिवंगत शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी चुनाव मैदान में हैं. वहीं दूसरी ओर आजसू से दूसरी बार चुनाव मैदान में उतरी यशोदा देवी ताल ठोक रही हैं. इन सबके बीच असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी से अब्दुल मोबिन रिजवी इन दोनों के खेल को बिगाड़ने में जुटे हुए हैं.
स्क्रूटनी के बाद चुनाव मैदान में कुल आठ प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं. हालांकि 21 अगस्त को नामांकन वापसी की तिथि है, जिसके बाद यह तय हो पाएगा कि डुमरी के इस चुनावी जंग में अंतिम रूप से कौन-कौन से प्रत्याशी चुनाव मैदान में डटे हुए हैं.
जेएमएम-आजसू में सीधी टक्कर: डुमरी विधानसभा उपचुनाव नजदीक आते ही हर प्रत्याशी चुनाव मैदान में ताल ठोकते नजर आ रहा है. सामाजिक समीकरण और वर्तमान राजनीतिक स्थिति को ध्यान में रखकर इस सीट पर झामुमो और आजसू प्रत्याशी की सीधी टक्कर होने की संभावना दिख रही है. हालांकि मुस्लिम मतदाताओं की बहुलता की वजह से एआईएमआईएम प्रत्याशी की भूमिका भी इस चुनाव में एक बार फिर अहम होने वाली है.
आइए जानते हैं डुमरी के चुनावी जंग के महारथियों के बारे में
बेबी देवी-झामुमो: डुमरी सीट से दिवंगत शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो झामुमो के टिकट पर 2005 से लगातार जीतते आए हैं. उनके असमय निधन के बाद झामुमो ने उनकी पत्नी बेबी देवी को चुनाव मैदान में उतारा है. बेहद ही सौम्य और घरेलू परिवेश में रहने वाली बेबी देवी को चुनाव से पहले ही मंत्री बनाया गया है. वर्तमान में हेमंत सरकार में बेबी देवी उत्पाद मंत्री हैं. बेबी देवी की चार पुत्रियां और एक पुत्र है.
यशोदा देवी-आजसू: 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद इस बार के उपचुनाव में एक बार फिर यशोदा देवी किस्मत आजमाने उतरी हैं. यशोदा देवी झारखंड आंदोलनकारी दिवंगत दामोदर महतो की पत्नी हैं. उनके पति एकीकृत बिहार में जदयू के नेता थे. वर्तमान में यशोदा देवी पंचायत समिति सदस्य हैं. आजसू के टिकट पर इस बार चुनाव लड़ रही यशोदा देवी पिछले विधानसभा चुनाव में दूसरे नंबर पर रही थी. उन्हें 36 हजार 840 वोट मिले थे. इस बार यशोदा देवी को उम्मीद है कि चुकी एनडीए एकजुट होकर चुनाव लड़ रहा है तो इसका फायदा उन्हें मिलेगा. बता दें कि 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और आजसू ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था. जिसमें बीजेपी के प्रदीप साहू 36 हजार 013 वोट लाकर तीसरे नंबर पर रहे थे. इस तरह से आजसू के यशोदा देवी को जगरनाथ महतो ने 34 हजार 288 मतों से शिकस्त देते हुए जीत दर्ज की थी.
अब्दुल मोबिन रिजवी- एआईएमआईएम: एआईएमआईएम की टिकट पर 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद दूसरी बार इस चुनाव में किस्मत आजमाने उतरे अब्दुल मोबिन रिजवी डुमरी विधानसभा उपचुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हैं. 2019 के विधानसभा चुनाव में अब्दुल मोबिन रिजवी को 24 हजार 132 वोट मिले थे. जो कुल मतदान का 12.82 प्रतिशत था. डुमरी विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम मतदाताओं की अच्छी खासी संख्या है. एक अनुमान के तौर पर इस विधानसभा क्षेत्र में करीब 55 हजार मतदाता मुस्लिम समुदाय से हैं.