रांची: प्रकृति का महापर्व करमा कुछ ही दिन शेष रह गया है. इसे लेकर तैयारी जोरों पर है. इस बार कोरोना काल के बीच पर्व मनाया जाएगा. इसको लेकर केंद्रीय सरना समिति ने बैठक की और सभी मौजा के लोगों से अपील की है कि खुद को सुरक्षित रखते हुए पूरे विधि विधान से पूजा पाठ करें, इस बार भादो एकादशी के दिन 29 अगस्त को करमा पूजा मनाई जाएगी. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण हर साल के तरह इस साल कोई खास उत्साह नहीं देखा जा रहा है.
केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष बबलू मुंडा ने करम पूजा मनाने वाले भाई-बहन से कोरोना महामारी को विशेष ध्यान रखते हुए करम पूजा अखाड़ा पर अनावश्यक भीड़ न लगाने, मास्क का प्रयोग करने, एक दुसरे से 02 मीटर की दुरी बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने करम महापर्व के शुभ अवसर पर केंद्रीय सरना समिति परिवार की और से समस्त झारखंड वासियों को हार्दिक बधाई दी है. उन्होंने राज्य सरकार से आदिवासियो की पारंपरिक व्यवस्था को देखते हुए करम पर्व पर 3 दिनों का राजकीय अवकाश घोषित करने की अपील की है, साथ ही सभी अखाड़ा में साफ सफाई, बिजली, पानी, शौचालय, सेनेटाइजर और मास्क का व्यवस्था करवाने की अपील की है. वहीं केंद्रीय सरना समिति के संरक्षक रामसहाय सिंह मुंडा ने राज्य के सभी पाहनों से समय पर सभी करम अखड़ा में विधिवत पुजा सम्पन्न कराने की अपील की है.
इसे भी पढे़ं:- रिम्स परिसर में राजद कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी, लोगों के साथ की धक्का-मुक्की
केंद्रीय सरना समिति के महासचिव कृष्णकांत टोप्पो ईसाई मिशनरी बंधुओं से आग्रह किया है कि वे आदिवासियों की पारंपरिक रूढ़िवादी व्यवस्था को विकृत करने की कोशिश ना करे, अगर करम पर्व मनाना ही है तो अपने टोला के अखड़ा या मौजा के अखाड़ा में पारंपरिक धार्मिक विधि विधान से मनाएं. बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष शोभा कच्छप, उपाध्यक्ष किरण तिर्की, सचिव डब्लू मुंडा, अरूण पाहन, अनिल मुंडा, अमर मुंडा, कोष्षाध्यक्ष जगरनाथ तिर्की, बिरसा विकास जनकल्यान समिति के अध्यक्ष अनिल उरांव, गागी कांके सरना समिति के विजय मुंडा के अलावा कई लोग मौजूद रहे.