नयी दिल्लीः झारखंड में 30 नवंबर को चल रही पहली वोटिंग के दौरान पलामू के डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र के चैनपुर प्रखंड के कोशियारा मतदान केंद्र पर बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प हो गयी, आरोप लगा कि कांग्रेस प्रत्याशी केएन त्रिपाठी के काफिले पर बीजेपी प्रत्याशी आलोक चौरसिया के समर्थकों ने पथराव किया, जिसके बाद केएन त्रिपाठी को अपना पिस्टल निकालना पड़ा. सोमवार को केएन दिल्ली में चुनाव आयोग पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी तीन मांग रखी.
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किसी तरह बची जान
पूरे मामले पर केएन त्रिपाठी ने कहा कि जिस इलाके में यह घटना हुई, वहां पर आज तक कोई दूसरा उम्मीदवार नहीं जा पाता था. उन्होंने कहा कि वोटिंग वाले दिन में उस क्षेत्र में वह यह देखने गए कि ठीक से वोटिंग हो रही है या नहीं लेकिन बीजेपी प्रत्याशी के समर्थकों ने मतदान केंद्र पर उन्हें जाने नहीं दिया, उनपर हमला कर दिया, उनकी बुलेट प्रूफ गाड़ी तोड़ दी, किसी भी तरह वह जान बचाकर वहां से निकले. कांग्रेस प्रत्यीशी ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग और जिला निर्वाचन पदाधिकारी को कहा था कि उस इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त रखा जाए लेकिन जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने ऐसा नहीं किया, उस इलाके में आपराधिक तत्व के लोग भारी संख्या में रहते हैं, इसकी जानकारी उन्होंने पहले ही दी थी लेकिन तब भी सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई.
चुनाव आयोग का खटखटाया दरवाजा
सोमवार को केएन त्रिपाठी चुनाव आयोग गए, उन्होंने अपनी तीन मांगे चुनाव आयोग के समक्ष रखी. जब चुनाव चलता रहता है तो मुख्य चुनाव आयुक्त किसी भी प्रत्याशी से नहीं मिलते हैं इसलिए चुनाव आयोग के एक पदाधिकारी के समक्ष उन्होंने अपनी मांगें रखी. उन्होंने चुनाव आयुक्त से जिला निर्वाचन पदाधिकारी को हटाने और उनके बदले किसी और की नियुक्ति की मांग रखी है. वहीं उन्होंने चुनाव आयोग के समक्ष यह भी कहा है कि 6 बूथ पर बोगस वोटिंग हुई है, ऐसे में उन 6 बूथों पर फिर से चुनाव कराया जाए. इसके साथ ही उन्होंने यह भी मांग की है कि जिन अपराधिक तत्वों ने बूथ पर जाने से उन्हें रोका थ, उनपर पथराव कर जानलेवा हमला किया था, उन पर कार्रवाई की जाए.